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पर्थ टेस्ट के लिए 13 सदस्यीय टीम इंडिया; जानिए क्या है विराट का इरादा

 भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज में पर्थ में होने वाले दूसरे टेस्ट के लिए बीसीसीआई ने इसी साल शुरू की परंपरा के मुताबिक, एक दिन पहले ही टीम इंडिया के अंतिम 13 खिलाड़ियों की लिस्ट जारी की है. इस लिस्ट में कई नए नाम हैं तो कुछ नाम हटे भी हैं. जहां पहले टेस्ट में खेले रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन के नाम इस लिस्ट में नहीं हैं तो वहीं भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव और रवींद्र जडेजा को टीम में शामिल किया गया है. इस चयन के पीछे टीम इंडिया की रणनीति साफ झलक रही है कि भारत के कप्तान विराट कोहली पर्थ में किस तरह से ऑस्ट्रेलिया का मुकाबला करेंगे. 

शुक्रवार से शुरू होने वाला यह मैच पर्थ के नए ऑप्टस स्टेडियम में होने जा रहा है जहां अब तक एक भी टेस्ट मैच नहीं खेला गया है. इसके बावजूद कहा जा रहा है कि इस मैदान की पिच भी उसी तरह तेज होगी जैसी की इस शहर के पुराने वाका मैदान की बताई जाती है. इसके अलावा एक खास बात यह भी है कि एडिलेड कि पिच ऑस्ट्रेलिया की सबसे कम तेज पिच मानी जाती है. ऐसे में टीम संयोजन में बदलाव होना कोई हैरानी का सबब नहीं बनता
 
तेज गेंदबाजों की ज्यादा जरूरत है विराट को

पहले बात करें तेज गेंदबाजों की. विराट कोहली ने इस मैच के लिए अपने सभी तेज गेंदबाजों को शामिल किया है. साफ है कि इस बार विराट कम से कम चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरेंगे. कारण भी जाहिर ही है तेज पिच पर विराट अपनी गेंदबाजी को मजबूत ही करना चाहते हैं. इसी लिए इस बार उन्होंने सीधे पाचों तेज गेंदबाजों को टीम में शामिल कर लिया भले ही उसके लिए 12 की जगह 13 सदस्यीय टीम घोषित करनी पड़ी. 

हार्दिक की कमी महसूस हो रही है विराट को

विराट पहले ही कह चुके हैं कि वे हार्दिक पांड्या को मिस कर रहे हैं जिनके होने से टीम में एक ही खिलाड़ी की जगह पर एक गेंदबाज और एक बल्लेबाज दोनों को जगह मिल जाती. अब ये काम रवींद्र जडेजा और हनुमा विहारी कर तो सकते हैं, लेकिन समस्या यह है कि ये दोनों ही तेज गेंदबाज नहीं हैं और विराट को टीम में तेज गेंदबाज वाले ऑलराउंडर की जरूरत है.  विराट की यह चिंता टीम के चयन में दिखी है. विराट ने अंतिम 13 में विहारी और जडेजा दोनों को शामिल किया है. इसका सीधा मतलब यही है कि विराट अपने बैटिंग ऑर्डर को लेकर भी संतुष्ट नहीं हैं.

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