खुशखबर में सबसे पहली अच्छी खबर तो ये है कि बिहार के जमुई जिले की रहने वाली बेबी को ‘इंटरनेशनल गर्ल चाइल्ड डे’ के मौके पर एक दिन के लिए कनाडा का हाई कमिश्नर बनाया गया। बेबी ने कभी नहीं सोचा था कि उसके जीवन में ऐसा दिन भी आएगा। बेबी का पूरा नाम बेबी कुमारी है और उसकी उम्र 21 साल है।
बेबी ने अपने गांव और आसपास के इलाकों में बालिकाओं के शैक्षणिक, आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए काफी काम किया है। बेबी एक बहुत ही गरीब परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता किसान हैं। साढ़े चार फीट की बीए प्रथम वर्ष की छात्रा बेबी का हौसला बहुत ऊंचा है। बता दें, साल 2016 में बेबी कुमारी को भागलपुर गांव के समुदाय का नेता चुना गया था। बेबी ने कनाडा हाई कमीशन के पद पर बैठ कर बड़े-बड़े सवाल खड़े कर जमुईवासियों को गौरवान्वित होने का अवसर दिया।
यूएन मानवाधिकार परिषद में भारत की बड़ी जीत
संयुक्त राष्ट्र में भारत को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष मानवाधिकार संस्था में भारत तीन साल के लिए सदस्य चुन लिया गया है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के सदस्य के रूप में भारी मतों से जीत दर्ज की है। उसे एशिया-प्रशांत श्रेणी में सबसे ज्यादा 188 वोट मिले हैं। भारत का कार्यकाल एक जनवरी 2019 से शुरू होगा। परिषद के सदस्यों ने गुप्त मतदान किया और भारत को सबसे ज्यादा वोट देकर परिषद का सदस्य चुना। बता दें कि परिषद में चुने जाने के लिए किसी भी देश को कम से कम 97 वोटों की जरूरत होती है।
ओलंपियन पहलवान ने की बिना दहेज के शादी
देश के नामी ओलंपियन पहलवान ने लोगों के लिए एक ऐसी मिसाल पेश की, जो हर किसी के बस की बात नहीं। उन्होंने बिना दहेज के शादी की और सगाई में सिर्फ एक मुट्ठी चावल लिए। बात हो रही है पहलवान मनोज कुमार की, जो कुरुक्षेत्र के मथाना गांव की नेहा के साथ शादी के बंधन में बंधे। मनोज कुमार ने उदाहरण पेश करते हुए बिना दहेज के शादी की। वहीं सगाई में शगुन के तौर पर सिर्फ एक मुट्ठी चावल लिए। इस अनोखी शादी की अब हर कोई चर्चा कर रहा है।
ओलंपियन पहलवान ने की बिना दहेज के शादी
देश के नामी ओलंपियन पहलवान ने लोगों के लिए एक ऐसी मिसाल पेश की, जो हर किसी के बस की बात नहीं। उन्होंने बिना दहेज के शादी की और सगाई में सिर्फ एक मुट्ठी चावल लिए। बात हो रही है पहलवान मनोज कुमार की, जो कुरुक्षेत्र के मथाना गांव की नेहा के साथ शादी के बंधन में बंधे। मनोज कुमार ने उदाहरण पेश करते हुए बिना दहेज के शादी की। वहीं सगाई में शगुन के तौर पर सिर्फ एक मुट्ठी चावल लिए। इस अनोखी शादी की अब हर कोई चर्चा कर रहा है।
गोबर से भी पशुपालकों की होगी कमाई
डेयरियों से रोजाना निकलने वाले टनों गोबर का इस्तेमाल न केवल खाद, बिजली और गैस बनाने में किया जाएगा, बल्कि इससे पशुपालकों को भी हर महीने हजारों रुपये का मुनाफा होगा। उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने इस दिशा में पहल करते हुए भलस्वा डेयरी में एक बायो मिथनाइजेशन प्लांट बनाने की दिशा में पहल की है। इसमें इस्तेमाल होने वाले प्रति टन गोबर के लिए पशुपालकों को 651 रुपये की कीमत चुकाने का प्रस्ताव हैं। इस परियोजना को हरी झंडी मिलने से सीवर जाम की समस्या से छुटकारा मिलने के साथ-साथ स्वच्छता अभियान को भी नई रफ्तार मिलेगी।