दहेज लोभियों ने बहू को दी मौत, फंदे पर लटकाकर की हत्या – पिता ने लगाए गंभीर आरोप

लखनऊ। बेटियों को पालने-पोसने के बाद माता-पिता उनकी शादी में अपनी हैसियत से बढ़कर दान-दहेज देते हैं, लेकिन कई बार यही दहेज बेटियों की मौत का कारण बन जाता है। ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला मामला लखनऊ के बंथरा इलाके से सामने आया है, जहाँ गुजरात में रह रही शिल्पी चौधरी नामक युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
नीव गाँव निवासी कमलेश कुमार चौधरी ने अपनी बेटी शिल्पी का विवाह 26 मार्च को सागर चौधरी निवासी ग्राम चांदनी, कोतवाली कोंच, जिला जालौन से हिन्दू रीति-रिवाजों से किया था। विवाह के बाद से ही शिल्पी गुजरात में अपने पति, सास-ससुर और देवर के परिवार संग रहने लगी। पिता कमलेश के अनुसार, शादी में उन्होंने करीब 15 लाख रुपये खर्च किए और शादी से कुछ दिन पहले दामाद सागर की माँग पर 1.20 लाख रुपये बैंक से ट्रांसफर भी किए थे।
शादी के बाद से ही शिल्पी पर सोने के आभूषण और नकदी लाने का दबाव बनाया जाने लगा। राखी पर जब वह मायके आई तो उसने रो-रोकर अपनी पीड़ा बयां की और बताया कि ससुराल पक्ष लगातार दहेज की मांग कर प्रताड़ित कर रहा है। उस समय उसकी तबीयत भी खराब थी, बावजूद इसके सास ने ज़बरन उसे वापस गुजरात बुला लिया।
बीती 26 तारीख को परिवार को सूचना मिली कि शिल्पी ने फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली। पिता कमलेश जब गुजरात पहुंचे तो पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव पति सागर को सौंप दिया।
कमलेश चौधरी ने आरोप लगाया कि दहेज की मांग पूरी न होने पर उनकी बेटी को प्रताड़ित कर मार डाला गया। उन्होंने पुलिस से मुकदमा दर्ज करने की लिखित तहरीर दी है, हालांकि खबर लिखे जाने तक ससुराल पक्ष पर मामला दर्ज नहीं हो सका था।