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पाकिस्तान नहीं जाएगी टीम इंडिया, फिर भी हो सकता है भारत-पाक मैच

पाकिस्तान दिसंबर में एशियाई इमर्जिंग नेशन्स कप के छह मैचों की मेजबानी करेगा. भारत ने हालांकि सुरक्षा कारणों से अपने मैच पाकिस्तान में खेलने से इनकार कर दिया है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने कहा कि बीसीसीआई ने टूर्नामेंट के लिए अपनी टीमकराची या लाहौर भेजने से इनकार कर दिया है जिसमें एशियाई देशों के सर्वश्रेष्ठ उभरते हुए खिलाड़ी हिस्सा लेंगे. हालाकि उम्मीद की जा रही है कि फैंस को इस टूर्नामेंट में दोनों देशों के बीच मैच देखने को मिल सकता है. 

पीसीबी ने कहा कि भारत अपने सारे मैच श्रीलंका में खेलेगा और फाइनल भी कोलंबो में खेला जाएगा. टूर्नामेंट के कराची चरण के लिए बांग्लादेश, यूएई और हांगकांग को पाकिस्तान के साथ रखा गया है जबकि श्रीलंका, भारत, अफगानिस्तान अन्य ग्रुप में कोलंबो में मैच खेलेंगे. इससे पहले बीसीसीआई ने पाकिस्तान में टीम इंडिया भेजने से इनकार कर दिया था. 

विशेष सुरक्षा के इंतजाम हैं पाकिस्तान में

भारत ही नहीं दूसरी टीमें भी कर चुकी हैं पाकिस्तान में खेलने से इनकार 

पाकिस्तान क्रिकेट पिछले एक दशक से दुनिया भर की क्रिकेट टीमों की बेरुखी का शिकार है. दुनिया की प्रमुख टीमें सुरक्षा करणों की वजह से पाकिस्तान आकर क्रिकेट खेलने से गुरेज कर रही हैं. हालाकि कुछ टीमें पाकिस्तान आकर क्रिकेट खेल भी चुकी हैं इनमें जिम्बाब्वे और वेस्टइंडीज की टीमें शामिल हैं. वहीं इस वजह से पाकिस्तान में होने वाले मैच पिछले दिनों यूएई में हुए हैं. 

2008 से कोई टेस्ट सीरीज नहीं हुई है भारत-पाक के बीच

भारत ने 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के बाद से पाकिस्तान से द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज नहीं खेली है. साल 2014 में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज के आयोजन के लिए दोनों ही देशों के क्रिकेट बोर्ड के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर हुए थे लेकिन बीसीसीआई इससे पीछे हट गया था. पीसीबी ने बीसीसीआई पर एमओयू का सम्मान नहीं करने का आरोप लगाते हुए 447 करोड़ रुपए के मुआवजे की मांग की थी. इस एमओयू के तहत भारत को 2015 से 2023 के बीच पाकिस्तान से छह द्विपक्षीय सीरीज खेलनी थी. बीसीसीआई ने इसके जवाब में कहा था कि वह इस कथित एमओयू को मानने के लिए बाध्य नहीं है. आईसीसी ने पीसीबी की  मुआवजे की मांग को खारिज कर दिया था. 

पीसीबी के एक अधिकारी ने बताया कि कराची में तीन मैच राष्ट्रीय स्टेडियम में होंगे जबकि इसमें बड़े पैमाने पर नवीनीकरण का काम चल रहा है. तीन अन्य मैच साउथेंड क्रिकेट स्टेडियम में होंगे. अधिकारी ने कहा, ‘‘मेहमान टीमों के लिए उचित सुरक्षा योजना तैयार की गई है और चार से 10 दिसंबर तक कराची में रहने के दौरान उन्हें शीर्ष सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी.’’ अगर भारत और पाकिस्तान की टीमें फाइनल में पहुंच गईं तो एक बार फिर दोनों टीमों के बीच मैच देखने को मिल सकता है जो कि कोलंबो में खेला जाएगा. 

भारत ही नहीं दूसरी टीमें भी कर चुकी हैं पाकिस्तान में खेलने से इनकार 

पाकिस्तान क्रिकेट पिछले एक दशक से दुनिया भर की क्रिकेट टीमों की बेरुखी का शिकार है. दुनिया की प्रमुख टीमें सुरक्षा करणों की वजह से पाकिस्तान आकर क्रिकेट खेलने से गुरेज कर रही हैं. हालाकि कुछ टीमें पाकिस्तान आकर क्रिकेट खेल भी चुकी हैं इनमें जिम्बाब्वे और वेस्टइंडीज की टीमें शामिल हैं. वहीं इस वजह से पाकिस्तान में होने वाले मैच पिछले दिनों यूएई में हुए हैं. 

2008 से कोई टेस्ट सीरीज नहीं हुई है भारत-पाक के बीच

भारत ने 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के बाद से पाकिस्तान से द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज नहीं खेली है. साल 2014 में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज के आयोजन के लिए दोनों ही देशों के क्रिकेट बोर्ड के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर हुए थे लेकिन बीसीसीआई इससे पीछे हट गया था. पीसीबी ने बीसीसीआई पर एमओयू का सम्मान नहीं करने का आरोप लगाते हुए 447 करोड़ रुपए के मुआवजे की मांग की थी. इस एमओयू के तहत भारत को 2015 से 2023 के बीच पाकिस्तान से छह द्विपक्षीय सीरीज खेलनी थी. बीसीसीआई ने इसके जवाब में कहा था कि वह इस कथित एमओयू को मानने के लिए बाध्य नहीं है. आईसीसी ने पीसीबी की  मुआवजे की मांग को खारिज कर दिया था. 

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