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कोरोनावायरस से जुड़ी कई फेक न्यूज पर ध्यान ना दे यहां पढ़े। …..

कोरोनावायरस का न शरीर के रंग से संबंध, न शराब से कोई मतलब जी हां कोरोनावायरस से जुड़ी कई फेक न्यूज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं कई लोग इन बातो को सही मान रहे है पर इन खबरों पर यकीन न करें आपको बतादे की दुनियाभर में इस जानलेवा महामारी की वजह से अब तक दस लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और कई लोगों की जान गई है। वहीं भारत में भी अब तक 3000 से अधिक संक्रमित हुए हैं और 75 मौतें हुई हैं इसी बीच कोरोना से जुड़ी कई फर्जी खबरें भी वायरल की जा रही हैं, इससे लोगों में भ्रम की स्थिति बन रही है तो आइये जानते है सोशल मीडिया में वायरल हुए दावों का सच। ….

1-वायरल पोस्ट: सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट में दावा किया गया कि कोरोनावायरस से पीड़ित शख्स का रंग अधिक सांवला होने के कारण इलाज सफल हो पाया है पोस्ट में बताया गया है कि हमारा मिलेनिन यानि की रंग के लिए जिम्मेदार तत्व ही हमारी सुरक्षा है अब इसमें सच क्या है बताते है
सच: इस मामले पर एक्सपर्ट ने बताया की सांवले रंग के लोगों का वायरस के प्रति रेसिस्टेंट होने की बात झूठी है। अफ्रीका में कोरोनावायरस के मामलों की जांच करने वाले शोधकर्ता प्रो एमेड्यू अल्फा के मुताबिक, रिसर्च में इसका कोई प्रमाण नहीं मिला है।

2-वायरल पोस्ट: शराब पीने वालों को कोरोनावायरस नहीं होगा अब इसमें सच क्या है बताते है
सच: WHO ने कोरोना से बचाव को लेकर जारी की गाइडलाइंस में अल्कोहल का जिक्र तो किया, लेकिन कहीं भी ये नहीं लिखा कि अल्कोहल का सेवन करने से कोरोनावायरस से बचा जा सकता है WHO ने यह सलाह जरूर दी है कि हाथों को साबुन-पानी से बार-बार धोएं। गंदा होने पर अल्कोहल बेस्ड हैंडवॉश का इस्तेमाल कर सकते हैं, इससे हाथों में आए वायरस खत्म हो जाते हैं लेकिन ये कही नहीं कहा की सेवन करने से कोरोना वायरस नहीं होता।

3-वायरल पोस्ट: चीन के सैकड़ों नागरिकों ने इस्लाम धर्म कबूल किया है, क्योंकि कोरोनावायरस मुस्लिमों को अपना शिकार नहीं बना रहा अब इसमें सच क्या है बताते है
सच: कोई अध्ययन ऐसा नहीं है, जो यह कहता हो कि इस वायरस का किसी धर्म से संबंध है अगर ऐसा होता तो तब्लीगी मरकज से देश में कोरोना संक्रमण का फैलने का खतरा ना बढ़ता

4-वायरल पोस्ट: थाईलैंड के डॉक्टरों ने कोरोनावायरस के संक्रमित मरीज को पूरी तरह ठीक कर लिया है। मरीज को 48 घंटे के अंदर एंटी-एचआईवी ड्रग से ठीक करने का दावा किया गया है अब इसमें सच क्या है बताते है
सच: कोरोनावायरस के मरीज को 48 घंटे में पूरी तरह से ठीक करने का दावा गलत है आपको बतादे की 2 फरवरी 2020 को थाइलैंड की पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्री ने प्रेस कॉफ्रेंस में इस मामले की जानकारी दी थी। उनका कहना था मरीज को दवा देने के 48 घंटे में उसकी हालत में सुधार देखने को मिला लेकिन इससे कोरोना का मरीज़ पूरी तरह ठीक हो ये बात बिल्कुल गलत है

5-वायरल पोस्ट: लहसुन से कोरोनावायरस के इलाज का दावा किया गया अब इसमें सच क्या है बताते है
सच: कोरोनावायरस के इलाज को लेकर अभी तक कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल सकी है WHO ने इस संबंध में निर्देश भी जारी किए WHO ने ट्वीट किया और बताया की लहसुन से कोरोनावायरस के इलाज के कोई पुख्ता प्रमाण नहीं मिले हैं।

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