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अपने दांतो को हेल्दी रखने के लिए अपनाये ये टिप्स

ऑयल पुलिंग का मतलब है “तेल से कुल्ला करना”. यह कोई नवीनतम तकनीक या विधि नहीं है बल्कि यह एक प्राचीनतम आयुर्वेदिक तकनीक है.

आयुर्वेद में हमारे पेट और मुंह का बहुत अहम माना गया है. माना जाता है कि अगर आपका पेट और मुंह स्वस्थ है तो फिर आपका पूरा शरीर स्वस्थ है. यह दंत तकनीक दांतों के साथ ही पूरे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होती है. आज हम आपको इसी तकनीक के बारे में बताने जा रहे हैं.

ऑयल पुलिंग क्या है
ऑयल पुलिंग में तेल से कुल्ला करने के बारे में सुनकर कुछ अटपटा सा लग सकता है. आप सोचेंगे कि जब हम पानी से कुल्ला कर सकते हैं तो फिर तेल से ऐसा करने की क्या जरूरत आन पड़ी, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि तेल से कुल्ला करना और पानी से कुल्ला करना दोनों दो अलग तरीके हैं, जिनका अपना महत्व है.

ऑयल पुलिंग कैसे करें
ऑयल पुलिंग के लिए आप एक बड़े चम्मच तेल को अपने मुंह में डाल कर इसे 15 – 20 मिनट के लिए वैसे ही मुंह के अंदर घुमाएं जैसे आप पानी का कुल्ला करते हैं. लेकिन इस दौरान यह ध्यान रखें कि यह तेल आपको पीना या निगलना नहीं हैं, क्योंकि इसमें बहुत से बुरे बैक्टीरिया होते हैं जो शरीर के अंदर पहुंचकर आपकी सेहत को नुकसान पंहुचा सकते हैं. जब कुल्ला करने के दौरान तेल पतला और दूधिया सफेद हो जाए तो उसे बाहर थूक दें.

किस तेल का इस्तेमाल करें
अब सवाल ये आता है कि आखिर किस तरह का ऑयल या तेल ऑयल पुलिंग के लिए बेहतर काम करता है. इसके लिए आप नारियल तेल, सूरजमुखी का तेल, तिल का तेल, या किसी भी खाद्य तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं.

ऑयल पुलिंग के फायदे
ऑयल पुलिंग से दांत हेल्दी और चमकदार रहते हैं. इतना ही नहीं इससे मसूड़ों की सूजन की परेशानी से भी निजात मिलती है. मुंह की बदबू से छुटकारा मिलता है. दांतों से कैविटी Cavity खत्म करने में भी मदद मिलती है. इस तकनीक से शरीर विषैले पदार्थ साफ हो जाते हैं और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती हैं.

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