जम्मू कश्मीरप्रदेश

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकी ढेर…

दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में बुधवार को सुरक्षाबलों ने एक मुठभेड़ में लश्कर-ए-ताईबा के दो अातंकियों को मार गिराया। आतंकियों के मारे जाने के बाद भड़की हिंसा में एक पुलिसकर्मी समेत चार लोग जख्मी हो गए हैं। इलाके में व्याप्त तनाव को देखते हुए प्रशासन ने पूरे इलाके में इंटरनेट सेवाओं  को ठप करने के साथ बनिहाल-बारामुला रेल सेवा को भी एहतियातन बंद कर दिया है। 

अनंतनाग मुठभेड़ की जानकारी देते हुए एसएसपी अनंतनाग अल्ताफ खान ने बताया कि बीती रात आधी रात के बाद खबर मिली थी कि अनंतनाग में लालचौक के पास कोतवाल गली में लश्कर ए ताईबा के दो आतंकी अपने किसी संपर्क सूत्र के पास आए हैं। उसी समय सेना की 1 अारआर, सीआरपीएफ की 162वी वाहिनी और 40वी वाहिनी के जवानों के साथ मिलकर राज्य पुलिस विशेष अभियान दल के जवानों ने उन्हें मार गिराने का एक अभियान चलाया। आज सुबह साढ़े चार बजे जवानों ने घेराबंदी करते हुए तलाशी अभियान शुरु किया। आतंकियों ने जवानों को  अपने ठिकाने की तरफ आते देख फायरिंग शुरु कर दी। जवानों ने तुरंत अपनी पोजीशन ली और जवाबी फायर किया। इसके बाद वहां मुठभेड़ शुरु हो गई। 

एसएसपी ने बताया कि आतंकियों को कई बार सरेंडर के लिए कहा गया। लेकिन उन्होंने फायरिंग जारी रखी। इस पर हमें भी जवाबी फायर करना पड़ा। मुठभेड़ के दौरान हमने आतंकी ठिकाना बने मकानों के साथ सटे अन्य मकानों से करीब दो दर्जन से ज्यादा लोगों को आतंकियोंकीगोलियों की बाैछार में सुरक्षित निकाला। साढे़ नौ बजे मकान के अंदर छिपे दो आतंकी मारे गए। उनके शव बरामद कर लिए गए हैं। फिलहाल, उनकी पहचान का पता लगाया जा रहा है।

इस बीच, आतंकियों की मौत की खबर फैलते ही काडीपोरा,लाजीबल और ची समेत अनंतनाग के विभिन्न इलाकों में आतंकी समर्थकों और पुलिस के बीच हिंसक झढ़पें शुरु हो गई। हालांकि प्रशासन ने विभिन्न इलाकों में किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए तड़के ही निषेधाज्ञा लागू कर दी थी। लेकिन आतंकी समर्थकों ने निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए जुलूस निकाला और पुलिसकर्मियों पर पथराव शुरु क दिया। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को भी लाठियों और आंसूगैस का इस्तेमाल करना पड़ा। अब तक हिंसक झढ़पों में एक पुलिसकर्मी समेत चार लोग जख्मी हो गए थे। 

इस बीच, प्रशासन ने  इलाके में शरारती तत्वों को हिंसा भड़काने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवा को ठप कर दियाहै। बनिहाल-बारामुला रेल सेवा को भी एहतियातन बंद कर दिया गया है।

संबधित अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ जारी है। इलाके में शरारती तत्वों को हिंसा भड़काने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। मुठभेड़ स्थल की तरफ अाने जाने वाले रास्तों को भी बंद किया जा रहा है। 
श्रीनगर में आतंकी हमले में दो सीआरपीएफ कर्मी जख्मी  1 जवान शहीद

जानकारी हो कि  मंगलवार को आतंकवादियों ने सीआरपीएफ के एक गश्ती दल पर हमला किया। इसमें 1 जवान शहीद हो गया, जबकि दो घायल हुए। हमले में अर्धसैनिक बल की 23वीं बटालियन के शंकर लाल घायल हो गए।उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।  

ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था वाले नागरिक सचिवालय से करीब 50 मीटर की दूरी पर हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के दो जवान जख्मी हो गए थे। हमले के बाद आतंकी भाग निकले। फिलहाल, आतंकियों को पकड़ने केि लिए सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली थी। 

शोपियां का युवक बना आतंकी

घर से चंड़ीगढ़ पढ़ाई के लिए रवाना होने के बाद लापता शोपियां का युवक मिल गया है। यह युवक कॉलेज या किसी रिश्तेदार के पास नहीं, बल्कि घाटी में अपना नेटवर्क तैयार करने में जुटे आतंकी संगठन अल-बदर मुजाहिदीन के आतंकियों की जमात में मिला है। सोशल मीडिया पर उसकी तस्वीर वायरल हो रही है। तीन माह में अल-बदर से जुड़ने वाले दक्षिण कश्मीर के युवकों की संख्या भी पांच हो गई है। शोपियां के मलिकगुंड से लापता शेख वकार पुत्र मोहम्मद असलम करीब 20 दिन पहले गायब हुआ। वह 15 जुलाई से आतंकी संगठन का एक सक्रिय सदस्य है। उसने सोशल मीडिया पर अपनी एक तस्वीर वायरल की है जिसमें वह एसाल्ट राइफल लिए खड़ा नजर आ रहा है। अल-बदर आतंकी संगठन ने उसका कोड नाम टीपू सुल्तान रखा है। उसने बीएससी की डिग्री हासिल करने के बाद लैब टेक्नीशियन का डिप्लोमा भी किया है।

शोपियां स्थित एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि वकार के लापता होने की रपट उसके परिजनों ने दर्ज कराई है। हम सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रही उसकी तस्वीर की सच्चाई का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं।वकार के परिजनों का कहना है कि वह करीब 20 दिन पहले घर से चंडीगढ़ के लिए रवाना हुआ था लेकिन वह चंड़ीगढ़ नहीं पहुंचा। उसका फोन भी लगातार बंद आ रहा था। हमने उसी समय पुलिस में रपट दर्ज कराई। उसे यह रास्ता नहीं चुनना चाहिए था। वकार के परिजनों ने उससे मुख्यधारा में लौटने की अपील करते हुए कहा है कि पहले उसे अपने मां-बाप व तीन बहनों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह करना चाहिए।

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