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कुशीनगर के नागरिकों ने अपने जनपद के विकास का दशकों पहले जो सपना देखा था, प्रधानमंत्री जी ने उन सपनों को विकास की एक नई उड़ान दी: मुख्यमंत्री

प्रधानमंत्री ने जनपद कुशीनगर में लगभग 254 करोड़ रु0 की लागत से निर्मित कुशीनगर अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज जनपद कुशीनगर में लगभग 254 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित कुशीनगर अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यकम को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री जी ने कहा कि विश्व भर के बौद्ध समाज के लिए भारत श्रद्धा और आस्था का केन्द्र है। आज कुशीनगर इण्टरनेशनल एयरपोर्ट की यह सुविधा, उनकी श्रद्धा को अर्पित पुष्पांजलि है। भगवान बुद्ध के ज्ञान प्राप्ति से लेकर महापरिनिर्वाण तक की सम्पूर्ण यात्रा का साक्षी यह क्षेत्र आज सीधे दुनिया से जुड़ गया है। श्रीलंकन एयरलाइंस के विमान का कुशीनगर में उतरना इस पुण्य भूमि को नमन करने की तरह है। देश सबका साथ और सबका प्रयास की सहायता से सबके विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि कुशीनगर का विकास, उत्तर प्रदेश सरकार और केन्द्र सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। कुशीनगर का इण्टरनेशनल एयरपोर्ट दशकांे की आशाओं और अपेक्षाओं का परिणाम है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि यह क्षेत्र सिर्फ भारत के अनुयायियों के लिये ही नहीं, बल्कि देश के सभी नागरिकों के लिये भी बहुत बड़ा श्रद्धा व आकर्षण का केन्द्र बनने जा रहा है। कुशीनगर इण्टरनेशनल एयरपोर्ट एयर कनेक्टिविटी का माध्यम बनने के साथ-साथ इसका सीधा लाभ किसान, पशुपालक, दुकानदार, श्रमिक, उद्यमी आदि को मिलेगा। सबसे ज्यादा लाभ यहां के टूरिज्म, ट्रेवल टैक्सी, होटल-रेस्टोरेन्ट, छोटे-छोटे बिजनेस करने वालों को मिलेगा। इस क्षेत्र के युवाओं के लिए रोजगार के नये अवसर बनेंगे।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि पर्यटन किसी भी स्वरूप में हो, आस्था अथवा आनन्द के लिए हो, आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर इसके लिये बहुत ज्यादा जरूरी है। रेल, रोड, एयरवेज, वॉटरवेज के साथ साथ होटल, हॉस्पिटल, इण्टरनेट-मोबाइल कनेक्टिविटी, सफाई व्यवस्था, सीवरेज ट्रीटमेन्ट का प्लान्ट यह अपने आप में एक सम्पूर्ण इन्फ्रास्ट्रक्चर है। टूरिज्म बढ़ाने के लिए इन सभी का एक साथ कार्य करना जरूरी है। आज 21वीं सदी का भारत इसी एप्रोच के साथ आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि कोरोना वैक्सीनेशन में भारत की तेज गति एवं प्रगति से दुनिया में एक विश्वास पैदा होगा। टूरिस्ट के रूप में अथवा किसी काम-काज से भारत आना पड़ता है तो व्यापक रूप से वैक्सीनेटेड भारत दुनिया के पर्यटकों के लिये आश्वस्ति का एक कारण बन सकता है। एयर कनेक्टिविटी को देश में उन लोगों तथा उन क्षेत्रों तक पहुंचाने पर जोर दिया गया, जिसके बारे में पहले सोचा भी नहीं गया था। इसी लक्ष्य के साथ उड़ान योजना को 4 साल पूरे हो रहे हैं। उड़ान योजना के बीते सालों में 900 से अधिक रूटों को स्वीकृति दी जा चुकी है तथा इनमें 350 से अधिक रूटों पर हवाई सेवा शुरू भी हो चुकी है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आने वाले 3-4 सालों में कोशिश यह है कि 200 से अधिक एयरपोर्ट, हेलीपैड और सी-प्लेन की सेवा देने वाले वॉटर ड्रोन का नेटवर्क भी देश में तैयार हो। बढ़ती हुई इन सुविधाओं के बीच एयरपोर्ट पर भारत का सामान्य नागरिक दिखने लगा है। मध्यम वर्ग के ज्यादा से ज्यादा लोग अब हवाई सेवा का लाभ ले रहे हैं। उड़ान योजना के तहत उत्तर प्रदेश में भी कनेक्टिविटी लगातार बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश में कुशीनगर एयरपोर्ट से पहले ही, 08 एयरपोर्ट चालू हो चुके हैं।
