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मन में आत्मविश्वास हो तो कोई भी लक्ष्य कठिन नहीं: सीएम योगी

मन में आत्मविश्वास हो तो कोई भी कार्य या कोई भी लक्ष्य हासिल करना कठिन नहीं है। किसी भी चीज को
छोटा मत समझिए। छोटी-छोटी चीजें भी जीवन में बहुत महत्वपूर्ण होती हैं। हम विफल तभी होते हैं जब हम
कई बातों को छोटा समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। यह भी याद रखें मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता।
मेहनत करेंगे तो लक्ष्य जरूर प्राप्त करेंगे।
यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा में मेरिट सूची में स्थान
बनाने वाले मेधावी विद्यार्थियों से संवाद करते हुए कही। शुक्रवार को एनेक्सी भवन सभागार में गोरखपुर
जनपद में हाईस्कूल व इंटर के टॉप टेन विद्यार्थियों के बीच मुख्यमंत्री कभी अभिभावक की भूमिका में दिखे
तो कभी शिक्षक तो कभी इन विद्यार्थियों के सहपाठी। 'मेधावी विद्यार्थी संवाद' नामक इस कार्यक्रम में सीएम
योगी ने विद्यार्थियों को और शानदार सफलता हासिल करने के लिए टिप्स देते हुए कहा कि हर महत्वपूर्ण
चीज की नोटबुक बनाइए। किसी दूसरे पर निर्भर होने की बजाय अपने नोटबुक से परीक्षा देंगे तो लक्ष्य के
अनुरूप सफलता अवश्य प्राप्त होगी। कोई भी परीक्षा हो तो उसके लिए पूरी तैयारी करना, साथ ही खुद को
भय और चिंता से मुक्त करना भी बहुत आवश्यक है।
नियमित समाचार पत्र पढ़ खुद को अपडेट रखें विद्यार्थी
सीएम योगी ने कहा कि सभी विद्यार्थियों को नियमित समाचार पत्र पढ़ने की आदत डालनी चाहिए।
समझाया, यह आपके सामान्य ज्ञान को अपडेट रखने का बेहतर माध्यम है। उन्होंने सुझाव दिया कि विद्यार्थी
समाचार पत्रों के संपादकीय पेज पर प्रकाशित लेखों का अध्ययन अवश्य करें और उसमें से महत्वपूर्ण
विचारों व तथ्यों को नोट करने की भी आदत डालें। कहा कि संपादकीय पेज के लेख तथ्यपरक, ज्ञानवर्धक व
रोचक होते हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने सभी विद्यार्थियों को पुस्तकालय में जाकर पुस्तकों को देखने,
उनका अध्ययन करने व वर्तमान दौर में ऑनलाइन माध्यम से देश-दुनिया के पुस्तकालयों से जुड़ने का भी
सुझाव दिया।

पीएम मोदी की एग्जाम वारियर्स जरूर पढ़ें, मिलेगा प्रेरक मार्गदर्शन
संवाद के दौरान सीएम योगी ने विद्यार्थियों से सवाल किया कितने बच्चों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एग्जाम
वारियर्स पढ़ी है, कितनों ने पीएम की परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम को देखा-सुना। साथ ही कहा कि सभी
विद्यार्थियों को एग्जाम वारियर्स जरूर पढ़ना चाहिए, इससे सफलता हासिल करने के लिए प्रेरक मार्गदर्शन
मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम के जरिए देश से जुड़ते हैं। देश के किसी
भी कोने में कौन क्या नया कर रहा है इसकी रोचक जानकारी देते हैं।
व्यक्तित्व विकास में पाठ्येत्तर गतिविधियां भी सहायक
सीएम योगी ने विद्यार्थियों से संवाद करते हुए उन्हें व्यक्तित्व विकास के लिए पाठ्येत्तर गतिविधियों में भी
भाग लेने की सीख दी। उन्होंने कहा कि परीक्षाओं की तैयारी के साथ अन्य क्षेत्रों में भी रुचि रखनी चाहिए।
इस दौरान उन्होंने मेधावी छात्रा वैष्णवी अग्रहरी का उदाहरण देते हुए कहा कि वैष्णवी रामचरितमानस व
श्रीमद्भागवत गीता का सस्वर गायन करती हैं। यह व्यक्तित्व को आगे बढ़ाने में सहायक है। विद्यार्थियों को
खेलकूद व समसामयिक विषयों पर सकारात्मक डिबेट की भी आदत होनी चाहिए।
पठन-पाठन का माहौल बनाना प्रधानाचार्य की जिम्मेदारी
कार्यक्रम में मेधावी विद्यार्थियों के विद्यालयों के प्रधानाचार्य भी मौजूद थे। उनका आह्वान करते हुए
मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यालय में पठन पाठन तथा अनुशासन का माहौल बनाना प्रधानाचार्य की जिम्मेदारी
है। उन्होंने अपील की की विद्यालयों में क्लास रूम के साथ ही लैब, लाइब्रेरी व परिसर सभी साफ-सुथरे होने
चाहिए। यदि किसी विद्यालय में सफाईकर्मी न हो तो शिक्षक व छात्र सामूहिक रूप से यह कार्य कर सकते हैं।
विद्यार्थी में स्वच्छता का भाव हो, अनुशासन हो और वह समय पर स्कूल जाएं, इसके लिए विद्यार्थी के साथ
अभिभावकों को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। सीएम योगी ने प्रधानाचार्यों से कहा कि विद्यालयों में
प्रार्थना सभा में नित्य नई जानकारियां दी जाएं। साथ ही सभी विद्यालयों में पुरातन छात्र परिषद का भी गठन
करना चाहिए। पुरातन छात्रों के अनुभवों का लाभ इन विद्यार्थियों को मिलेगा और इनका मार्गदर्शन होगा।
ऐसे प्रयासों से हम हर विद्यालय में कुछ नया कर सकते हैं।
छात्रों को मिले शासन की योजनाओं की जानकारी
सीएम योगी ने प्रधानाचार्यो से यह भी अपील की कि विद्यार्थियों को शासन की योजनाओं की भी जानकारी
दी जानी चाहिए। यदि कोई विद्यार्थी नीट, जेईई, एनडीए, यूपीएससी आदि की तैयारी करना चाहता है और
उसे सरकार द्वारा चलाई गई अभ्युदय कोचिंग योजना की जानकारी दी जाएगी तो उसके लिए बहुत

