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थायरॉइड के असंतुलन के कारण हो सकती है कई समस्याएं पैदा जाने ?

जीवन में छोटी-छोटी चीजों की बहुत अधिक भूमिका होती है, जैसे कि हमारी थायरॉइड ग्रंथि. यह तितली के आकार का अंग है, जो थायरॉइड हार्मोन की निश्चित मात्रा का उत्पादन करता है.

यह हार्मोन कई शारीरिक कार्यों को नियंत्रित करता है. इसमें असंतुलन होने के कारण हमारे शरीर में कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकते हैं. इन हार्मोन के अधिक उत्पादन से हाइपरथायरायडिज्म होता है

और कम उत्पादन से हाइपोथायरायडिज्म होता है. आयुर्वेद की डॉक्टर दीक्षा भावसार ने सोशल मीडिया के जरिए लोगों को थायरॉइड असंतुलन के कुछ अहम कारण और लक्षण बताए हैं.

अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में डॉ दीक्षा ने लिखा है कि थायरॉइड आपके एंडोक्राइन सिस्टम की आत्मा है. इसके असंतुलन को हम अक्सर नजरअंदाज करते हैं, जिस कारण थायरॉइड में असंतुलन गंभीर स्तर तक पहुंच जाता है. इसलिए इन लक्षणों पर ध्यान दें.

थायरॉइड ग्रंथि का मेन काम मेटाबॉलिज्म है. ये आपके द्वारा खाए जाने वाले खाने को पचाने में मदद करता है और शरीर के लिए जरूरी न्यूट्रिएंट्स को अवशोषित करता है. ये आपके द्वारा खाए गए खाने को मेटाबॉलाइज करके आपको एनर्जी देता है.

असंतुलित थायरॉइड आपके शरीर के तापमान को कम कर सकता है और इस स्थिति में आप कोल्ड इनटोलरेंस का शिकार हो सकते हैं. आसान भाषा में कहें तो थायरॉइड के अंतुलन से आपको ठंड लगनी महसूस हो सकती है.

अगर आपका वेट बिना डाइट प्लान और एक्सरसाइज के अचानक से कम हो रहा है, या फिर कम खाने के बावजूद भी वजन तेजी से बढ़ रहा है, तो आपको थायरॉइड की जांच करानी चाहिए. क्योंकि थायरॉइड असंतुलन से या तो बहुत ज्यादा वजन घटता है या वजन बढ़ने का कारण बन सकता है.

जब आपका थायरॉइड अनबैलेंस हो जाता है तो बाल झड़ने भी शुरू हो जाते हैं. इस डिजीज की चपेट में आने के बाद न सिर्फ सिर के बाल झड़ते हैं, बल्कि पलकें और भौंहे भी पतली हो जाती हैं.

थायरॉइड आपके हार्ट रेट को भी कंट्रोल करने में मदद करता है. लेकिन अनबैलेंस होने के बाद ये हार्ट रेट को भी प्रभावित करता है. इसके अलावा थायरॉइड के लेवल में अनबैलेंस होने से आपकी बॉडी में कोर्टिसोल का लेवल भी बढ़ जाता है, जिससे मेंटल हेल्थ खराब हो जाती है. आप ऐसी स्थिति में टेंशन और डिप्रेशन की स्थिति में जा सकते हैं.

यदि किसी को लगातार कोशिशों के बाद भी गर्भधारण यानी बेबी कंसीव नहीं हो रहा है, तो इसका कारण थायरॉइड हो सकता है. थायरॉइड को संतुलित करने से ही आपको गर्भधारण करने में मदद मिल सकती है.

बहुत सी महिलाओं के पीरियड सही समय पर नहीं आते है. ऐसा अगर हर बार हो तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. क्योंकि थायरॉइड के अनबैलेंस की वजह भी अनियमित पीरियड्स हो सकते हैं. इसलिए आपको इसकी जांच करनी चाहिए.

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