लखनऊ, वाराणसी, कुशीनगर के बाद जेवर मे भी इण्टरनेशनल एयरपोर्ट पर तेजी से काम चल रहा है। इसके अतिरिक्त, अयोध्या, अलीगढ़, आजमगढ़, श्रावस्ती, चित्रकूट, मुरादाबाद में भी नये एयरपोर्ट पर तेजी से काम चल रहा है। उत्तर प्रदेश के अलग-अलग अंचलो में हवाई मार्ग से कनेक्टिविटी बहुत जल्द मजबूत हो जायेगी। इससे घरेलू यात्रियों तथा श्रद्धालुओं को बहुत सुविधा होने जा रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का एविएशन सेक्टर प्रोफेशनली चले, सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता मिले, इसके लिए हाल ही में एयर इण्डिया से जुड़ा कदम देश ने उठाया है। यह निर्णय भारत के एविएशन सेक्टर को नई ऊर्जा देगा। भारत के युवाओं को यहीं बेहतर ट्रेनिंग मिले, इसके लिये देश के 05 एयरपोर्ट में नई फ्लाइंग एकेडमी स्थापित करने हेतु प्रक्रिया शुरु की गयी है। ट्रेनिंग के लिये एयरपोर्ट के उपयोग से जुड़े नियमों को भी सरल किया गया है।
भारत द्वारा हाल में बनाई गयी ड्रोन नीति भी देश में कृषि से स्वास्थ्य तक, डिजास्टर मैनेजमेंट से लेकर डिफेंस तक, जीवन को बदलने वाली है। ड्रोन की मैन्युफैक्चरिंग से लेकर ड्रोन फ्लाइंग से जुड़े ट्रेन्ड मैनपावर को तैयार करने के लिये भारत में सिस्टम विकसित किया जा रहा है। सारी योजनाएं तेजी से आगे बढ़ें, किसी तरह की कोई रुकावट न हो, इसके लिये प्रधानमंत्री गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान भी लॉन्च किया गया है। इससे गवर्नेंस में सुधार आयेगा। यह भी सुनिश्चित किया जायेगा कि सड़क, रेल, हवाई जहाज एक दूसरे को सपोर्ट करें और क्षमता बढ़ायें।
भारत में हो रहे निरन्तर रिफॉर्म का ही परिणाम है कि भारतीय सिविल एविएशन सेक्टर में 1,000 नये विमान जुड़ने का अनुमान लगाया गया है। आजादी के अमृत महोत्सव काल में भारत का एविएशन सेक्टर राष्ट्र की गति और राष्ट्र की प्रगति का प्रतीक बनेगा, उत्तर प्रदेश की ऊर्जा भी इसमें शामिल होगी।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि हम सबके लिए यह दिन कई मायनों में अत्यन्त महत्वपूर्ण है। आज शरद पूर्णिमा की पावन तिथि है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की गाथा को जन-जन तक पहुंचाने वाले, लौकिक संस्कृत में सर्वश्रेष्ठ महाकाव्य के रचयिता महर्षि वाल्मीकि जी की भी आज जयन्ती है। बौद्ध परम्परा के अनुसार अभिधम्म दिवस भी आज ही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूरी दुनिया में जब भी मैत्री और करुणा की बात आती है, विश्व मानवता भगवान बुद्ध का सदैव स्मरण करती है। प्रधानमंत्री जी ने संयुक्त राष्ट्र संघ में यही बात तो कही थी कि ‘दुनिया ने युद्ध दिया होगा, लेकिन भारत ने दुनिया को बुद्ध दिया है।’ जब भगवान बुद्ध की बात करते हैं, तो उत्तर प्रदेश और भारत का यह संदेश दुनिया के कोने-कोने में जाता है। भगवान बुद्ध से जुड़े सर्वाधिक स्थल उत्तर प्रदेश में हम सभी का गौरव हैं। चाहे भगवान बुद्ध की राजधानी कपिलवस्तु हो या जिस धरती पर उन्होंने पहला उपदेश दिया – सारनाथ हो, उन्होंने सबसे अधिक चातुर्मास श्रावस्ती में व्यतीत किये, सबसे अधिक कथाश्रवण और सत्संग का लाभ जिस धरती को मिला वह कौशाम्बी तथा इसी के साथ संकिसा एवं भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर भी उत्तर प्रदेश में है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश आजादी के बाद लगातार उपेक्षित था। इसके विकास की एक नई उड़ान को मजबूती के साथ आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री जी का आशीर्वाद व सान्निध्य पूर्वी उत्तर प्रदेश के 05 करोड़ से अधिक नागरिकों को प्राप्त हो रहा है। हम सब का सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री बनने के साथ प्रधानमंत्री जी ने बौद्ध सर्किट की इस परिकल्पना को साकार करना प्रारम्भ कर दिया। आज उसका परिणाम है कि बौद्ध सर्किट न केवल सड़क मार्ग बल्कि वायु मार्ग से भी जुड़ गया है। इसी क्रम में, अर्न्तराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन प्रारम्भ हो चुका है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 1947 से लेकर वर्ष 2014 तक उत्तर प्रदेश में केवल 2 एयरपोर्ट फंक्शनल थे, पहला लखनऊ तथा दूसरा वाराणसी, प्रदेश की कनेक्टिविटी भी उस समय मात्र 15 से 16 स्थानों के लिये थी। आज प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों से इस एयरपोर्ट का लोकार्पण होने जा रहा है। यह प्रदेश का 9वां फंक्शनल एयरपोर्ट होने जा रहा है। अब उत्तर प्रदेश 75 गंतव्य स्थानों पर वायु सेवा के साथ सीधे जुड़ चुका है। उड़ान योजना के अन्तर्गत हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज की यात्रा कर सकता है। प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी, विकास की ढेर सारी योजनाओं को अपने साथ लेकर आ रही है। कुशीनगर प्रदेश का तीसरा अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 11 नये एयरपोर्ट पर कार्य हो रहा है, जिसमें 02 अर्न्तराष्ट्रीय एयरपोर्ट – अयोध्या तथा नोएडा के निर्माण की कार्यवाही युद्ध स्तर पर आगे बढ़ रही है। प्रधानमंत्री जी का मार्गदर्शन न केवल उत्तर प्रदेश के विकास, बल्कि पर्यटन सुविधाओं को आगे बढ़ाने तथा उसके माध्यम से रोजगार की सम्भावनाओं को विकसित करने का एक सशक्त माध्यम बना है।
केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम0 सिंधिया ने सभी का स्वागत करते हुये कुशीनगर इण्टरनेशनल एयरपोर्ट की विशेषताओं के बारे में अवगत कराया।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी, केन्द्र एवं प्रदेश सरकार के मंत्रिगण सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

कुशीनगर के नागरिकों ने अपने जनपद के विकास का दशकों पहले जो सपना देखा था, प्रधानमंत्री जी ने उन सपनों को विकास की एक नई उड़ान दी: मुख्यमंत्री

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज बरवा फार्म, जनपद कुशीनगर में 281.45 करोड़ रुपये की लागत के राजकीय मेडिकल कॉलेज, कुशीनगर के शिलान्यास सहित 180.66 करोड़ रुपये के 12 विकास कार्यों का लोकार्पण/शिलान्यास किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री जी ने भोजपुरी में अपने सम्बोधन को आरम्भ करते हुये कहा कि आज हम एयरपोर्ट के उद्घाटन और मेडिकल कालेज के शिलान्यास कईली, जौने के रौरा सब बहुत दिन से अगोरत रहली, अब एजा से जहाज उड़ी और गम्भीर बीमारी की इलाज भी होई यही के साथ रौरा सभन का