लाभकारी होगी। इसी तरह मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की जानकारी प्रसारित कर कई बालिकाओं का
भविष्य संवारा जा सकता है। इसके लिए विद्यालयों को पहले खुद जागरूक होना होगा। उन्होंने कहा कि
विद्यार्थियों को यदि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, स्टार्टअप योजना, स्टैंड अप योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार
योजना, एक जिला एक उत्पाद योजना आदि की जानकारी रहेगी तो उनके माध्यम से उनके अभिभावक या
रिश्तेदार भी लाभान्वित हो सकेंगे। उन्होंने विद्यार्थियों को सुझाव दिया कि वे समाचार पत्रों में शासन की
योजनाओं को देखें, उसकी कटिंग सुरक्षित रखें और प्रशासन के अधिकारियों से उसके बारे में और अधिक
जानकारी लें।
अखिल भारतीय परीक्षाओं के अनुरूप पाठ्यक्रमों में बदलाव
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी बोर्ड गलत नहीं होता। हम एनसीईआरटी के पाठ्यक्रमों को लागू कर रहे हैं
ताकि यहां के विद्यार्थियों की तैयारी अखिल भारतीय परीक्षाओं के अनुरूप हो सके। नए पाठ्यक्रम को आगे
बढ़ाने की तैयारी के साथ ही शिक्षकों के प्रशिक्षण पर भी जोर दिया गया है। इसके साथ ही हर विद्यालय में
शिक्षकों की पूरी तैनाती की जा रही है। पुराने भवनों का सुदृढ़ीकरण कराया जा रहा है।
मेधावियों को सीएम के हाथों मिला सम्मान व उपहार
कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी बोर्ड के जिला टॉपरों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर
सम्मानित किया। साथ ही उपहार स्वरूप उन्हें बैग व पुस्तकें प्रदान कीं। इन पुस्तकों में पीएम मोदी की एग्जाम
वारियर्स भी शामिल है।
सीएम योगी की सहजता के मुरीद हो गए विद्यार्थी, अभिभावक व प्रधानाचार्य
मेधावी विद्यार्थी संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जिस आत्मीयता व इत्मीनान से विद्यार्थियों, प्रधानाचार्यों व
अभिभावकों से संवाद किया, उसे देख सभी उनके मुरीद हो गए। सीएम योगी ने एक-एक करके सभी टापरों
से उनका विस्तृत परिचय जाना, उनके विषयों और परीक्षा में प्राप्त अंको की जानकारी ली और उन्हें बधाई
दी। परिचय का क्रम पूरा होने के बाद वह एक बार फिर विद्यार्थियों से मुखातिब हुए। इस बार उन्होंने एक-एक
कर सभी से उनकी आगे की पढ़ाई को लेकर हो रही तैयारियों की चर्चा की और उनका मार्गदर्शन किया।
विद्यार्थियों के बाद उन्होंने प्रधानाचार्य से विद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं, छात्र संख्या आदि के बारे में
जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कुछ अभिभावकों सेबी संवाद किया इस दौरान एक मेधावी विद्यार्थी की माता ने
भावुक होते हुए कहा, महाराज जी अब तक आपको अखबार या टीवी में देखते थे। आज मेरे बच्चे ने यह
सौभाग्य दिलाया है कि आज आपसे साक्षात बात करने का अवसर मिला।

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