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लालू से बिना अनुमति के मिले तेजस्‍वी, जेल आइजी ने बिठाई जांच

चारा घोटाले के चार मामलों में सजा काट रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से कोई भी बिना अनुमति-आदेश के मिल सकता है। बस रिम्‍स प्रबंधन या लालू की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों से उसकी सेटिंग होनी चाहिए। रांची के रिम्स के पेइंग वार्ड में इलाजरत लालू प्रसाद यादव से बीते दिनों उनके छोटे बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्‍यमंत्री तेजस्‍वी यादव ने जेल प्रशासन की बिना अनुमति से मुलाकात की थी। एक हाई प्रोफाइल सजायाफ्ता से इस तरह बेरोकटोक मिलना पूरी व्‍यवस्‍था पर सवाल खड़ा कर रहा है।

अब इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उच्‍चस्‍तरीय जेल प्रशासन ने पूरे मामले पर जांच बिठा दी है। बताया गया कि जेल आइजी वीरेंद्र भूषण ने बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल के जेल अधीक्षक से इस बाबत पूछताछ कर रिपोर्ट तलब की है। तेजस्वी यादव के अपने पिता लालू प्रसाद यादव से बिना अनुमति मिलने पर जेल अधीक्षक ने साफ कहा है कि उन्होंने तेजस्वी यादव को लालू से मिलने की इजाजत नहीं दी थी।

जेल अधीक्षक ने कहा कि तेजस्वी यादव को छोड़ दो अन्य लोगों को लालू प्रसाद यादव से मिलने की औपचारिक अनुमति दी गई थी। बहरहाल तेजस्‍वी के बिना परमिशन के लालू से मिलने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। अब आइजी ने जेल अधीक्षक को पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। जेल आइजी वीरेंद्र भूषण ने बताया कि बिरसा मुंडा जेल से गंभीर बीमारियों का इलाज कराने के लिए लालू प्रसाद यादव को रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती कराया गया है।

रिम्‍स में लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा की जिम्‍मेवारी जिला प्रशासन और पुलिस की है। इसके लिए भारी-भरकम लश्‍कर तैनात किया गया है। ऐसे में बिना औपचारिक अनुमति के आखिर किन परिस्थितियों में लालू प्रसाद यादव की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने तेजस्वी यादव को उनसे मिलने दिया, यह जांच का विषय है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जेल अधीक्षक की रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई के लिए डीसी और एसएसपी से इस बारे में कड़ी कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी।

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