बहुत बड़ा सपना भी पूरा हो गईल है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि कनेक्टिविटी, स्वास्थ्य और रोजगार के सैकड़ांे करोड़ रुपये के नये प्रोजेक्ट कुशीनगर को सौपते हुए उन्हें बहुत खुशी हो रही है। नये एयरपोर्ट से यहां गरीब से लेकर मिडिल क्लास तक, गांव से लेकर शहर तथा पूरे क्षेत्र की तस्वीर बदलने वाली है। उन्होंने कहा कि महराजगंज और कुशीनगर को जोड़ने वाले मार्ग के चौड़ीकरण के साथ इन्टरनेशनल एयरपोर्ट से और बेहतर कनेक्टविटी मिलेगी। साथ ही, रामकोला एवं सिसवा चीनी मिलों तक पहुंचने में गन्ना किसानो को होने वाली परेशानी भी दूर होगी।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि कुशीनगर में आज राजकीय मेडिकल कॉलेज के शिलान्यास के उपरान्त इसके पूर्ण होने पर इस क्षेत्र के लोगों को इलाज के लिए एक नयी सुविधा मिल जाएगी। इससे बिहार के सीमावर्ती इलाकों को भी लाभ मिलेगा। यहां के अनेक युवा अब डॉक्टर बनने का अपना सपना पूरा कर पायंेगे, अब नई शिक्षा नीति में मातृभाषा में पढ़ने वाला बच्चा, गरीब मां का बेटा भी डॉक्टर, इंजीनियर बन सकता है। भाषा के कारण अब उसके विकास की यात्रा में कोई रुकावट नहीं पैदा होगी। गण्डक नदी के आसपास के सैकड़ों गांवों को बाढ़ से बचाने के लिए अनेक जगहों पर तटबंधों का निर्माण, कुशीनगर में राजकीय महाविद्यालय के निर्माण, दिव्यांग बच्चों के लिए विद्यालय की स्थापना के माध्यम से अब हम इस क्षेत्र को अभाव से निकाल कर आकांक्षाओं की तरफ ले जायेंगे।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि बीते 6-7 सालों में गांव, दलित, वंचित, गरीब, पिछड़ा तथा आदिवासी हर वर्ग को मूल सुविधाआंे से जोड़ने का जो अभियान देश में चल रहा है, यह उसकी एक अहम कड़ी है। जब मूल सुविधाएं मिलती हैं, तब बड़े सपने देखने का हौसला और सपनों को पूरा करने का जज्बा पैदा होता है। उन्होंने कहा कि जो बेघर है, झुग्गी में है, जब उसको पक्का घर मिले, घर में शौचालय हो, बिजली का कनेक्शन, गैस का कनेक्शन, नल से जल आये तो गरीब का विश्वास अनेक गुना बढ़ जाता है। यह सुविधाएं तेजी से हर गरीब तक पहुंच रही हैं। केन्द्र एवं राज्य सरकार इस क्षेत्र के विकास, उ0प्र0 के विकास में जुटी हैं। डबल इंजन की सरकार डबल ताकत से विकास कर रही है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि स्वामित्व योजना के तहत गांवांे के घरों के मालिकाना दस्तावेज देने का कार्य प्रारम्भ किया गया है। गांव-गांव की जमीनें ड्रोन की मदद से नापी जा रही हैं। अपनी प्रॉपर्टी के कानूनी कागजात मिलने से अवैध कब्जे का डर समाप्त हो जायेगा। साथ ही, बैंक से मदद मिलने में भी आसानी हो जायेगी। उ0प्र0 के युवा गांवों के घरों व जमीन को आधार बना कर अपना कार्य शुरू करना चाहते हैं तो उन्हें स्वामित्व योजना से बहुत मदद मिलने वाली है। उ0प्र0 सरकार ने कानून को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। कानून का राज होता है तो विकास की योजनाओं का लाभ तेजी से गरीब, दलित, वंचितों तक पहुँचता है। नई सड़कों, नए मेडिकल कॉलेजों, बिजली व पानी से जुड़े इन्फ्राक्टचर का भी तेज गति से विकास होता है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश देश के हर बड़े मिशन की सफलता में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। बीते वर्षाें में स्वच्छ भारत अभियान से लेकर कोरोना के विरुद्ध अभियान में यह देश ने लगातार अनुभव किया है। देश