राष्ट्रपति कोविंद अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर इस दिन रखेंगे करतारपुर कॉरिडोर की आधारशिला, जानिए क्यों है खास
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को कहा कि वह और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 26 नवंबर को गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक क्षेत्र में करतारपुर कॉरिडोर परियोजना की आधारशिला रखेंगे. अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर कहा, “यह साझा करते हुए खुशी हो रही है कि मैं 26 नवंबर को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद जी के साथ गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर करतारपुर कॉरिडोर की आधारशिला के वक्त मौजूद रहूंगा. यह वास्तव में गुरू नानक देव के सभी भक्तों के लिए एक बड़ा क्षण होगा.”
केंद्रीय कैबिनेट ने गुरुवार को पाकिस्तान के करतारपुर साहिब गुरुद्वारा तक तीर्थाटन सुगम बनाने के उद्देश्य से पंजाब के गुरदासपुर से अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) में गलियारा बनाने का निर्णय लिया. यह गुरु नानक की 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर होने वाले समारोहों का हिस्सा होगा. केंद्र सरकार ने हालांकि स्पष्ट कर दिया कि यह निर्णय पाकिस्तान के किसी भी प्रस्ताव के जवाब में नहीं लिया गया.
भारतीय सिखों के लिए खास है कॉरिडोर
करतारपुर कॉरिडोर भारत में रहने वाले सिख श्रद्धालुओं के लिए काफी खास माना जाता है. खास बात ये है कि भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर साहिब की दूरी महज तीन किलोमीटर है, अगर पाकिस्तान कॉरिडोर को खोल देता है तो भारतीय श्रद्धालु आसानी से करतारपुर में दर्शन कर सकेंगे. इसके लिए उन्हें किसी भी तरह के वीजा की आवश्यकता नहीं होगी.
सिद्धू ने किया सरकार के कदम का स्वागत
वहीं पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने केंद्र सरकार के इस कदम का स्वागत किया है. वह लंबे समय से इस गलियारे के निर्माण पर जोर डालते रहे हैं. नवजोत सिंह सिद्धू ने एक ट्वीट में कहा, ‘केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा उठाए गए इस बेहतरीन कदम का मैं स्वागत करता हूं, यह 12 करोड़ ‘नानक नाम लेवाओं’ के लिए खुशी की बात है. यह दोनों देशों को जोड़ेगा, नफरत को कम करेगा और घाव पर मरहम का काम करेगा.’