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मध्य प्रदेश में झमाझम बारिश का दौर 10 साल का टूटा रिकॉर्ड

मध्य प्रदेश में झमाझम बारिश का दौर जारी है. सितंबर में अभी तक हुई बारिश ने पिछले 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में एक और सिस्टम सक्रिय हो गया है.

विभाग ने प्रदेश के 3 जिलों में ऑरेंज और 10 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है. इसके बावजूद प्रदेश में 1 जून से अभी तक सामान्य से 3% बारिश कम हुई है.

मौसम विभाग के मुताबिक, बीते 24 घंटे में ग्वालियर में 44.1 मिमी, धार में 36.8 मिमी, खण्डवा में 33 मिमी, उज्जैन में 24 मिमी, इंदौर में 19 मिमी, पचमढ़ी में 17 मिमी, होशंगाबाद में 16.4 मिमी, शाजापुर में 11 मिमी, रतलाम में 11 मिमी,

टीकमगढ़ में 10 मिमी, दमोह में 9 मिमी, उमरिया में 8.8 मिमी, मलाजखंड में 8.2 मिमी, सतना में 7.2 मिमी, नौगांव में 6.4 मिमी, जबलपुर में 5.7 मिमी, रीवा में 5.4 मिमी, सीधी में 3.8 मिमी,

भोपाल सिटी में 4 मिमी, भोपाल में 2.6 मिमी, खजुराहो में 2 मिमी, सागर में 1.4 मिमी, बैतूल में 0.6 मिमी, रायसेन में 0.4 मिमी, छिंदवाड़ा में 0.4 मिमी, गुना में 0.4 मिमी, दतिया में 37 मिमी बारिश हुई. जबलपुर में आज से अच्छी बारिश की उम्मीद है. जबलपुर सहित 10 जिलो में कम बारिश हुई है.

मौसम विभाग का कहना है कि सितंबर महीने में बारिश ने पिछले दस साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. सूबे में 16 दिनों में ही 5.5 इंच पानी गिर चुका है. एक तरफ भोपाल में बारिश का कोटा सामान्य से अधिक हो गया,

वहीं दूसरी तरफ इंदौर सहित 7 जिले पहले से बेहतर स्थिति में पहुंच चुके हैं. प्रदेश में एक सिस्टम और सक्रिय हुआ है. इसके असर से प्रदेश के ज्यादातर जिलों में तेज बारिश का दौर जारी रहेगा.

मौसम विभाग ने दतिया, भिंड, मुरैना में भारी से अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं, सागर, रीवा, जबलपुर, शहडोल, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, होशंगाबाद, ग्वालियर और चंबल संभागों के जिलों में अलर्ट जारी किया है.

मौसम विभाग ने भारी बारिश को लेकर रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, अनूपपुर, शहडोल, डिंडौरी, बालाघाट, सागर, छतरपुर, पन्ना, दमोह, टीकमगढ़, निवाड़ी, शिवपुरी, अशोकनगर, ग्वालियर,

श्योपुरकलां, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, होशंगाबाद, बैतूल, खरगोन, शाजापुर, आगर और मंदसौर जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने भारी बारिश के चलते निचले इलाकों और क्षेत्रों में जलभराव की संभावना भी जताई है.

भोपाल में तेज बारिश होने से जलस्रोतों में जलस्तर बढ़ा है. भोपाल के केरवा डैम के गेट खुल सकते हैं. डैम में 1672.21 फीट वॉटर लेवल पहुंच गया है. फुल टैंक लेवल आने में 1 फीट से भी कम पानी की जरूरत है. पानी फुल टैंक लेवल तक आने पर डैम के गेट ऑटोमैटिक खुल जाएंगे. केरवा डैम में 8 ऑटोमैटिक गेट लगाए गए हैं.

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