पीएम नरेंद्र मोदी आज फिर लखनऊ में, करेंगे 60 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकास के एजेंडे के साथ ही साथ पार्टी के मिशन 2019 की कमान अभी से ही खुद कमान संभाल ली है। प्रधानमंत्री इसी क्रम में लगातार दूसरे दिन लखनऊ में विकास कार्यों का शिलान्यास करेंगे।
बारिश के इस मौसम में आज सूबे की राजधानी में निवेश की भी फुहार पड़ेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 61,746 करोड़ रुपये निवेश की 81 परियोजना की आधारशिला रखेंगे। इनमें से 41,450 करोड़ रुपये की परियोजनाएं आइटी व इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र से संबंधित हैं। इन परियोजनाओं के मूर्त रूप लेने पर सूबे के 2.12 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। पीएम मोदी बिजनौर में सीमेंट प्लांट, बरेली में प्रोसेसिंग यूनिट और गोरखपुर में इंटिग्रेटेड स्टील प्लांट और हरदोई में इंटीग्रेटेड पेंट प्लांट का शिलान्यास करेंगे।
यूपी इन्वेस्टर्स समिट और उसके बाद भी प्रदेश में निवेश के लिए हुए 4.68 लाख करोड़ रुपये के समझौतों (एमओयू) को जमीन पर उतारने की श्रृंखला में यह पहला शिलान्यास समारोह (ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी) है। समारोह में उद्यमियों को उत्तर प्रदेश में आर्थिक संभावनाओं पर आधारित लघु फिल्म दिखाई जाएगी। वहीं समारोह का सभी जिलों में प्रसारण होगा। शिलान्यास समारोह की विशिष्टता को केंद्र सरकार के कुछ मंत्रियों की मौजूदगी भी बढ़ाएगी। इनमें केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और रेल मंत्री पीयूष गोयल शामिल होंगे। पीएम नरेंद्र मोदी 11.45 बजे चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां से वह सीधे कार्यक्रम स्थल रवाना हो जाएंगे। करीब डेढ़ घंटे शहर में रुकने के बाद वह दोपहर 1.55 पर विशेष विमान से दिल्ली लौट जाएंगे।
कई दिग्गज उद्योगपति शिलान्यास समारोह की रंगत बढ़ाएंगे। इनमें अडानी समूह के गौतम अडानी, आदित्य विक्रम बिड़ला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला, आइटीसी के चेयरमैन संजीव पुरी, एमएससी हेल्थकेयर के संस्थापक डॉ.बीआर शेट्टी, एस्सेल समूह के अध्यक्ष सुभाष चंद्रा, टोरेंट समूह के चेयरमैन सुधीर मेहता शामिल हैं। मुकेश अंबानी और रतन टाटा अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों की वजह से समारोह में नहीं पहुंच पाएंगे। सबसे ज्यादा परियोजनाएं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए1जिन निवेश परियोजनाओं की रविवार को नींव रखी जाएगी वे प्रदेश के 25 जिलों में स्थापित होंगी।
यूपी में 24 जिलों को एक साथ कवर करने वाली अलग-अलग निवेश परियोजनाओं का शुभारंभ कभी नहीं किया गया। निवेश की शुरुआत छह महीने पहले फरवरी में आयोजित हुए यूपी इन्वेस्टर्स समिट में हुई थी। यह कहा जा रहा है कि इनमें ज्यादातार योजनाएं योगी आदित्यनाथ सरकार के रहते ही पूरी कर ली जाएंगीं। लिहाजा आने वाले समय में सीएम योगी इसे बड़ी उपलब्धि के तौर पर पेश कर सकते हैं। इन परियोजनाओं में 41,450 करोड़ रुपए की योजनाएं आईटी व इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र से जुड़ी हैं।
अनुमान है कि इनसे यूपी के दो लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा। यूपी इन्वेस्टर्स समिट के दौरान जो प्रदेश में 4.68 लाख करोड़ रुपए के एमओयू साइन किए गए थे। उसे जमीन पर उतारने की श्रंखला का यह पहला शिलान्यस कार्यक्रम है। इस समारोह के दौरान उद्यमियों को यूपी में आर्थिक संभावनाओं पर आधारित लघु फिल्म दिखाई जाएगी। शिलान्यास के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केंद्रीय गृह राज्य मंत्री राजनाथ सिंह, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद के साथ रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और रेलमंत्री पियूष गोयल शामिल होंगे। शिलान्यास कार्यक्रम में जिन परियोजनाओं की नींव रखी जाएगी, उनमें 53 फीसदी प्रोजैक्ट नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद समेत पश्चिम उत्तर प्रदेश के हैं। वहीं बुंदेलखंड के लिए तीन फीसदी, सेंट्रल यूपी में 21 फीसदी और पूर्वांचल की 23 फीसदी परियोजनाएं हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लखनऊ में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी’ में हिस्सा लेंगे। उनके साथ देश के नामचीन उद्योगपति भी इस दौरान रहेंगे। पीएम मोदी करीब 60,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। टीसीएस नोएडा में आईटी/आईटीईएस सेंटर की स्थापना भी इसमें शामिल है। इनका पूरा प्रोजेक्ट 2300 करोड़ का है। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में पेटीएम, गेल, एचपीसीएल, टीसीएस, बी.एल. एग्रो, कनोडिया ग्रुप, एसीसी सीमेंट, मेट्रो कैश एण्ड कैरी, पीटीसी इंडस्ट्रीज, गोल्डी मसाले, डीसीएम श्रीराम समेत विभिन्न समूहों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
निवेश की बुनियाद पर सियासी सपनों की इमारत
पिछली सरकारों तक निवेश के लिए तरसते रहे उप्र में 60 हजार करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाओं को जमीन पर उतारने का यह कार्यक्रम अभूतपूर्व तो होगा ही, भाजपा के लिए यह सियासी सपनों की इमारत खड़ी करने का अवसर भी मुहैया कराएगा। इनवेस्टर्स समिट के पांच महीने के अंतराल पर निवेश प्रस्तावों की पहली खेप को धरातल पर उतार कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ‘जो कहा, सो किया’ वाले अंदाज में हुंकार भरेंगे। कार्यक्रम के मंच से यह संदेश देने की भी कोशिश होगी कि केंद्र में आने के बाद नरेंद्र मोदी ने विकास की जो बयार बहाई है, उसे राज्य सरकर ने और रफ्तार दी है।
यूपी में निवेश का योगी सरकार बनाएगी अनूठा रिकॉर्ड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश की 60 हजार करोड़ की 81 परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इसके साथ ही योगी सरकार उत्तर प्रदेश में महज डेढ़ वर्ष के कार्यकाल के दौरान ही इतने बड़े निवेश का अनूठा कीर्तिमान भी स्थापित करेगी। अखिलेश सरकार में करीब 50 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश हुआ था। बसपा कार्यकाल के दौरान 57 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश हुआ। उद्योग बंधु के आंकड़ों के अनुसार बसपा और सपा दोनों ही सरकारों के आखिरी वर्षों में सबसे ज्यादा निवेश हुआ।