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आरटीआई बिल पर राज्यसभा में कैसे गड़बड़ा गया विपक्ष का गणित

राज्यसभा से सूचना का अधिकार (आरटीआई) कानून में (संशोधन) विधेयक पास हो गया. इससे पहले बिल को सेलेक्ट कमेटी में भेजने के लिए लाए गए विपक्ष के सदस्यों का प्रस्ताव गिर गया. बिल को सेलेक्ट कमेटी में भेजे जाने के पक्ष में सिर्फ 75 वोट जबकि विरोध में 117 वोट पड़े. इसके बाद जब बिल पास कराने के लिए वोटिंग की बारी आई तो कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल सदन से वॉक आउट कर गए.

गुरुवार को लोकसभा में तीन तलाक बिल पास हुआ तो आरटीआई संशोधन विधेयक कांग्रेस के तमाम विरोध के बावजूद राज्यसभा से भी पास हो गया. दरअसल, आरटीआई संशोधन विधेयक को सरकार ने नाक का सवाल बना लिया था और इसके लिए विपक्षी दलों को मनाने में पीयूष गोयल और प्रह्लाद जोशी ने दिन-रात एक कर दिया था.

बुधवार देर रात तक दोनों नेता चंद्रबाबू नायडू, चंद्रशेखर राव और जगनमोहन रेड्डी और नवीन पटनायक को साथ देने के लिए तैयार करते रहे. गुरुवार सुबह होते होते सरकार टेंशन फ्री हो चुकी थी कि आरटीआई संशोधन विधेयक के पास होने में कोई अड़ंगा नहीं रह गया .

बिल को लेकर सदन में ऐसा माहौल बना गया जैसे राइट टू इनफार्मेशन संशोधन विधेयक का मुकाबला विपक्ष के राइट टू वॉकआउट से था. कांग्रेस (कुल राज्यसभा सदस्य 48 हैं) के लोग बाहर चले गए, आरजेडी (कुल राज्यसभा सदस्य 5 हैं) के लोग बाहर चले गए, टीएमसी (कुल राज्यसभा सदस्य 13 हैं) के लोग बाहर चले गए और राज्यसभा में विपक्षी सांसदों के इस वॉकआउट के साथ ही साफ हो गया कि जो बच गए हैं, वो आरटीआई कानून को बदलने में सरकार का साथ देने के लिए बैठे हैं और यही हुआ भी

.सरकार के सामने कांग्रेस का सारा फ्लोर मैनेजमेंट धरा का धरा रह गया. पार्टी के पास कोई ऐसा नेता ही नहीं था जो सरकार के विरोधियों को अपने साथ जोड़कर माहौल बना सके. बीजेडी के 7 सांसद, टीआरएस के 6 सांसद, पीडीपी और वाईएसआरसीपी 2-2 सांसदों ने सरकार साथ दिया. भाजपा के राज्यसभा में कुल 78 सदस्य हैं.

इससे पहले राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमें चेयर की पारदर्शिता पर विश्वास है, लेकिन यह किस तरह से 303 सीटें लाते हैं, उसका नमूना आज सदन में देखने को मिला है, ऐसी ही बीजेपी 303 सीटें जीतती है. संसद के अंदर मंत्री दखल दे रहे और सांसदों को प्रभावित करते हैं. सत्ताधारी दलों के लोग साइन कराकर वोट अपने पक्ष में ले रहे हैं. बीजेपी लोकतंत्र को खत्म कर रही है और हमारी पार्टी वॉक आउट करती है.

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