उत्तर प्रदेशप्रदेश

गोरखपुर विश्वविद्यालय में आवेदकों का इंतजार करती रह गई एक लाख सीटें

गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और संबद्ध महाविद्यालयों में दाखिले के लिए हो रही स्नातक संयुक्त प्रवेश परीक्षा अपने उद्देश्यों में फेल हो गई है। तीन बार आवेदन की तिथि बढ़ाए जाने के बाद भी बुधवार को आखिरी दिन तक 1.78 लाख सीटों के सापेक्ष महज 59 हजार आवेदन ही आ सके हैं। जाहिर है अगर कोई नई नीति न बनाई गई तो तय है कि इस वर्ष गोरखपुर विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में स्नातक की एक लाख से अधिक सीटें खाली रह जाएंगी।

बुधवार को ऑनलाइन आवेदन की आखिरी तारीख थी। शाम पांच बजे तक स्नातक के सभी पाठ्यक्रमों के लिए 59 हजार पंजीयन हो चुके थे। इनमें से करीब आठ हजार अभ्यर्थियों का अभी शुल्क जमा होना शेष है। इसकी मियाद गुरुवार रात 12 बजे तक है। नियम न बदला तो निजी कॉलेजों को होगी दिक्कत : आवेदनों की कम स्थिति के मद्देनजर यह साफ है विश्वविद्यालय परिसर, राजकीय और अनुदानित कॉलेजों में सभी सीटें भर जाएंगी, दिक्कत स्ववित्तपोषित कॉलेजों में ही होगी। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि विश्वविद्यालय ‘प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए बिना प्रवेश संभव नहीं’ के अपने नियम में तब्दीली कर इन कॉलेजों को अपनी सुविधानुसार विज्ञापन कर प्रवेश लेने की अनुमति दे देगा।

बता दें गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रशासन ने बड़े जोर-शोर से शैक्षिक सत्र 2018-19 से स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले की प्रक्रिया बदल दी है। नए स्वरूप के मुताबिक विश्वविद्यालय परिसर एवं संबद्ध महाविद्यालयों के स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एक संयुक्त प्रवेश परीक्षा आयोजित होगी, जिसके बाद दाखिले के लिए प्रवेशार्थी अपनी पसंद के कॉलेजों का वरीयता क्रम बताएगा और फिर प्राप्तांकों के आधार पर ऑनलाइन कॉलेज अलॉटमेंट किया जाना है। पिछले वर्षों को जबकि स्नातक की 70-80 हजार सीटें आमतौर पर खाली रह जाती हैं, को नजीर मानते हुए अनुमान था कि कम से कम एक लाख आवेदन तो विश्वविद्यालय को मिलेंगे ही, पर यह अनुमान गलत साबित होता हो रहा है।

परास्नातक के लिए 10 हजार आवेदन

विश्वविद्यालय परिसर में संचालित पीजी कोर्सो के लिए आवेदन की आखिरी तारीख तक 11000 प्रवेश आवेदन मिल सके हैं। 9832 अभ्यर्थियों ने भरे गए फार्म जमा कर दिए हैं। जबकि 9808 ने फोटो व हस्ताक्षर भी अपलोड कर दिए हैं। हालांकि एमएससी रक्षा अध्ययन के लिए मात्र दो आवेदन आए हैं, जबकि एमकॉम के लिए 1227 आवेदन आए थे। एमए गणित के लिए मात्र 9 आवेदन आए हैं।

आवेदनों की स्थिति

कोर्स – आवेदन

बीए-22364

बीबीए-456

बीसीए-898

बीकॉम-5890

बीएससी (पीटी)-116

बीएससी एजी -2881

बीएससी जीव विज्ञान-6394

बीएससी गणित -8746

बीएससी एमएसटी-263

बीएससी नर्सिंग-2099

बीएससी गृहविज्ञान-106

इस संबंध में प्रवेश परीक्षा के समन्वयक प्रो. सुधीर श्रीवास्तव का कहना है कि 50 हजार से अधिक आवेदन संतोषजनक हैं। पहला प्रयास था, इसलिए थोड़ी दिक्कत हो सकती है। अगली बार से समस्या नहीं होगी। खाली सीटों के बारे में प्रवेश समिति निर्णय लेगी।

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