सम्मान के लिए बुलाया तो 97 साल के करदाता ने मंच पर बांटा प्रसाद
टैक्स पर पर्व, देश मनाए गर्व’ के नारे के साथ सोमवार को देश में सबसे ज्यादा आयकर वृद्धि का रिकॉर्ड बनाने वाले इंदौर में आयकर दिवस मनाया गया। समारोह में इंदौर परिक्षेत्र में कर देने में अव्वल करदाताओं के साथ उन करदाताओं को भी सम्मानित किया गया जो उम्र का शतक पार कर चुके हैं, फिर भी नियमित इनकम टैक्स चुका रहे हैं। मंच पर पहुंचे 97 वर्ष के करदाता आनंदीलाल खंडेलवाल ने सम्मान लेने के बजाय जेब से पुड़िया निकालकर प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर समेत अतिथियों को प्रसाद बांटने लगे।
बाद में चीफ कमिश्नर ने इन करदाताओं से झुककर आशीर्वाद लिया। स्कीम 78 स्थित सीए ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह में नौ वयोवृद्ध करदाताओं सहित विभिन्ना श्रेणियों में सबसे ज्यादा इनकम टैक्स चुकाने वाले करदाता, संस्थान और कंपनियों के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया। मुख्य अतिथि पूर्व लोकायुक्त जस्टिस पीपी नावलेकर और विशेष अतिथि मप्र-छग के प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर पीके दास, इंदौर के चीफ कमिश्नर अजयकुमार चौहान थे।
जस्टिस नावलेकर ने मंच से कहा कि इस तरह के विशेष सम्मान समारोह तो तारीफ के काबिल हैं, लेकिन स्वप्रेरणा से नियमित टैक्स भरने वालों को भी अलग से पहचान और लाभ मिलना चाहिए। उन्हें किसी न किसी तरह से इंसेंटिव दिया जाना चाहिए, जैसे सीनियर सिटीजंस को कई तरह से दिया जाता है। उन्होंने इंदौर आयकर की तारीफ करते हुए कहा कि जब लीडर अच्छा होता है तो वहीं टीम बेहतर रिजल्ट देने लगती है जिसे पहले तक शायद कमजोर माना जाता रहा है। हर व्यक्ति की सफलता में देश व समाज का भी योगदान है, लिहाजा हम आयकर व अन्य टैक्स चुकाकर समाज का कर्ज लौटा रहे हैं।
कर को संस्कृति बनाएं : दास ने कहा कि इंदौर के आयकर कलेक्शन के रिकॉर्ड में थोड़ा सा योगदान प्रशासन, जबकि बहुत सारा योगदान करदाताओं की स्वप्रेरणा का है। आयकर विभाग अपनी छवि बदल रहा है। इसका नमूना है कि कुल 29 लाख रिटर्न दाखिल हुए, उसमें से सिर्फ 27 हजार स्क्रूटनी में पहुंचे। मप्र-छग में बीते वित्त वर्ष में 21,700 करोड़ टैक्स कलेक्शन हुआ था, जो 13 प्रतिशत वृद्धि थी। इस वर्ष का लक्ष्य 25,555 करोड़ है जो 17 प्रतिशत ज्यादा है। चौहान ने कहा इंदौर ने स्वच्छता को संस्कृति में शामिल किया है। अब हमें शपथ लेना होगी कि हम इनकम टैक्स चुकाने को भी अपनी संस्कृति बनाएं।
बुजुर्गों की आय ब्याज : सम्मानित होने वाले ज्यादातर वयोवृद्ध करदाता पुराने निवेश, संपत्ति व जमा से मिल रहे ब्याज पर टैक्स चुका रहे हैं। आनंदीलाल खंडेलवाल सराफा के पुराने कारोबारी हैं। रामदयाल व कमलाबाई सोडानी मनासा के व्यापारी हैं, जबकि गणपतलाल वर्मा डीएसपी रहे हैं। पार्वतीबाई अग्रवाल साहूकारी के व्यवसाय से जुड़ी हैं। कमलाबाई भराणी एमवायएच में मेडिसिन विभाग प्रमुख डॉ.अनिल भराणी का मां हैं। वे व्हीलचेयर से परिवार के साथ पहुंचीं। सुंदरबाई वर्मा संपत्ति व ब्याज से आय पर टैक्स चुका रही हैं। शेख फखरुद्दीन का पहले इलेक्ट्रिकल कारोबार था। इंदौर के बाहर के वयोवृद्ध करदाता की जगह उनके परिजन सम्मान लेने पहुंचे थे।
इन्होंने दिया सबसे ज्यादा टैक्स
बड़े करदाताओं की श्रेणी में ज्यादा टैक्स जमा करने वालों में कंपनी श्रेणी में ब्रिजस्टोन इंडिया को सम्मानित किया गया। कंपनी ने 88.30 करोड़ रुपए आयकर चुकाया। व्यक्तिगत श्रेणी में अग्रवाल समूह के पुरुषोत्तम अग्रवाल ने परिक्षेत्र में सबसे ज्यादा टैक्स जमा किया। नर्मदा झाबुआ ग्रामीण बैंक ने वित्त वर्ष में 44.90 करोड़ से ज्यादा का आयकर जमा कर सम्मान हासिल किया। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक उज्जैन, इंदौर सहकारी दुग्ध संघ, उज्जैन विकास प्राधिकरण के साथ एसटी एसोसिएट और नरेंद्र अग्रवाल को अलग-अलग श्रेणियों में ज्यादा टैक्स चुकाने के लिए सम्मानित किया गया। महिला श्रेणी का सम्मान इंदौर की सुमंगला जैन को दिया गया।
ये वयोवृद्ध करदाता हुए सम्मानित
सुंदरबाई वर्मा, रतलाम (105 वर्ष), रामदयाल सोडानी, मनासा (103 वर्ष), कमलाबाई सोडानी, मनासा (101 वर्ष), गणपतलाल वर्मा, इंदौर (99 वर्ष), कमलाबाई भराणी, इंदौर, (98 वर्ष), पार्वतीबाई अग्रवाल, धार (97 वर्ष), आनंदीलाल खंडेलवाल, इंदौर (97 वर्ष), हाजी नूर मोहम्मद करीम, इंदौर, 97 वर्ष, शेख फखरुद्दीन, इंदौर (96 वर्ष)।