जम्मू कश्मीरप्रदेश

खराब मौसम के कारण रोकी गई अमरनाथ यात्रा, पवित्र हिमलिंग के पहले दर्शन आज

मौसम के बिगड़े मिजाज  ने वीरवार को बाबा बर्फानी के श्रद्धालुओं के पवित्र गुफा की तरफ बड़ते कदम रोक दिए। लगातार बारिश के कारण नुनवन और बाल्टाल दोनों ही रास्तों से यात्रा को मौमस के साफ होने तक रोक दिया गया है। गौरतलब है कि समुद्रतल से करीब 3888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित भगवान अमरेश्वर की पवित्र गुफा जहां भगवान शिव हिमलिंग स्वरुप में विराजमान होते हैं, की वार्षिक तीर्थयात्रा के तहत आज श्रद्धालुओं के पहले जत्थे दर्शन करने थे। इसी गुफा में भगवान शिव ने मां पार्वती को अमर होने की कथा सुनाई थी। 

नुनवन और बाल्टाल स्थित यात्राधिकारियों ने बताया कि बीती रात से ही यात्रा मार्ग पर मौसम खराब है। दोनों तरफ रुक- रुक कर बारिश हो रही है और बरारीमर्ग व शेषनाग के पास भूस्खलन भी हुआ है। इसलिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते  हुए आज सुबह किसी श्रद्धालु को पवित्र गुफा की तरफ जाने नहीं दिया गया है।यात्राधिकारियों ने बताया कि मौसम के साफ होने के बाद ही श्रद्धालुओं को आगे जाने की अनुमति दी जाएगी।। फिलहाल, बाल्टाल और नुनवन में करीब 9 हजार श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं। 

खराब मौसम के चलते अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है। मौसम विभाग ने यहां अगले 48 घंटों तक बारिश होने का अनुमान जताया है। ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने मौसम साफ होने तक यात्रा रोकने का फैसला किया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पहलगाम बेस कैंप से रवाना होने वाले जत्थे को नन वैन कैंप में रोक दिया गया है। बता दें कि बुधवार शाम से ही यहां मूसलाधार बारिश हो रही है। फिलहाल किसी भी यात्री को पवित्र गुफा की ओर जाने की अनुमति नहीं है।

बता दें कि अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था जम्मू से गुरुवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच रवाना हुआ। जम्मू के भगवती नगर स्थित बेस कैंप से बीवीआर सुब्रमण्यम (मुख्य सचिव), बीबी व्यास (राज्यपाल सलाहकार) और विजय कुमार (राज्यपाल सलाहकार) ने जत्थे को झंडा दिखाकर रवाना किया था। देशभर से करीब दो लाख श्रद्धालुओं ने अमरनाथ गुफा की यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है।

उधर, कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच बम-बम भोले के जयकारे लगाते श्री अमरनाथ यात्रा के लिए सुबह आधार शिविर यात्री निवास भगवती नगर जम्मू से निकला 2995 श्रद्धालुओं का पहला जत्था शाम को नुनवान (पहलगाम) और बालटाल पहुंच गया। यात्रा के इन दोनों आधार शिविरों में पहले से श्रद्धालुओं के मौजूद रहने से शाम को पूरा महौल शिवमय हो गया।

 

सुबह यात्री निवास भगवती नगर जम्मू से सुबह 4.50 बजे राज्यपाल के सलाहकार बीबी व्यास ने पहले जत्थे में शामिल 113 वाहनों को झंडी दिखाकर रवाना किया। बालटाल रूट के लिए 971 श्रद्धालु रवाना हुए, जिसमें 780 पुरुष, 190 महिलाएं और एक बच्चा शामिल था। पारंपरिक रूट पहलगाम से यात्र करने के लिए 2024 श्रद्धालु रवाना हुए, जिसमें 1554 पुरुष, 330 महिलाएं, 20 बच्चे और 120 साधु शामिल थे।

पहले जत्थे में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं में भारी उत्साह नजर आया। यात्री निवास भगवती नगर जय बाबा बर्फानी के जयकारों से गूंजता रहा। डोगरा पगड़ी पहन कर पहुंचे राज्यपाल के सलाहकार बीबी व्यास, विजय कुमार और राज्य के मुख्य सचिव बीवी आर सुब्रह्मण्यम ने पूजा अर्चना में भाग लिया और जत्थे में शामिल श्रद्धालुओं को यात्र की शुभकामना दी।

विजय कुमार ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पर्याप्त प्रबंध किए गए हैं। श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधाएं उपलब्ध होंगी। श्री अमरनाथ जी श्रइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उमंग नरूला ने बताया कि जम्मू से दो काफिलों में निकले श्रद्धालुओं का पहला जत्था शाम 6:25 नुनवान पहुंच गया, जबकि दूसरा जत्था रात करीब 9:30 बजे बालटाल पहुंचा। इस बार पहले जत्थे में 2995 श्रद्धालु शामिल है जबकि पिछले वर्ष 2280 थे। इस बीच, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राममाधव ने भी पवित्र हिमलिंग के दर्शन किए।

 

यहां रुक सकते हैं

यात्री निवास : इस आधार शिविर में करीब 1400 लोगों के ठहरने की व्यवस्था है।

पुरानी मंडी का राम मंदिर : 500

परेड का गीता भवन : 1000-1500

ज्यूल क्षेत्र की विनायक धर्मशाला : 200-300

गुरुद्वारा सुंदर सिंह मार्ग पर अग्रवाल धर्मशाला : 300-400

पहलगाम : इस आधार शिविर में करीब 5000 श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था है।

बालटाल : यहां पर भी करीब 4000-5000 श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था है।

इसके अलावा शेषनाग व पंजतरणी व भवन (पवित्र गुफा) पर भी श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए व्यवस्था रहती है।

गैर पंजीकृत श्रद्धालुओं की संख्या में होने लगी वृद्धि

 

भोले के दर्शन करने के इच्छुक गैर पंजीकृत श्रद्धालुओं की संख्या में भी बढ़ोतरी होने लगी है। करंट रजिस्ट्रेशन से पूर्व टोकन हासिल करने के लिए संगम बैंक्वेट हाल में इन श्रद्धालुओं की अच्छी खासी भीड़ नजर आई।

हालांकि पहले दिन श्रद्धालुओं की संख्या कम होने के कारण 29 जून तक के एडवांस टोकन वितरित कर दिये गये थे परंतु बुधवार को पिछले दिन के मुकाबले श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने के कारण 1 जुलाई तक के एडवांस टोकन वितरित किए गए। इसी बीच दूसरे दिन 790 श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिये करंट रजिस्ट्रेशन करवाया। प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार करंट रजिस्ट्रेशन कोटे के मुताबिक की जा रही है।

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