धर्म/अध्यात्म

जानिए कुछ खास बात क्रिसमस ट्री से दूर भाग जाती है सभी बुरी शक्तियां .

प्राचीन सभ्यताओं के लोगों का विश्वास था कि सदाबहार पेड़ की मालाओं, पुष्पहारों, डालियों में जीवन की निरंतरता होती है। उनका मानना था कि इन पौधों को घरों में सजाने से बुरी आत्माएं दूर रहती हैं। जीसस क्राइस्ट का संदेश सुनने के लिए जब सेंट बोनिफेस इंग्लैंड को छोड़कर जर्मनी चले गए थे तब उन्होंने देखा कि कुछ लोग ईश्वर को खुश करने के लिए एक ओक वृक्ष के नीचे एक छोटे बालक की बलि दे रहे थे। यह देखकर सेंट बोनिफेस बहुत दुखी हुए। उन्होंने वह ओक वृक्ष कटवा डाला और उसकी जगह चीड़ का नया पौधा लगवाया, जिसे सेंट बोनिफेस ने प्रभु जीसस क्राइस्ट के जन्म का प्रतीक माना।

25 दिसंबर को क्रिसमस मनाते है जिसे लेकर प्रदेशभर में साज-सज्जा चल रही है। लोग क्रिसमस सेलिब्रेशन की तैयारियों में जुट गए हैं। हर कोई अपने ढंग से सांता क्लॉज से मिलने को लेकर उत्साहित है। शहर के माँल बाजार सब सज-धज कर तैयार हैं। ये तो रही क्रिसमस सेलिब्रेशन से जुडी जानकारियां लेकिन हम आपको कुछ ऐसे फैक्ट्स बता रहे हैं

जिन्हें जानना आपके लिए दिलचस्प होगा। लो क्रिसमस आ गया! हर तरफ खुशियों का माहौल है। गिरजाघर सज गए हैं। बच्चे गिफ्ट के लिए बेताब हैं। कहीं मरियम मैरी की झांकी सजाई जा रही है तो कोई क्रिसमस ट्री को अंतिम रूप दे रहा है। अधिकतर लोगों को यह तो पता होता है कि क्रिसमस पर ट्री को सजाया जाता है ।

सन 1885 में शिकागो का एक अस्पताल क्रिसमस ट्री की मोमबत्तियों द्वारा आग की चपेट में आ गया था। आग की इस वजह को खत्म करने के लिए रेल्फ मॉरिस ने 1895 में बिजली से जलने वाली क्रिसमस लाइट का आविष्कार किया ताकि क्रिसमस को सुरक्षित बनाया जा सके और कैंडल्स द्वारा आग की संभावनाओं को कम किया जाए सके।

 

 

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