में प्रतिदिन औसतन सबसे ज्यादा वैक्सीन लगाने वाला अगर कोई राज्य है तो उस राज्य का नाम उत्तर प्रदेश है। टी0बी0 के विरुद्ध देश की लड़ाई में भी उत्तर प्रदेश बेहतर करने का प्रयास कर रहा है। आज जब हम कुपोषण के विरुद्ध अपनी लड़ाई को भी अगले चरण में ले जा रहे हैं, तो इसमें भी उत्तर प्रदेश की भूमिका बहुत अहम है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कर्मयोगियों की सरकार बनने का सबसे बड़ा लाभ यहां की माताओं-बहनों को हुआ है। जो नए घर बने, उनमें से अधिकांश की रजिस्ट्री बहनों के नाम हुई, शौचालय बने, इज्ज़त घर बने, सुविधा के साथ उनकी गरिमा की भी रक्षा हुई, उज्ज्वला का गैस कनेक्शन मिला तो उन्हें धुएं से मुक्ति मिली, और अब बहनों को पानी के लिए भटकना ना पड़े, परेशान ना होना पड़े इसके लिए घर तक पाइप से पानी पहुंचाने का अभियान चल रहा है। सिर्फ 2 साल के भीतर ही उत्तर प्रदेश के 27 लाख परिवारों को शुद्ध पेयजल कनेक्शन मिला है। इसके अलावा, स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण के कारण पूर्वान्चल में दिमागी बुखार, इंसेफेलाइटिस जैसी जानलेवा बीमारी से हजारों मासूमों को बचाया जा सका है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि बीते साढ़े 4 साल में यू0पी0 में कानून के राज को सर्वाेच्च प्राथमिकता दी गई है। आज योगी जी के नेतृत्व में सुधरी हुई कानून-व्यवस्था के कारण यहां का माफिया माफी मांगता फिर रहा है और सबसे ज्यादा डर भी, इसका दर्द किसको हो रहा है। योगी जी द्वारा उठाये गये कदमों का सबसे ज्यादा असर माफियावादियों पर हो रहा है। योगी जी और उनकी टीम उस भूमाफिया को ध्वस्त कर रही हैं, जो गरीबों, दलितों, वंचितों, पिछड़ों की जमीन पर बुरी नजर रखता था, अवैध कब्जा करता था।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि योगी जी के नेतृत्व में राज्य में अच्छी कानून-व्यवस्था होने के कारण आज नई सड़कों, नए रेलमार्गों, नए मेडिकल कॉलेजों, बिजली और पानी से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर का भी तेज़ गति से विकास हो रहा है। अब यूपी में औद्योगिक विकास सिर्फ एक दो शहरों तक सीमित नहीं है, बल्कि पूर्वांचल के जिलों तक भी पहुंच रहा है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि केन्द्र व राज्य की सरकारें गरीब की सेवा का संकल्प लेकर आगे बढ़ रही हैं। कोरोना काल में देश ने दुनिया का सबसे बड़ा मुफ्त राशन का कार्यक्रम चलाया है। उत्तर प्रदेश के लगभग 15 करोड़ लाभार्थियों को इसका लाभ मिल रहा है। आज दुनिया का सबसे बड़ा, सबसे तेज़ टीकाकरण अभियान – सबको वैक्सीन, मुफ्त वैक्सीन- 100 करोड़ टीकों के पास तेज गति से पहुंचने की तैयारी कर रहा है। उत्तर प्रदेश में भी अभी तक 12 करोड़ से ज्यादा टीके लगाए जा चुके हैं।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार यहां किसानों से खरीद के नए रिकॉर्ड स्थापित कर रही है। उत्तर प्रदेश के किसानों के बैंक अकाउंट में अभी तक लगभग 80 हजार करोड़ रुपए उपज की खरीद के माध्यम से पहुंच गए हैं। इतना ही नहीं पीएम किसान सम्मान निधि के तहत उत्तर प्रदेश के किसानों के बैंक खातों में 37 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि जमा की जा चुकी है। यह सब छोटे किसानों की भलाई तथा उन्हें ताकत देने के लिए हो रहा है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि भारत, इथोनॉल को लेकर आज जिस नीति पर चल रहा है, उसका भी बड़ा लाभ उत्तर प्रदेश के किसानों को होने वाला है। गन्ने और दूसरे खाद्यान्न से पैदा होने वाला बायोफ्यूल, विदेश से आयात होने वाले कच्चे तेल का एक अहम विकल्प बन रहा है। गन्ना किसानों के लिए तो बीते सालों में योगी जी और उनकी सरकार ने सराहनीय काम किया है। आज जो प्रदेश अपने गन्ना किसानों को उपज का सबसे ज्यादा मूल्य देता है- तो उस प्रदेश का नाम है उत्तर प्रदेश।
