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तड़के सुबह 3.37 मिनट पर करगिल में भूकंप के झटके महसूस किए गए

लद्दाख के करगिल में रविवार सुबह साढ़े तीन बजे के करीब जमीन हिल गई. इसकी वजह थी भूकंप. सुबह 3.37 मिनट पर करगिल में भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 4.7 थी.

नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप का केंद्र करगिल से 433 किलोमीटर नॉर्थ-नॉर्थवेस्ट था. अच्छी बात ये रही कि इस भूकंप से किसी के हताहत होने या संपत्तियों को नुकसान पहुंचने की खबर नहीं मिली है.

इससे पहले गुरुवार को भी करगिल में भूकंप के झटके महूसस किए गए थे. तब रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.5 मापी गई थी.

नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, दोपहर 1 बजकर 11 मिनट पर करगिल में भूकंप के झटके महसूस किए गए. इसका केंद्र करगिल से 119 किलोमीटर नॉर्थवेस्ट में रहा.

लद्दाख में भूकंप के झटके महसूस किए जाने के थोड़ी देर बाद जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. दोपहर 2 बजकर 2 मिनट पर आए इस भूकंप की तीव्रता 3.6 मापी गई. वहीं, 1 जुलाई को जम्मू-कश्मीर में एक ही दिन में दो बार भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे. भूकंप का केंद्र किश्तवाड़ रहा.

मंगलवार देर रात 11 बजकर 32 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप के झटके डोडा जिले में भी महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.6 रही है. ऐसे में बीते तीन से चार दिन में देश के अलग-अलग हिस्सों में रोज भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.

पिछले कुछ दिनों में देखें तो देश के अलग-अलग हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं. इससे पहले शुक्रवार शाम सात बजे के करीब दिल्ली एनसीआर समेत कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. उस दिन भी भूकंप की तीव्रता 4.7 ही थी. जबकि भूकंप का केंद्र राजस्थान का अलवर जिला था.

– 0 से 1.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है.

– 2 से 2.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर हल्का कंपन महसूस होता है.

– 3 से 3.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर होता है.

– 4 से 4.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं. दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं.

– 5 से 5.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर फर्नीचर हिल सकता है.

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