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कोरोना वायरस: कोरोना वायरस से अर्थव्यवस्था पर बुरा असर……..

इन दिनों चीन एक नए वायरस के साथ संघर्ष कर रहा है, इससे अब तक लगभग 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इस वायरस की वजह से चीन की अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ना तय है। चिंता की एक बात ये भी है कि कोरोना वायरस की वजह से चीन के साथ दुनियाभर की अर्थव्यवस्था प्रभावित हो सकती है. अर्थव्यवस्था को लेकर अभी साफ-साफ आंकड़ा तो नहीं दिया जा रहा है, लेकिन इतना बताया जा रहा है कि इससे चीन के साथ दुनियाभर की अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी.

चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. विशेषज्ञ बता रहे हैं कि चीन की अर्थव्यवस्था में आई गिरावट का असर दुनियाभर पर पड़ेगा. अगर चीन अपने संभावित विकास दर को हासिल करने में नाकाम रहता है तो दुनियाभर में स्लोडाउन आएगा. भारत भी अपने गिरते विकास दर से चिंतित है. ऐसे में ग्लोबल स्लो डाउन का असर यहां भी देखने को मिल सकता है.

सार्स महामारी से हुआ था बड़ा आर्थिक नुकसान
इसके पहले भी महामारी फैलने की वजह से दुनिया की अर्थव्यवस्था प्रभावित हो चुकी है. 2002-2003 में चीन में सीवियर एक्यूट रेसपेरेट्री सिंड्रोम यानी सार्स ने भयानक कहर बरपाया था.

कोरोना वायरस का चीन के शेयर बाजार पर पड़ा असर

चीन में कोरोना वायरस का नकारात्मक असर दिखना शुरू भी हो गया है. चीन के शेयर बाजार इससे प्रभावित हुए हैं. चीन के शेन्जेन और शंघाई स्टॉक मार्केट में 3.52 और 2.75 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. चीन में नए साल की छुट्टियां मनाई जा रही है. अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले नकारात्मक असर को कम करने के लिए अगले सोमवार तक के लिए छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं.

ट्रांसपोर्ट सेक्टर पर असर

इन दिनों चीन में कुछ इलाकों में यात्रा प्रतिबंध लागू है। ऐसे में वो वहां जा ही नहीं सकते हैं। इसके अलावा जब से कोरोना वायरस के बारे में दुनिया भर में बात फैली है तो चीन में रहने वाले लोग भी वहां से वापसी दूसरे देशों के लिए निकल चुके हैं। इस वजह से चीन के पर्यटक उद्योग को भी नुकसान हो रहा है। . एक आंकड़े के मुताबिक चीन के करीब 70 लाख लोगों ने विदेश जाने का प्लान बनाया था. अब इसमें 2019 के मुकाबले करीब 40 फीसदी की कमी दर्ज की जा रही है.

 

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