जम्मू कश्मीरप्रदेश

28 से शुरू हो रही है अमरनाथ यात्रा तैयारियों की अब मौखिक दावा नहीं, लिखित में पुष्टि करें…

श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा की 28 जून वीरवार को शुरू हो रही यात्रा के लिए सभी तैयारियां किए जाने का अब मौखिक दावा नहीं चलेगा। संबंधित अधिकारियों को लिखित में इसकी पुष्टि करनी होगी, ताकि अगर तैयारियों के अभाव में किसी तरह की आपात स्थिति पैदा हो तो अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर उनके खिलाफ कार्रवाई हो।

राज्य के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्माण्यम ने इस आशय का संकेत देते हुए जिला उपायुक्त गांदरबल और जिला उपायुक्त अनंतनाग को एक पत्र लिखकर कहा है कि वह श्री अमरनाथ की तीर्थयात्रा के लिए सभी आवश्यक तैयारियों की पूर्ण व्यवस्था की यात्रा शुरू होने से एक दिन पहले 27 जून बुधवार को लिखित पुष्टि करें। अगर किसी काम के लिए उच्चस्तर पर कार्रवाई की आवश्यक्ता और सहयोग चाहिए तो संबंधित जिला उपायुक्त और मंडलायुक्त कश्मीर बुधवार तक लिखित तौर पर सूचना दें।

संबंधित अधिकारियों ने बताया कि मुख्य सचिव ने गत रोज राज्यपाल के सलाहकार के विजय कुमार संग बालटाल और पंजतरनी में श्री अमरनाथ की तीर्थयात्रा के संदर्भ में की गई तैयारियों का जायजा लिया था। बालटाल के दौरे के बाद ही उन्होंने यात्रा संबंधी निर्देश विभिन्न अधिकारियों को जारी किए हैं।

मुख्यसचिव सुब्रह्मण्यम ने कहा कि श्री अमरनाथ की वाíषक तीर्थयात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने में जुटी विभिन्न एजेंसियां और लोग समन्वित तरीके से सराहनीय कार्य कर रहे हैं। लेकिन कुछ कमियां हैं, जिन्हें तत्काल दूर करने की जरूरत है।

उन्होंने मौसम विभाग व अन्य संबंधित अधिकारियों को एक निर्देश जारी कर यात्रा मार्ग पर मौसम संबंधी रिपोर्ट जारी होनी चाहिए और इसे सभी संबंधित विभागों व अधिकारियों को भेजा जाए। यात्रा के लिए सभी व्यवस्थाएं 28 जून को तीर्थयात्रा शुरू होने से पहले पूरी होनी चाहिए और अनंतनाग व गांदरबल के जिला उपायुक्तों को एक दिन पहले 27 जून को लिखित में इसकी पुष्टि करनी होगी।

मुख्य सचिव ने नागरिक और पुलिस प्रशासन के बीच संवाद-संचार-समन्वय और बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि संबंधित उपायुक्त चिकित्सा, पेयजल, भोजन इत्यादि जैसी व्यवस्थाओं के लिए जिम्मेदार विभागों के साथ लगातार संवाद करते हुए इस बात को यकीनी बनाएं कि यात्रियों की संख्या और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त व्यवस्था हो। इसके अलावा संबंधित जिला उपायुक्त फूड सेफ्टी अफसरों से भोजन की गुणवत्ता के साथ साथ यात्रावधि के दौरान उसकी उपलब्धता को यकीनी बनाएं। यात्रा के दौरान स्वच्छता व सफाई भी सुनिश्चित की जाए।

रोजाना करें बैठक

मुख्यसचिव ने कहा कि तीर्थयात्रा को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने में जुटे सभी संबधित अधिकारी अपना पूरा प्रयास कर रहें और उच्चस्तर पर समन्वय भी है। लेकिन निचले स्तर पर समन्वय को और बढ़ाने की जरूरत है। इसलिए विभिन्न सुविधाओं की व्यवस्था के लिए जिम्मेदार अधिकारियों जैसे शिविर निदेशक, जिला प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस प्रभारी स्तर पर आपस में रोजाना बैठक होनी चाहिए।

सुविधाओं को यकीनी बनाएं

मुख्य सचिव द्वारा जारी अन्य निर्देशों में गंादरबल से बालटाल तक सड़क का रखरखाव, उचित दूरसंचार सुविधाओं की स्थापना, शिविर अधिकारियों की प्रारंभिक तैनाती और ट्रे¨कग पथ की स्पष्ट सीमा, और शिविर, चिकित्सा पदों, शौचालयों, पाíकंग जैसी सुविधाओं को भी बेहतर और यकीनी बनाने के लिए कहा गया है।

कई राज्यों के डॉक्टर करेंगे भक्तों की देखभाल

बाबा अमरनाथ यात्रा को शुरू होने में अब मात्र दो दिन ही शेष रह गए हैं। ऐसे में इस यात्रा में श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए डॉक्टरों की टीमें जम्मू सहित कई राज्यों से अमरनाथ के लिए रवाना हो रही है। स्वास्थ्य विभाग जम्मू ने लखनपुर से लेकर बनिहाल तक 36 स्वास्थ्य केंद्रों में अमरनाथ यात्रियों के लिए विशेष प्रबंध किए हैं।

जबकि यात्रा मार्ग पर ग्यारह विशेषज्ञ डॉक्टरों को भेजा जा रहा है। इसी तरह जीएमसी जम्मू से भी विशेषज्ञ डॉक्टर बालटाल और पहलगाम मार्ग पर तैनात होंगे। ये डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ मंगलवार को ड्यूटी के लिए रवाना हो जाएंगे।

वहीं, बिहार के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग ने 31 विशेषज्ञ डॉक्टरों की अमरनाथ यात्रा पर ड्यूटी लगाई है। इनमें हृदय रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग और सर्जन शामिल हैं।

इसके अलावा अन्य कई राज्यों से भी डॉक्टर अमरनाथ यात्रा में ड्यूटी देने के लिए आ रहे हैं। वहीं, मंगलवार से जम्मू में वैष्णवी धाम, सरस्वती धाम, भगवती नगर, राम मंदिर में भी स्वास्थ्य विभाग के विशेष कैंप स्थापित होंगे। इन कैंपो में भी ड्यूटी के लिए डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ नियुक्त किया गया है। 

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