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मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले को मिली आज एक बड़ी सौगात यहाँ बनेगा दूसरा सबसे बड़ा सोलर पार्क

मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले को आज एक बड़ी सौगात मिली, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय ऊर्जा नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह की मौजूदगी में 5250 करोड़ की लागत वाली 1500 मेगावाट क्षमता की आगर,

शाजापुर, नीमच सौर परियोजना की स्थापना का भूमिपूजन हुआ. इस दौरान ऊर्जा क्रय अनुबंध पर हस्ताक्षर भी हुए, यह प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा ऊर्जा प्लांट होगा.

इस मौके पर केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने कहा देश में अब हर परिवार को बिजली उपलब्ध कराई जाएगी, किसी भी घर में अंधेरा नहीं रहेगा. पूरे देश में अब 24 घंटे में से 20 घंटे बिजली दी जा रही है.

सौर ऊर्जा से पूरे देश में 5 लाख मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाएगा, इस मामले में अब भारत अब दूसरे देशों को बिजली बेच रहा है. देश को बिजली में सरप्लस बनाया जाएगा.

वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में पहले 5 हजार मेगावाट बिजली पैदा होती थी, आज प्रदेश में 22 हजार मेगावाट बिजली पैदा हो रही है. प्रदेश मैं अब कोयले के साथ-साथ सूर्य और पानी से बिजली पैदा होगी.

कोयले से पर्यावरण को नुकसान होता है इससे प्रदूषण बढ़ता है लेकिन सूरज से पैदा हुई बिजली से पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचता. बिजली की बचत कीजिए.

मध्य प्रदेश सरकार को बिजली पर 21 हजार करोड़ की सब्सिडी देना पड़ रही है. जितनी जरूरत है, उतनी ही बिजली जलाओ. मैं सीएम हाउस में भी में एक भी बल्ब फालतू नहीं जलने देता.

आगर जिले में आने वाले सोलर प्लांट के हिस्से की क्षमता 550 मेगावाट होगी. यह प्रदेश में दूसरा सबसे बड़ा सौर ऊर्जा संयंत्र होगा. नीमच जिले में आने वाले सौर ऊर्जा प्लांट की क्षमता 500 मेगावाट होगी.

इसी तरह शाजापुर जिले में आने वाले सौर ऊर्जा प्लांट की क्षमता 450 मेगावाट होगी. खास बात ये है कि सोलर पार्क की स्थापना के लिए केवल बंजर जमीन का ही इस्तेमाल किया जाएगा. सोलर पार्क की कुल अनुमानित लागत 6 हज़ार करोड़ है.

मध्यप्रदेश में 1500 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना का आज भूमिपूजन हो गया. इस परियोजना के लिए चयनित विकासकों को लेटर ऑफ अवार्ड का वितरण किया जा चुका है, कार्यक्रम में ऊर्जा क्रय अनुबंध (पीपीए) किया जाएगा.

साथ ही ‘कुसुम-अ’ योजना के चयनित किसानों एवं विकासकों के साथ भी क्रय अनुबंध होंगे. निजी निवेश वाली इन परियोजनाओं से मार्च-2023 तक विद्युत उत्पादन होने लगेगा,

जिससे राज्य की डिस्काम कम्पनी को 25 सालों में लगभग 7600 करोड़ रुपये की बचत होगी. परियोजना स्थापना के दौरान तकरीबन 4500 और परियोजना संचालन में लगभग 450 व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा.

मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम और सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इण्डियाकी संयुक्त कम्पनी रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड द्वारा प्रदेश के आगर में 550 मेगावाट, शाजापुर में 450 मेगावाट और नीमच में 500 मेगावाट की सौर परियोजनाएं विकसित की जा रही हैं.

आगर सोलर पार्क की 2 यूनिट के लिये 12 जुलाई 2021 को हुए रिवर्स ऑक्शन में पहली यूनिट के लिये 2.459 रुपये की दर से अवाडा पॉवर और दूसरी यूनिट के लिये 2.444 रुपये बीम पावर एनर्जी से न्यूनतम दरें प्राप्त हुई हैं. परियोजना लगभग 1100 हेक्टेयर भूमि पर स्थापित की जायेगी.

बता दें कि मध्य प्रदेश में ही देश का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट बना हुआ है जो एमपी के रीवा जिले में स्थापित है, रीवा में स्थापित 750 मेगावाट की सौर परियोजना भी देश की बड़ी परियोजनाओं में से एक है. इससे उत्पादित विद्युत का 24 प्रतिशत हिस्सा दिल्ली मेट्रो को दिया जा रहा है. इस परियोजना का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था.

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