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स्मार्ट सिटी उदयपुर में जल्द दिल्ली-अहमदाबाद के बीच चलने वाली है बुलेट ट्रेन

स्मार्ट सिटी उदयपुर को बहुत ही जल्द दिल्ली-अहमदाबाद के बीच 350 किलोमीटर प्रतिघंटा रफ्तार से चलने वाली बुलेट ट्रेन की सौगात मिलेगी. यह ट्रैक राजस्थान के 7 जिलों अलवर, जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर और डूंगरपुर जिले से गुजरेगा.

इसमें उदयपुर जिले का ट्रैक कुल 127 किलोमीटर का रहेगा. नेशनल हाई स्पीड रेल कॉपार्रेशन लिमिटेड के अधिकारियों ने जिला कलेक्टर चेतन देवड़ा के समक्ष इस प्रोजेक्ट को लेकर प्रजेंटेशन दिया और इस महत्त्वकांक्षी प्रोजेक्ट पर विस्तार से चर्चा की.

प्रजेंटेशन दौरान कलेक्टर देवड़ा ने अधिकारियों से हर विषय की जानकारी लेकर चर्चा की और कहा कि इस महत्त्वकांक्षी प्रोजेक्ट के सफल क्रियान्वयन के लिए सर्वे और अन्य कार्यों में जिला प्रशासन द्वारा पूरा-पूरा सहयोग दिया जाएगा.

नेशनल हाई स्पीड रेल कॉपार्रेशन लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक अनूप अग्रवाल व सर्वे मैनेजर राजीव दत्त के नेतृत्व में अधिकारियों ने बुलेट ट्रेन की कुल 7 डीपीआर में से दिल्ली-अहमदाबाद हाई स्पीड ट्रेन की डीपीआर तैयार करने संबंधित बिंदुओं पर पावर प्वाईंट प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी.

इसमें बताया गया कि इस प्रोजेक्ट के कुल 875 किलोमीटर लंबे ट्रैक का 75 प्रतिशत हिस्सा अर्थात 657 किलोमीटर ट्रैक राजस्थान में होगा. यह ट्रैक राजस्थान के 7 जिलों अलवर, जयपुर, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर और डूंगरपुर जिले से गुजरेगा. इसमें उदयपुर जिले का ट्रैक कुल 127 किलोमीटर का रहेगा.

प्रजेंटेंशन दौरान बताया गया कि राजस्थान में 127 किलोमीटर ट्रैक में कुल 9 स्टेशन बनाएं जाने प्रस्तावित हैं जिसमें बहरोड़, शाहजहांपुर, जयपुर, अजमेर, विजयनगर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर और डूंगरपुर में स्टेशन बनेंगे. इस ट्रेन से दिल्ली से अहमदाबाद का सफर 3 घंटे में तय हो सकेगा.

कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन के संचालन में सुरक्षा संबंधित तकनीकी कारणों से संपूर्ण ट्रैक एलीवेटेड बनाया जाएगा और उदयपुर जिले में एक किलोमीटर से कम दूरी की 8 टनल भी बनाई जाएंगीं, जो जमीन पर होंगी. इस मायने में जमीन अधिग्रहण का मामला कम से कम रहेगा. इसी प्रकार यह ट्रैक 5 नदियों के ऊपर से भी गुजरेगा.

अधिकारियों ने बताया कि इस परियोजना को मूर्त रूप देने के लिए हेलीकॉप्टर से संपूर्ण ट्रैक का सर्वे किया जाएगा और इस सर्वे के आधार पर विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की जाएगी. डीपीआर की स्वीकृति उपरांत प्रोजेक्ट का धरातल पर क्रियान्यवन किया जाएगा.

प्रजेंटेशन के दौरान नेशनल हाई स्पीड रेल कॉपार्रेशन लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक अनुप अग्रवाल, कॉर्पोरेशन के सर्वे मैनेजर राजीव दत्त, राईट्स के डीजीएम पीके राव, स्मार्ट सिटी सीईओ नीलाभ सक्सेना, एडीएम ओपी बुनकर व अन्य अधिकारी मौजूद थे.

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