बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने को लेकर सियासत फिर गरमा गई है। इस मुद्दे पर जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने कांग्रेस के बहाने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा है।
विदित हो कि बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने गुरुवार को कहा था कि अगर केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनी तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाएगा। इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जदयू ने कहा कि बड़ी पार्टियां विपक्ष में रहते विशेष राज्य के दर्जे कर बात कहती हैं, लेकिन सत्ता में आकर भूल जाती हैं।
कांग्रेस के बयान पर जदयू की प्रतिक्रिया
कांग्रेस के बिहार प्रभारी के उक्त बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जदयू प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि सत्ता में आने के पहले सभी बड़े दलों को बिहार की याद आती है। देश की बड़ी पार्टियों को पता नहीं क्या हो गया है। विपक्ष में रहकर विशेष राज्य का दर्जा देने की बात करती हैं, लेकिन सत्ता में आने पर भूल जाती हैं। भाजपा का नाम लिए बिना अजय आलोक ने इशारों में कहा कि ऐसा केवल कांग्रेस के साथ नहीं, सभी बड़ी पार्टियों के साथ है।
भाजपा ने कही ये बात
जदयू प्रवक्ता के इस बयान के बाद बिहार की सियासत फिर गरमा गई है। इस बाबत पूछने पर भाजपा नेता संजय टाइगर ने कहा कि बिहार की तरक्की सभी चाहते हैं, लेकिन वित्त आसयोग ने विशेष राज्य की धारणा को रद कर दिया है। अब अगर 15वां वित्त आयोग बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की बात करता है तो ऐसा जरूर होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा बिहार का विकास चाहती है। हां, इसका रास्ता क्या हो, इसपर अलग-अलग राय हो सकती है।
जानिए, क्या कहा था गोहिल ने
लोकसभा चुनाव 2019 के लिए कांग्रेस की रणनीति के केंद्र में जनता और उसके मुद्दे हैं। इस रणनीति को आधार बनाकर पार्टी के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने कहा है कि अगर पार्टी केंद्र की सत्ता में आती है तो वह बिहार के विकास के लिए विशेष राज्य का दर्जा देगी।
इसके अलावा कांग्रेस प्रभारी ने किसानों के शोषण के खिलाफ जिला से लेकर राज्य स्तर तक के आंदोलन का भी फैसला किया है। पार्टी की प्रदेश इकाई 25 जून से जिला से लेकर मुख्यालय तक चरणबद्ध आंदोलन करेगी। इसी कड़ी में बिहार की गिरती शिक्षा व्यवस्था, कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर भी पार्टी की विभिन्न इकाइयां सोशल मीडिया से लेकर बयानों तक में हमलावर दिखने लगी हैं।