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उत्तराखंड : 6 मेडिकल छात्राओं के यौन उत्पीड़न में प्रोफेसर दोषी

हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज की छह पीजी छात्राओं के यौन उत्पीड़न के आरोप में प्रोफेसर को दोषी पाया गया है। मेडिकल कॉलेज की ओर से यह रिपोर्ट सरकार को भेज दी गई। लेकिन प्रोफेसर पर अब तक कार्रवाई नहीं गई है। हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में पीजी की छह छात्राओं ने एक प्रोफेसर के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी। महिला उत्पीड़न समिति ने जांच में प्रोफेसर पर को दोषी पाया। कॉलेज प्रशासन ने जांच रिपोर्ट भी कई दिन पहले सरकार को भेज दी। हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीपी भैंसोड़ा ने कहा कि, जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। मामले में ज्यादा जानकारी शासन ही दे पाएगा। मेडिकल कॉलेज प्रशासन की रिपोर्ट मिलने के बाद चिकित्सा शिक्षा निदेशालय ने रिपोर्ट शासन को भेजते हुए प्रोफेसर को प्राचार्य कार्यालय से अटैच कर दिया। लेकिन आगे की कार्रवाई नहीं की गई।

गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि में छात्राओं से आपत्तिजनक बातचीत के मामले में संबंधित वार्डन का तबादला कर दिया गया है। हालांकि, जांच में वार्डन को यौन उत्पीड़न का दोषी नहीं माना गया है, लेकिन उनके शैक्षणिक कार्यों पर प्रतिबंध जारी रहेगा। गुरुवार को विवि के कुलपति प्रो. तेजप्रताप ने पत्रकारों को बताया कि, विवि की एंटी सेक्सुअल हैरेसमेंट कमेटी की जांच में छात्राओं के अलग अलग बयान सामने आये। इससे साफ हुआ कि छात्राओं और वार्डन के बीच गलतफहमी पैदा हो गयी थी। कुलपति ने कहा कि, संबंधित वार्डन को कृषि विज्ञान केंद्र स्याल्दे (अल्मोड़ा) स्थानांतरित कर दिया गया है।

हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद दून विश्वविद्यालय में एक महिला प्रोफेसर से अभद्रता के मामले में कार्रवाई नहीं की गई। हाईकोर्ट ने मामले में विवि प्रशासन को तीन हफ्ते में निर्णय लेने को कहा था। लेकिन छह सप्ताह बीतने के बाद भी कार्रवाई नहीं की गई। अक्तूबर 2017 में विवि की एक महिला प्रोफेसर ने अपने ही विभाग के पुरुष प्रोफेसर पर अभद्र टिप्पणी की शिकायत की थी। जांच समिति ने प्रोफेसर को महिला प्रोफेसर से लिखित माफी मांगने को कहा। बाद में महिला प्रोफेसर ने हाईकोर्ट चली गईं। कोर्ट ने विवि से मामले में तीन हफ्ते में फैसला लेने को कहा। लेकिन छह हफ्ते बाद भी मामले में कार्रवाई नहीं की गई। विवि के कुलसचिव डॉ. सीएम नौटियाल ने कहा कि, इस मामले में कोर्ट के आदेश के अनुसार कार्रवाई की जा रही है।

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