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क्या यूपी की तरह बिहार में भी कांग्रेस के बिना ही होगा महागठबंधन

 बिहार में महागठबंधन की रूप रेखा तैयार नहीं हो रही है. सीट शेयरिंग को लेकर कोई सटीक फॉर्मूला सामने नहीं आया है. सीट शेयरिंग को लेकर बात नहीं बनने पर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के बिना ही गठबंधन बनाया गया है. वहीं, अब ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि बिहार में भी कांग्रेस के बिना ही आरजेडी महागठबंधन तैयार हो सकता है. इसके लिए आरजेडी की ओर से संकेत मिल रहे हैं. हालांकि यह बात सीट शेयरिंग पर फैसले के बाद ही पता चल पाएगा.

बिहार में महागठबंधन बनाने की कवायद काफी समय से चल रही है. लेकिन सीट शेयरिंग का पेंच फंसने की वजह से बिहार में महागठबंधन शायद तैयार नहीं हो पा रहा है. अब ऐसा भी कहा जा रहा है कि बिहार में भी यूपी की तरह ही कांग्रेस के बिना ही महागठबंधन बनाया जा सकता है. क्यों कि कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग पर बात बन नहीं पा रही है.

हाल ही में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने यूपी में सपा-बसपा गठबंधन को लेकर खूब तारीफ की थी. यहां तक की सपा-बसपा गठबंधन को बधाई देने के लिए तेजस्वी यादव लखनऊ तक पहुंच गए थे. उन्होंने कांग्रेस के बिना इस गठबंधन को समर्थन किया. वहीं, कांग्रेस के बिना गठबंधन को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा था कि, इसकी जरूरत नहीं सपा-बसपा गठबंधन ही बीजेपी को हराने के लिए यूपी में काफी है.

वहीं, लखनऊ से वापस आने के बाद तेजस्वी यादव ने ने कहा था कि महागठबंधन बनाने के लिए कांग्रेस को बड़ा दिल दिखाना होगा. उन्हें सभी क्षेत्रीय दलों से तालमेल बैठाने की जरूरत हैं.

इसके बाद अब आरजेडी शायद महागठबंधन बनाने की कवायद तेज कर दी है. जिसमें आरजेडी सभी क्षेत्रीय दलों को अपने पाले में करने में जुटा है. जिसके तहत ऐसा माना जा रहा है कि आरजेडी कांग्रेस के बिना ही बिहार में महागठबंधन बना सकती है.

वहीं, बिहार में कई मुद्दों पर कांग्रेस की राह आरजेडी से अलग नजर आ रही है. जिसमें अनंत सिंह का मामला भी सामने हैं. जहां आरजेडी ने अनंत सिंह को महागठबंधन से बाहर रखने की बात कही थी. वहीं माना जा रहा है कि कांग्रेस अनंत सिंह को मुंगेर लोकसभा सीट से टिकट दे सकती है. वहीं, सीट शेयरिंग पर भी कांग्रेस अलग फॉर्मूला दे रही है. साथ ही चेहरे को लेकर भी कांग्रेस और आरजेडी के बीच कई बार ठन चुकी है.

ऐसे में यह संभव हो सकता है कि आरजेडी बिहार में कांग्रेस के बिना महागठबंधन तैयार कर सकती है. जिसमें आरजेडी के साथ सभी क्षेत्रीय दल होंगे.

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