खेलवीडियो

RCB के इस बल्लेबाज का मानना है कि विराट कोहली हमेशा हर एक मौके पर मोर्चे से टीम की करना चाहते हैं अगुआई

19 सितंबर से शुरू होने जा रहे IPL का सभी को इंतज़ार है। इस समय सभी जल्द से जल्द खिलाड़ियों को खेलते हुए देखना चाहते हैं। अब इसी बीच रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के बल्लेबाज एबी डिविलियर्स का मानना है कि ‘विराट कोहली हमेशा हर एक मौके पर मोर्चे से टीम की अगुआई करना चाहते हैं।’ आप सभी को हम यह भी बता दें कि इंडियन प्रीमियर लीग यानी IPL का 13वां सत्र 19 सितंबर से यूएई के दुबई, शारजाह और अबू धाबी में शुरू होने वाला है। वहीं इस सीजन में एक बार फिर से आरसीबी की टीम अपने पहले खिताब को लेने के लिए तैयार हो रही है।

इसी सपने को पूरा करने की जिम्मेदारी कप्तान विराट कोहली को मिली है। उनके अलावा यह जिम्मेदारी साउथ अफ्रीकाई बल्लेबाज एबी डिविलियर्स को भी दी गई है। जी दरअसल इन दोनों को इस बार आरोन फिंच, क्रिस मॉरिस और एडम जम्पा का साथ मिलने वाला है, जबकि टीम के पास पहले से ही युजवेंद्र चहल, नवदीप सैनी, उमेश यादव और मोइन अली जैसे खिलाड़ी हैं। इसी बीच एबी डिविलियर्स ने आरसीबी के ट्विटर हैंडल पर शेयर किए गए वीडियो में कहा है, “मुझे लगता है कि कमोबेश आइपीएल के बारे में स्पष्टता एक महीने पहले आई थी। बीसीसीआइ ने आइपीएल को शुरू करने में उल्लेखनीय काम किया है, हम टूर्नामेंट खेलने के लिए बहुत उत्साहित हैं। मैं पहले से बेहतर महसूस कर रहा हूं, इसलिए मैं टीम के खिलाड़ियों के साथ वहां अच्छे तरीके से खेलकर टीम की मदद करना चाहता हूं।” इसके अलावा उन्होंने आगे कहा, “हमने बहुत मेहनत की है, हमारे पास एक अच्छा वर्क एथिक है। वास्तव में ऐसा लगता है कि हम सभी ने इस कड़ी मेहनत वाले वातावरण को खरीदा है। इसका श्रेय विराट कोहली को जाता है, वह मिसाल कायम करते हैं और सामने से टीम का नेतृत्व करते हैं। जब आपके पास एक ऐसा कप्तान होता है, जो हमेशा आगे रहता है तो उसका अनुसरण करना बहुत आसान है।”

आप जानते ही होंगे एबी डिविलियर्स साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान रहे हैं। उन्होंने इस वीडियो में कहा, “यहां और वहां ब्रेक लगना स्वाभाविक है, कभी-कभी शेड्यूल दो महीने या उससे अधिक समय तक बिना क्रिकेट की अवधि के अनुमति देता है। कभी-कभी चोट लग जाती है और आप छह या सात महीने तक बाहर रहते हैं। मैं एक बड़े ब्रेक से वापस आने के एहसास को जानता हूं। यह आश्चर्यजनक है कि आप कैसे खांचे में वापस आ सकते हैं, कुछ भी प्रदर्शन की गारंटी नहीं देता है, लेकिन यह खेल की सुंदरता है, आप कभी नहीं जानते कि क्या उम्मीद है।” वैसे बात करें विराट कोहली के बारे में तो उनकी कप्तानी वाली आरसीबी को आइपीएल का खिताब जीतना बाकी है। यह टीम पहले भी साल 2009, 2011 और 2016 संस्करण के फाइनल में पहुंची थी, लेकिन खिताब नहीं जीत सकी। अब इस बार सभी को उम्मीद है यह टीम खिताब अपने नाम कर लेगी।

Related Articles

Back to top button