उन्मादी हिंसा में यूपी पुलिस को कड़े निर्देश, विशेष टास्क फोर्स बनेगी
उन्मादी हिंसा (मॉब लिंचिंग) और हत्या की बढ़ती घटनाओं के दृष्टिगत यूपी पुलिस ने ऐसी जघन्य घटनाओं की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाए हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर डीजीपी ओपी सिंह ने उन्मादी हिंसा को लेकर गाइड लाइन जारी की है। साथ ही ऐसी घटनाओं में आरोपितों से पूरी सख्ती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं। जिले में एसएसपी/एसपी ऐसे घटनाओं की रोकथाम के लिए नोडल अधिकारी होंगे, जबकि उनकी सहायता के लिए हर जिले में एक डिप्टी एसपी को नामित किया जाएगा।
कुछ और भी निर्देश
- सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों पर इस प्रकार की आपत्तिजनक सूचनाएं प्रसारित करने तथा दूसरों को उकसाने वालों पर शिकंजा कसा जाए।
- नोडल अधिकारी ऐसी घटना में पीडि़त पक्ष अथवा वर्ग के खिलाफ नफरत का वातावरण खत्म कराने के लिए आवश्यक कार्रवाई करेंगे।
- पूर्व में जहां ऐसी घटनायें हुई हों, वहां प्रभावी पेट्रोलिंग भी की जाये।
- रेडियो, दूरदर्शन व मीडिया के जरिये ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई का संदेश भी दिया जाए।
- सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक संदेश प्रसारित करने वालों पर शिकंजा कसा जाए।
विशेष टास्क फोर्स का गठन होगा
डिप्टी एसपी पर भीड़ के द्वारा की जाने वाली हिंसा को रोकने के लिए प्रभावी कार्रवाई की जिम्मेदारी होगी। नोडल अधिकारी हर जिले में विशेष टास्क फोर्स का भी गठन करेंगे। टास्क फोर्स ऐसे व्यक्तियों की सूचनाएं जुटाएगी जो ऐसी घटनाएं कर सकते हैं अथवा लोगों को उकसाने के लिए भड़काऊ भाषण देने तथा अफवाह फैलाने वाले हैं। पिछले पांच सालों में जहां इस प्रकार की घटनाएं हुई हैं, उन क्षेत्रों व स्थानों को भी सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया गया है। थानावार इन सूचनाओं का ब्योरा समान प्रारूप में जुटाया जाएगा। इसके साथ ही कार्रवाई के लिए कई अन्य महत्वूपर्ण निर्देश दिए गए।