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पवित्र अमरनाथ की गुफा के पास बादल फटने की घटना से मची अफरातफरी

देशभर में बारिश का कहर जारी है. मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश में 29 जुलाई तक में भारी बारिश की संभावना जताई है.

इस दौरान पूर्वी भारत में भी भारी बारिश होने की संभावना है. उत्तर मध्य प्रदेश के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र कमजोर हो गया है. लेकिन उससे जुड़ा चक्रवातीय सर्कुलेशन उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश और आसपास के इलाकों में बना हुआ है.

एक और चक्रवातीय सर्कुलेशन बंगाल की खाड़ी के उत्तर में बना हुआ है. दोनों चक्रवातीय सर्कुलेशन के प्रभाव से 29 जुलाई तक उत्तरी राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.

बाद में इसकी तीव्रता कम हो जाएगी. वहीं कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र के घाट के इलाकों में तीन दिनों से हो रही बारिश होने के बाद 29 जुलाई से इन इलाकों में बारिश की तीव्रता में वृद्धि होने का अनुमान है.

हिमाचल प्रदेश और केंद्र शासित क्षेत्रों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बारिश के कारण आई बाढ़ से बुधवार को कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई. हालांकि, पश्चिम महाराष्ट्र में बारिश का प्रकोप कुछ कम हुआ है

जहां पर गत कुछ दिनों से मूसलाधार बारिश के बाद आई बाढ़ और भूस्खलन से भारी नुकसान हुआ है और इसमें 213 लोगों की जान गई है. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कई इलाकों में बादल फटने से आठ लोगों की मौत हो गई जबकि 17 अन्य लापता हैं.

किश्तवाड़ के दाचन और बाउजवा इलाके, दक्षिण कश्मीर के पवित्र अमरनाथ गुफा, उत्तर कश्मीर के बांदीपोरा और लद्दाख का कारगिल बादल फटने से प्रभावित हुआ और दर्जनों घर, कई पुल और लघु पनबिजली परियोजना क्षतिग्रस्त हो गई.

अधिकारियों ने बताया कि दाचन तहसील के होनजार गांव में सुबह करीब साढ़े चार बजे बादल फटने के कारण एक पुल के अलावा छोटी नदी के किनारे स्थित छह मकान और एक राशन की दुकान भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए. पुलिस, सेना और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) का संयुक्त राहत अभियान जारी है.

दक्षिण कश्मीर स्थित पवित्र अमरनाथ की गुफा के पास भी बुधवार दोपहर को बादल फटने की घटना हुई जिससे लुढ़के चट्टानों से कुछ तंबुओं को नुकसान हुआ लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ.

इसी तरह की घटना उत्तर कश्मीर के बांदीपोरा जिले के अलूसा गांव में हुई लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ. उधमपुर और राजौरी जिले में भारी बारिश की वजह से दो पुल क्षतिग्रस्त हो गए.

लद्दाख में कारगिल के विभिन्न हिस्सों में बादल फटने की घटनाएं हुई जिससे लघु पनबिजली परियोजना को नुकसान हुआ और करीब एक दर्जन मकान क्षतिग्रस्त हो गए. हालांकि, इन घटनाओं में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. यहां के सांगरा और खंग्राल में मंगलवार शाम को बादल फटने की घटना हुई.

उत्तराखंड में कुछ दिनों से जारी बारिश की वजह से उत्तर काशी जिले में गंगोत्री और यमुनोत्री के रास्तों को जोड़ने वाली सड़क पर भूस्खलन की स्थिति उत्पन्न हुई. उत्तर प्रदेश में भी कई स्थानों पर मध्यम दर्ज की बारिश दर्ज की गई.

महाराष्ट्र में पिछले सप्ताह हुई बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वालों की संख्या बुधवार को बढ़कर 213 हो गई, जिसमें केवल रायगढ़ जिले में लगभग 100 मौतें हुईं है. राज्य सरकार ने यह जानकारी दी.

बारिश से भारी तबाही के बाद पश्चिमी महाराष्ट्र में बारिश का प्रकोप कम हो रहा है और कोल्हापुर और सांगली में खतरे के निशान से ऊपर बह रही नदियों का जल स्तर कम हो गया है.

भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक 30 जुलाई तक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान है.

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