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सावधान! बिहार में जानलेवा डेंगू के बाद अब चिकनगुनिया का कहर जारी

प्रदेश में डेंगू के प्रकोप के बाद अब चिकनगुनिया ने भी अपने पांव पसार दिए हैं। हाल ही में स्वास्थ्य विभाग को मिली रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि अब तक 12 जिलों में चिकनगुनिया का प्रकोप हुआ है। अभी तक इसके तकरीबन 90 मरीज सामने आए हैं। इस जानकारी के बाद विभाग जिलों को इस बीमारी की रोकथाम के व्यापक निर्देश दिए हैं।  प्रदेश में डेंगू के प्रकोप के बाद अब चिकनगुनिया ने भी अपने पांव पसार दिए हैं। हाल ही में स्वास्थ्य विभाग को मिली रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि अब तक 12 जिलों में चिकनगुनिया का प्रकोप हुआ है। अभी तक इसके तकरीबन 90 मरीज सामने आए हैं। इस जानकारी के बाद विभाग जिलों को इस बीमारी की रोकथाम के व्यापक निर्देश दिए हैं।   प्रदेश में डेंगू की बीमारी बढऩे के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियों से बचाव कार्य शुरू करने के लिए जिलों से चिकनगुनिया और मलेरिया की बीमारी के आकलन के निर्देश दिए थे। विभाग के आदेश पर जिलों में कराए गए सर्वे में यह बात सामने आई कि डेंगू के अलावा दर्जन भर जिलों में चिकनगुनिया के मरीज भी हैं।   विभागीय सूत्रों की माने तो चिकनगुनिया के सर्वाधिक मरीज पटना में पाए गए हैं। अकेले पटना जिले में इस बीमारी से ग्रसित मरीजों की संख्या करीब 58 है। इस बीमारी में पटना के बाद दूसरे पायदान पर नालंदा जिला है। नालंदा में 13 अक्टूबर तक तकरीबन 17 मरीजों की पहचान की गई है।  स्वास्थ्य महकमा इस मसले पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं। हालांकि अधिकारी दावा करते हैं कि पिछले वर्ष इस समय तक चिकनगुनिया के जितने मरीज थे उस मुताबिक इस वर्ष यह संख्या काफी कम है। विभाग के प्रधान सचिव स्तर पर इस बीमारी के रोकथाम के लिए जिलों को व्यापक निर्देश दिए गए हैं।    यहां बता दें कि पिछले वर्ष अक्टूबर महीने तक प्रदेश में अकेले चिकनगुनिया पीडि़त मरीजों की संख्या तकरीबन 488 थी। जिसमें सर्वाधिक मरीज पटना जिले के थे। इनकी कुल संख्या पटना जिले में 427 थी।

प्रदेश में डेंगू की बीमारी बढऩे के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियों से बचाव कार्य शुरू करने के लिए जिलों से चिकनगुनिया और मलेरिया की बीमारी के आकलन के निर्देश दिए थे। विभाग के आदेश पर जिलों में कराए गए सर्वे में यह बात सामने आई कि डेंगू के अलावा दर्जन भर जिलों में चिकनगुनिया के मरीज भी हैं। 

विभागीय सूत्रों की माने तो चिकनगुनिया के सर्वाधिक मरीज पटना में पाए गए हैं। अकेले पटना जिले में इस बीमारी से ग्रसित मरीजों की संख्या करीब 58 है। इस बीमारी में पटना के बाद दूसरे पायदान पर नालंदा जिला है। नालंदा में 13 अक्टूबर तक तकरीबन 17 मरीजों की पहचान की गई है।

स्वास्थ्य महकमा इस मसले पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं। हालांकि अधिकारी दावा करते हैं कि पिछले वर्ष इस समय तक चिकनगुनिया के जितने मरीज थे उस मुताबिक इस वर्ष यह संख्या काफी कम है। विभाग के प्रधान सचिव स्तर पर इस बीमारी के रोकथाम के लिए जिलों को व्यापक निर्देश दिए गए हैं।  

यहां बता दें कि पिछले वर्ष अक्टूबर महीने तक प्रदेश में अकेले चिकनगुनिया पीडि़त मरीजों की संख्या तकरीबन 488 थी। जिसमें सर्वाधिक मरीज पटना जिले के थे। इनकी कुल संख्या पटना जिले में 427 थी। 

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