उत्तर प्रदेश

फीस कंट्रोल बिल लेकर आई नीतीश सरकार, स्कूलों के मनमानी फीस लेने पर लगेगी लगाम

बिहार में निजी स्कूलों के मनमानी फीस लिए जाने पर शिकंजा कसने वाला है. राज्य सरकार फीस को कंट्रोल करने के लिए नया बिल लेकर आई है. सरकार प्राइवेट स्कूल रेगुलेशन बिल को चालू बजट सत्र में पास करायेगी. बिल में सबसे बड़ी बात है कि स्कूल प्रबंधन सालाना 7 फीसदी से अधिक फीस नहीं बढ़ा सकते है. 7 फीसदी से अधिक फीस बढ़ाने के लिए कमेटी से अप्रूवल लेना पड़ेगा.

बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने कानून को जरूरी बताते हुए कहा है कि बच्चों के अभिभावक फीस परेशान थे. अभिभावकों की फीस संबंधी शिकायते स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सरकार को मिल रही थी. अभिभावक शिकायत कर रहे है कि जूता, ड्रेस, बुक, पेन-पेंसिल तक स्कूल में दे रहे है. राज्य सरकार लोक हित में यह विधेयक लाई है. उन्होंने बताया कि सलाना 7 फीसदी से ज्यादा फीस बढ़ाने के लिए राज्य सरकार से अनुमति लेनी होगी. राज्य सरकार द्वारा बनाई कमेटी फीस बढ़ोतरी पर मुहर लगाएगी. उन्होंने कहा है कि कमेटी तय करेगा की कितनी फीस बड़ेगी. नए कानून के बारे में मंत्री लने आगे कहा कि कानून किताब कॉपी, जूता ड्रेस के नाम पर पैसे वसूली पर भी लगाम लगायेगी.

इधर, नए कानून पर आरजेडी की प्रतिक्रिया आई है. आरजेडी ने आरोप लगाया है कि सरकार ने ये बिल आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए लाई है. आरजेडी नेता विजय प्रकाश ने कहा कि सरकार का यह फैसला चुनाव में स्कूल से पैसा वसूल करेगा. उन्होंने सरकार से सवाल पूछा है कि सरकार ने निजी स्कूलों में गरीब बच्चों के नामांकन अनिवार्य किया था,  कितने स्कूलों में गरीब बच्चे पढ़ाई कर रहे थे.

निजी स्कूलों में कितने गरीब बच्चे पढ़ रहे है यह आंकड़ा सरकार बताये. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार कानून बनाकर अवैध कमाई का तरीका बनाई है. इम्पिटेशन में की फीस गड़बड़ी है.

इधर, आरजेडी के हमले का जवाब बीजेपी ने जोरदार तरीके से दिया है. बीजेपी नेता नवल किशोर ने कहा कि आरजेडी को पढ़ाई लिखाई से कोई लेना देना नहीं. चरवाहा विद्यालय और पहलवान विद्यालय चलाने वाले शिक्षा कानून को क्या समझेंगे.

नवल किशोर यादव ने कहा है कि आरजेडी के नेताओं को पढ़े लिखे समाज के बीच रहना चाहिए. नए बिल का स्वागत करते हुए नवल किशोर यादव ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नव सराहनीय काम किया. शिक्षा को अनियंत्रित छोड़ना सही नहीं है. इससे समाज मे असमानता बढ़ती है. उन्होंने कहा कि निजी स्कूल में फीस बढ़ोतरी से अभिभावक परेशान है. अब फीस बढ़ोतरी कंट्रोल में होगी.

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