प्रधानमंत्री जी ने इस अवसर पर महर्षि वाल्मीकि जयन्ती, शरद पूर्णिमा एवं अभिधम्म दिवस की शुभकामनाएं देते हुये कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने रामायण के माध्यम से प्रभु श्रीराम एवं माता जानकी के दर्शन ही नहीं कराये, बल्कि सामूहिक प्रयास से कैसे लक्ष्य प्राप्त किया जाता है, उसका ज्ञान भी कराया।
इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि कुशीनगर के नागरिकों ने कुशीनगर के विकास का दशकों पहले जो सपना देखा था, प्रधानमंत्री जी ने उन सपनों को विकास की एक नई उड़ान दी है। कुशीनगर की यह नई उड़ान पूर्वी उ0प्र0 तथा बिहार को विकास के क्षेत्र में आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की अनुकम्पा से विगत साढे़ चार वर्षों में प्रदेश में 30 मेडिकल कॉलेजों का निर्माण कार्य प्रारम्भ हुआ है, जिसमें कुशीनगर के मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों से हुआ है। इंसेफेलाइटिस से सर्वाधिक प्रभावित जनपद कुशीनगर था, स्वास्थ्य के नाम पर अकेले गोरखपुर का एक मात्र बी0आर0डी0 मेडिकल कॉलेज था। प्रधानमंत्री जी ने सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश में मेडिकल कॉलेज का जाल फैलाया है। गोरखपुर में एम्स बनकर तैयार है। अगले माह प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों से गोरखपुर एम्स का लोकार्पण होगा। देवरिया में मेडिकल कालेज बनकर तैयार है, उसका भी लोकार्पण इसी माह में होगा। सिद्धार्थनगर में भी मेडिकल कॉलेज का निर्माण हुआ है। बस्ती में भी मेडिकल कॉलेज 02 वर्ष पहले संचालित हो चुका है। इसके साथ ही जनपद गोंडा, बहराइच, अयोध्या, जौनपुर, गाजीपुर, चन्दौली में भी मेडिकल कालेज की लम्बी श्रृंखला तैयार हो रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री जी ने स्वच्छ भारत मिशन की घोषणा की थी। स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत पूरे प्रदेश में 02 करोड़ 61 लाख गरीबों के घर में एक-एक शौचालय उपलब्ध करवाने का कार्य किया गया। जनपद कुशीनगर में 03 लाख 41 हजार से अधिक परिवारों को भी एक-एक शौचालय इज्जत घर के रूप में देने का कार्य किया गया। इससे यहां पर दिमागी बुखार को नियंत्रित करने में सफलता प्राप्त हुई है। शुद्ध पेयजल के लिए अब यहां की 61 ग्राम पंचायतों में पाइप पेयजल स्कीम लागू की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद कुशीनगर में मुसहर जाति के सर्वाधिक लोग निवास करते हैं। वर्ष 2014 तक इनके पास आवास नहीं थे। अब मुसहर जाति के हर परिवार को एक-एक आवास उपलब्ध कराया जा चुका है। राशन कार्ड की सुविधा तथा आयुष्मान भारत योजना के अन्तर्गत 05 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर भी उपलब्ध कराने का कार्य किया गया है।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी, प्रदेश सरकार के मंत्रिगण सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

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