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राजस्‍थान विधानसभा चुनाव 2018 में मारवाड़ बेहद अहम भूमिका अदा करने वाला है

 राजस्‍थान विधानसभा चुनाव 2018 में मारवाड़ बेहद अहम भूमिका अदा करने वाला है. दरअसल, राजस्‍थान विधानसभा की 200 सीटों में से 35 सीटें मारवाड़ क्षेत्र से आती है. 2008 के विधानसभा चुनाव में जहां कांग्रेस ने इस क्षेत्र में अपनी मजबूत पकड़ दिखाई थी. वहीं, 2013 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी बाजी पलटने में कामयाब हो गई थी. बीते विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस को हाशिए में खड़ा कर 35 में से 31 सीटें जीती थीं. अब मारवाड़ का इलाका न केवल बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है, बल्कि कांग्रेस भी इस इलाके में अपनी खोई हुई जमीन को वापस पाना चाहती है. मारवाड़ के इलाके में दोनों दलों के बीच इस बार बेहद कांटे का मुकाबला है. 

मारवाड़ के विभिन्‍न जिलों में बीजेपी और कांग्रेस की मौजूदा स्थिति
राजस्‍थान के मारवाड़ क्षेत्र के अंतर्गत 6 जिले आते हैं. जिसमें पाली, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, जालौर और सिरोही जिले शामिल हैं. आइए जाने किस जिले में बीजेपी और कांग्रेस की क्‍या है स्थिति: 

पाली:
मारवाड़ का पाली जिला बीते एक दशक से बीजेपी का गढ़ रहा है. फिलहाल, पाली जिले के अंतर्गत आने वाली सभी 6 विधानसभा सीटें बीजेपी के कब्‍जे में हैं. वहीं 2008 के विधानसभा चुनाव में 6 में से 4 सीटें बीजेपी के पास और 1-1 सीट कांग्रेस और निर्दलीय के हिस्‍से में गई थी. पाली विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के ज्ञान चंद पारख 4 विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं.  

जोधपुर: 
जोधपुर जिले के अंतर्गत कुछ 10 विधानसभा सीटें आती हैं. विधानसभा चुनाव 2013 में बीजेपी ने यहां से 10 में से 9 सीटें जीती थीं. वहीं कांग्रेस के खाते में सरदारपुरा की सिर्फ एक सीट आई थी. सरदारपुरा कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता और पूर्व मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत की पारंपरिक सीट है. वहीं 2008 के विधानसभा चुनाव में यहां से बीजेपी ने 6 और कांग्रेस ने 4 सीटों पर जीत हासिल की थी.

जैसलमेर:
जैसलमेर जिले के अंतर्गत कुल 3 विधानसभा सीटें आती है. जिसमें जैसलमेर, पोकरण और शिव विधानसभा क्षेत्र शामिल है. 2013 में यहां की तीनों सीटें बीजेपी की झोली में गई थी. हाल में बीजेपी से नाता तोड़कर कांग्रेस का दामन थामने वाले मानवेंद्र सिंह जैसलमेर की शिव विधानसभा सीट से ही विधायक थे. इस बार यहां से कांग्रेस के पूर्व मंत्री अमीन खान और बीजेपी से खुमाण सिंह आमने सामने हैं. 

बाड़मेर:
राजस्‍थान के बाड़मेर जिले के अंतर्गत कुल 6 विधानसभा सीटें आती हैं. 2008 तक बाड़मेर कांग्रेस के मजबूत दुर्ग के रूप मे देखा जाता था. 2008 के विधानसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस ने 6 में से 5 सीट जीतीं थी. जबकि बीजेपी के खाते में सिर्फ एक सीट आई थी. विधानसभा चुनाव 2013 में कांग्रेस के इस दुर्ग में बीजेपी को बड़ी सफलता मिली. इस चुनाव में बीजेपी ने यहा से छह में से 5 सीटें जीतीं. जबकि कांग्रेस की झोली में सिर्फ 1 सीट गई. 

जालौर:
मारवाड़ के जालौर जिले के अंतर्गत कुल 5 विधानसभा सीटें आती हैं. वर्तमान समय में यहां की 4 विधानसभा सीटों पर बीजेपी और 1 सीट पर कांग्रेस का कब्‍जा है. वहीं 2008विधानसभा चुनाव की बात करें तो यहां से 3 सीट कांग्रेस और 1-1सीट बीजेपी और निर्दलीय प्रत्‍याशी ने जीती थीं. 

सिरोही:
मारवाड़ के सिरोही जिले में बीजेपी की स्थिति बीते एक दशक से मजबूत रही है. इस‍ जिले में कुल 5 विधानसभा सीटें आती हैं. विधानसभा चुनाव 2013 में सिरोही जिले की 4 विधानसभा सीटों पर बीजेपी का कब्‍जा था, जबकि कांग्रेस के खाते में सिर्फ 1 सीट आई थी. वहीं 2008 के विधानसभा चुनाव में सिरोही जिले की 3 सीट बीजेपी के पास और 2 सीटें कांग्रेस के पास थीं.

मारवाड़ के मुख्‍य आकर्षक स्‍थल:
बाड़मेर: जसोल का माता राणी भ‍टियाणी का मंदिर, खेड़ का विष्‍णु मंदिर, किराडु के शिव एवं विष्‍णु मंदिर, ब्रह्मधाम आसोतरा (विश्‍व का दूसरा ब्रह्मा मन्दिर), अटरा का अंकलेश्वर महादेव आदि. 
जालौर: प्रतिहार वंश के शासक नागभट्ट द्वारा बनाया गया जालौर दुर्ग यहां का सबसे बड़ा आकर्षण है. इसके अलावा, देश में भालुओं के लिए प्रसिद्ध सुंधा माता अभ्‍यारण्‍य भी जालौर जिले में आता है.  
सिरोही: मगरीवाड़ा में विश्व का सबसे बड़ा गणेश मंदिर, मल्लेशवर महादेव मन्दिर, सारणेश्वर महादेव, सूर्य मंदिर
जोधपुर: मेहरानगढ़ का किला, उम्मैद भवन पैलेस, अरना झरना मरु संग्रहालय
जैसलमेर: जैसलमेर का किला

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