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डिफेंस एक्सपो में आज निवेश का बंधन, 16 से ज्यादा कंपनियों से होंगे ……

राजधानी में हो रहे देश के अब तक के सबसे बड़े डिफेंस एक्सपो में शुक्रवार को 16 से ज्यादा कंपनियों से रक्षा संबंधी करार होंगे। एमओयू और नए उत्पादों की लॉन्चिंग के लिए आयोजन स्थल वृंदावन पर बंधन समारोह का आयोजन होगा। इसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।

डीपीएसयू के अतिरिक्त निजी कंपनियों के भी करार होंगे। यह कार्यक्रम उद्घाटन समारोह वाले स्थल पर सुबह 10.30 से दोपहर 12.30 बजे तक होगा।

मुंबई स्थित मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लि. रूस और स्पेन के साथ मिलकर पनडुब्बियों का निर्माण करेगा। बाद में ये पनडुब्बियां नौसेना को दी जाएंगी। मझगांव शिपबिल्डर्स लि. इसके लिए शुक्रवार को करार करेगा।

मझगांव के निदेशक शिपबिल्डिंग के रियर एडमिरल (सेवानिवृत्त) एके सक्सेना ने बताया कि स्पेन की नवंतिया व रूस की रोसोबोरॉन कंपनियों के साथ स्कॉर्पियन क्लास की पी75आई पनडुब्बियों के प्रोजेक्ट पर काम करेगा। इसके लिए दोनों कंपनियों से पोटेंशियल टेक्नोलाजी पार्टनरशिप करार किया जाएगा।

पानी में बारूदी सुरंगे बिछाने में मदद करेगी पी75आई
पी75आई स्कॉर्पियन क्लास अटैक सबमरीन यानी पनडुब्बियां हैं। इसके वर्ष 2022 तक तैयार होने उम्मीद है। ये पनडुब्बियां हवाई सर्विलांस, इंटेलीजेंस, एंटी सबमरीन वारफेयर, पानी में बारूदी सुरंगे बिछाने में मदद करती हैं। इस पर राडार, टारपीडो सहित एंटी शिप मिसाइल भी तैनात रहती है।

गोवा शिपयार्ड व बीईएल भी करेंगे एमओयू
गोवा शिपयार्ड की ओर से पांच से ज्यादा करार किए जाएंगे। भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लि. (बीईएल), एलएएल, आयुध निर्माण फैक्टरी, भारत डायनेमिक्स लि., हिंदुस्तान शिपयार्ड लि. भी एमओयू की तैयारी में है।

ये एमओयू भी
क्रेसनी डिफेंस के साथ शिप उपकरणों को लेकर करार होगा। पीटीसी इंडस्ट्रीज के साथ शिप में इस्तेमाल होने वाले वॉल्व, इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आईआईए) लखनऊ व गिब्स कॉक्स से कंसल्टेंसी और श्री रिफ्रेजरेशन से चिलर्स के लिए भी एमओयू होंगे।

रूस के साथ हुए 14 एमओयू 
वृंदावन एक्सपो स्थल पर पांचवें भारत रूस मिलिट्री इंडस्ट्रियल कॉन्फ्रेंस के दौरान गुरुवार को 14 एमओयू हुए। इस दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे। इंटर गवर्नमेंट एग्रीमेंट के तहत भारत में ही रक्षा निर्माण से जुड़े पार्ट्स को बनाने का प्रपोजल आया। इसे भारतीय नौसेना को हैंडओवर किया गया। एमओयू में स्पेयर पार्ट्स बनाने के कॉन्ट्रैक्ट शामिल हैं।

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