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लखनऊ के मड़ियांव के रैथा रोड कमलाबाद बढ़ौली में प्लास्टिक फैक्ट्री में लगी आग

मड़ियांव के रैथा रोड कमलाबाद बढ़ौली में रविवार सुबह एक प्लास्टिक सामान बनाने वाली फैक्ट्री में आग लग गई। हादसे में लाखों रुपये का सामान जलकर राख हो गया। फैक्ट्री से धुआं व तेज आग की लपटें निकलती देख सुरक्षाकर्मियों ने पुलिस व अग्निशमन विभाग के कंट्रोल रूम को सूचना दी।

तेज धमाके से पूरा इलाका दहशत में आ गया। मौकेपर पहुंची दमकल की 12 गाड़ियों ने आग पर तीन घंटे की मशक्कत के बाद काबू पाया। पुलिस के मुताबिक हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है।

वहीं अग्निशमन विभाग के अधिकारी के मुताबिक फैक्ट्री में न तो एनओसी थी और  न ही फायर फाइटिंग के सामान। अग्निशमन विभाग के अधिकारियों की टीम इसकी जांच करेगी। जांच रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

अलीगंज एसीपी  अखिलेश कुमार के मुताबिक  अलीगंज निवासी सुनील बंसल की रैथा  रोड कमलाबाद बढ़ौली में श्रीराधे मोल्डिंग इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड के नाम से प्लास्टिक फैक्ट्री है। फैक्ट्री में कुर्सी, टेबल, फ्रीज का स्टैंड व अन्य सामान का निर्माण होता है।

रविवार सुबह सात बजे के करीब फैक्ट्री परिसर में बने गोदाम में आग लग गई। धुंआ व आग की लपटे निकलता देख कर्मचारियों ने पुलिस और दमकल को सूचना दी। रैंथा रोड कमला बाद बढ़ौली में डायमंड के नाम से कुर्सी फैक्ट्री है।

रविवार सुबह फैक्ट्री के गोदाम से एकाएक धुंआ और आग की लपटें निकलती देख कर्मचारी शोर मचाते हुए भागे। कर्मचारियों ने सबमर्सिबल पंप स्टार्ट कर आग पर काबू पाने का प्रयास किया।

फैक्ट्री के पास ही स्थित बीकेटी फायर स्टेशन की दमकल भी मौके पर पहुंच गई। आग बढ़ते देख आसपास के फायर स्टेशन से भी गाड़ियां मंगाली गई। दमकल कर्मियों ने करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया।

दमकल कर्मियों की सूझबूझ और तत्परता से समय पर आग बुझा ली गई। आग इतनी तेज थी कि उसकी लपटें बढ़कर पास के ऑक्सीजन प्लांट तक पहुंचे रही थी।  समय रहते आग पर काबू पाने और पास ही स्थित आक्सीजन प्लांट तक आग न पहुंचने से बड़ा हादसा टल गया।

सीएफओ विजय कुमार सिंह ने बताया कि आग बड़ी थी। समय रहते काबू पा लिया गया था। फैक्ट्री में प्लास्टिक का सामान होने से आग बुझाने में दिक्कत आ रही थी। शार्ट सर्किट से आग लगने की आशंका है। जांच के बाद ही आग लगने के सही कारणों का पता लग सकेगा।

प्लास्टिक फैक्ट्री होने से प्लास्टिक जलने पर दम घोटू और काले धुएं से आग बुझाने पर दककल कर्मियों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। काला धुएं के बादल से छाने से आसपास अंधेरा सा छा गया।

वहीं दमकल कर्मियों और आस पास के लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। दमकल कर्मियों ने इसके बाद बीए (ब्रीदिंग आपरेटस सेट) पहनकर आग बुझाने का काम किया। 

आग लगने की सूचना पर बीकेटी फायर स्टेशन की गाड़ी तत्काल मौके पर पहुंची। इसके बाद चौक, हजरतगंज, गोमतीनगर व इंदिरानगर फायर स्टेशन से दमकल की गाड़ियों एक दर्जन गाड़ियां बुलाई गई। जिसके बाद आग पर काबू पाया जा सका।

सीएफओ विजय कुमार सिंह के मुताबिक दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाने का काम शुरू किया। लेकिन प्लास्टिक के सामान से गोदाम भरा होने के कारण काला धुआं निकल रहा था।

जिसके कारण कर्मचारियों को आग बुझाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि सूझबूझ से समय से आग पर काबू पा लिया गया। आशंका है कि आग शार्ट सर्किट से लगी है। फिलहाल जांच के बाद आग लगने का कारण स्पष्ट हो सकेगा।

स्थानीय लोगों के मुताबिक आग लगने के बाद आसपास का पूरे इलाके में काला धुआं फैल गया। आसपास के करीब तीन से चार किलोमीटर की दूरी से काले धुएं दिख रहे थे। आग लगने के चंद मिनटों में दो तेज धमाके हुए।

जिससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई। वहीं धुएं के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दम घोंटू धुएं ने लोगों को काफी मुश्किल मे डाल दिया। प्रभारी निरीक्षक मड़ियांव मनोज कुमार सिंह केमुताबिक हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है। पुलिस हर पहलुओं पर जांच कर रही है।

फैक्ट्री बिना मानकों के चल रही थी। फैक्ट्री में स्मोक डिटेक्टर अथवा फायर फाइटिंग के उपकरण नहीं थे। मानकों को ताख पर रखकर संचालक फैक्ट्री चला रहा था। इसके साथ ही फैक्ट्री में पानी की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी।

मुख्य अग्निशमन अधिकारी विजय कुमार सिंह के मुताबिक ने बताया कि जांच की जा रही है। फैक्ट्री संचालक को नोटिस देकर उसके खिलाफ  कार्यवाही की जाएगी।

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