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अनुमान से ज्यादा तेजी से बढ़ रहा समुद्र का स्तर, इस तरह किया अध्ययन

दुनिया भर में समुद्र का स्तर शायद हमारे अनुमान से भी ज्यादा तेजी से बढ़ रहा है। इसका मतलब है कि समुद्र का स्तर बढ़ने की दर जितनी हम सोच रहे हैं, हालात उससे उलट हैं। एक अध्ययन में बताया गया है कि वर्तमान में समुद्र का स्तर मापने के साधनों से सही आंकड़े नहीं मिल रहे हैं।

जर्नल साइंस में प्रकाशित एक अध्ययन में सवाल उठाया गया कि अमेरिका में दक्षिणी लुइसियाना जैसे निचले स्तर के तटीय क्षेत्रों में समुद्र के स्तर में वृद्धि कैसे मापी जाती है। समुद्र के स्तर में वृद्धि को पारंपरिक रूप से टाइड गेज (सेंसर युक्त सेटअप) के माध्यम से मापा जाता है। हालांकि, यह समुद्र के स्तर की सापेक्ष वृद्धि (जलस्तर और डूब क्षेत्र का बढ़ना) को नहीं बताता।

अमेरिका की ट्यूलन युनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का तर्क है कि दक्षिणी लुइसियाना जैसे तटीय क्षेत्रों में टाइड गेज कहानी का केवल एक हिस्सा ही बताते हैं। यूनिवर्सिटी में पीएचडी कर रहीं मौली केओग ने बताया कि ऐसे क्षेत्रों में टाइड गेज उथली जमीनी सतह के बजाय गहराई में सीधे 20 मीटर तक की माप करते हैं। नतीजतन, टाइड गेज उथली उपसतह पर बढ़ने वाले जलस्तर को दर्ज नहीं करते और इस प्रकार समुद्र स्तर में सापेक्ष वृद्धि की माप प्रभावित होती है।

यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर ने बताया कि अध्ययन से पता चलता है कि हम निचले स्तर के तटीय क्षेत्रों में समुद्र के स्तर को जिस तरह से मापते हैं उस पर पुनर्विचार की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि टाइड गेज के माध्यम से गहरे समुद्रों में स्तर बढ़ने की तो माप हो सकती है, लेकिन उथली जगहों पर इसके परिणाम सही नहीं होते। यह समुद्र स्तर की सापेक्ष वृद्धि को नहीं दर्शाता है। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि समुद्र के स्तर में वृद्धि को गंभीरता से लिया जाना चाहिए, क्योंकि यह स्पष्ट रूप से बड़े खतरे को दर्शाता है।

इस तरह किया अध्ययन

अध्ययन के लिए दक्षिणी लुइसियाना में समुद्र के स्तर को मापने के लिए शोधकर्ताओं ने हाईटेक तकनीक का उपयोग किया। उन्होंने जमीनी सतह पर बढ़ते स्तर को देखने के लिए उपग्रह का प्रयोग किया और पाया कि समुद्र के स्तर पर जो वृद्धि दर्ज की गई वह टाइड गेज से प्राप्त वृद्धि से कहीं ज्यादा थी। इसके बाद से यह साफ हो गया कि टाइड गेज समुद्र स्तर की वृद्धि को सही ढंग से प्रदर्शित नहीं करते हैं।

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