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पिता बनने पर ये कंपनी देगी 6 महीने की छुट्टी, 70 हजार की मदद भी

फूड एग्रीगेटर कंपनी जोमैटो ने भारत में 26 सप्ताह की पैटर्निटी लीव की घोषणा की है. इसका मतलब यह हुआ कि किसी कामकाजी महिला की तरह पुरुष को भी पैटर्निटी लीव के तौर पर छुट्टी मिलेगी. दरअसल, सरकारी नियमों के मुताबिक कामकाजी गर्भवती महिलाओं को बच्‍चे की देखभाल के लिए 26 हफ्ते यानी करीब 6 महीने की छुट्टी मिलती है. इसे मैटर्निटी लीव कहा जाता है

वहीं पुरुषों के लिए इस तरह की कोई सुविधा नहीं है. हालांकि जोमैटो की ओर से की गई नई पहल के बाद पुरुष वर्ग भी पैटर्निटी लीव का फायदा उठा सकेंगे. आसान भाषा में समझें तो पिता बनने पर पुरुष वर्ग को भी छुट्टी मिलेगी.

जोमैटो के छुट्टी की यह नई पॉलिसी सेरोगेसी, एडॉप्शन और समलैंगिक पार्टनरों पर भी लागू होगी. अहम बात यह है कि पैरंट्स को कंपनी की तरफ से प्रति बच्चा 1,000 डॉलर यानी करीब 70 हजार रुपये की सहायता भी दी जाएगी.पॉलिसी में यह बदलाव उन कर्मचारियों पर भी लागू होगा, जो पिछले छह महीने के दौरान पैरंट बने हैं.

क्‍या कहा जोमैटो के फाउंडर ने 
जोमैटो के फाउंडर दीपिन्दर गोयल ने सोमवार को एक ब्लॉग में कहा, ‘ नए बच्चे का इस दुनिया में स्वागत करने को लेकर महिला और पुरुषों के लिए छुट्टियों की अलग-अलग व्यवस्था बहुत असंतुलित है. हमें लगता है कि आने वाले समय में पुरुषों और महिलाओं के लिए पैरंटल लीव पॉलिसी में लेश मात्र का भी अंतर नहीं होगा.’

पहले 12 हफ्ते की थी मैटर्निटी लीव
बता दें कि पहले भारत में कामकाजी महिलाओं की मैटर्निटी लीव 12 हफ्ते के लिए थी. साल 2017 में इसे बढ़ाकर 26 सप्‍ताह किए जाने के प्रस्ताव को संसद ने मंजूरी दी.

इस नियम के बाद 3 महीने से कम उम्र के बच्चों को गोद लेने वाली या सेरोगेट मांओं को भी 12 सप्‍ताह की छुट्टी दी जाती है. भारत से ज्यादा छुट्टी सिर्फ कनाडा और नॉर्वे में दी जाती है. कनाडा में 50 हफ्ते और नॉर्वे में 44 हफ्ते का अवकाश मिलता है.

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