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सिद्धार्थनगर के कालानमक चावल को ओडीओपी उत्पाद के रूप में मान्यता मिलने पर बढ़ी किसानों का आमदनी

सिद्धार्थनगर जिला सदियों से कालानमक चावल के लिए जाना जाता रहा है। लेकिन कालानमक चावल की खुबियांे से देश-दुनिया योगी सरकार में परिचित हुई। मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने उद्देश्य से शुरू की गई एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के अन्तर्गत सिद्धार्थनगर के कालानमक चावल को ओडीओपी उत्पाद के रूप में मान्यता दी गई। इससे सिद्धार्थनगर के किसानों का जीवन ही बदल गया। ओडीओपी योजना से कालानमक चावल को जहां एक तरफ वैश्विक स्तर पर पहचान मिलने लगी, वहीं दूसरी ओर मात्र एक वर्ष में कालानमक चावल का उत्पादन लगभग दोगुना क्षेत्र में किया जाना शुरू हुआ। कालानमक चावल के उत्पादन, प्रसंस्करण, पैकेजिंग और ब्रांडिंग को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2019 में ओडीओपी क्लस्टर विकास कार्यक्रम के कार्यान्वयन के बाद चावल का उत्पादन क्षेत्र 2805 हेक्टेयर से बढ़कर 5,000 हेक्टेयर हो गया। इस वर्ष 10 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में कालानमक चावल के पैदावार की प्रबल संभावना है।
      अपर मुख्य सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम, निवेश एवं निर्यात प्रोत्साहन डा0 नवनीत सहगल बताते हैं कि बाजार संवर्धन कार्यक्रम के तहत कालानमक चावल के प्रचार-प्रसार, विपणन और ब्रांडिंग के लिए एमएसएमई विभाग और निर्यात संवर्धन के सहयोग से मार्च 2021 में सिद्धार्थ नगर में तीन दिवसीय कलानमक महोत्सव का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य जिले केे अधिक से अधिक किसानों और व्यापारियों को एक मंच पर लाकर कालानमक चावल के ऐतिहासिक परिदृश्य तथा पोषण संबंधी जागरूकता फैलाना था। इसमें काफी हद तक सफलता भी हासिल हुई। इस आयोजन में प्रगतिशील किसानों, एफपीओ और एसपीवी को कालानमक चावल की सर्वोत्तम कृषि पद्धतियों और प्रसंस्करण से संबंधित जानकारी भी प्रदान की गई।
      अपर मुख्य सचिव ने बताया कि इन प्रयासों के फलस्वरूप किसानों और एफपीओ को कालानमक महोत्सव में ग्राहकों से ऑर्डर मिलने लगे, लेकिन उत्पाद की आपूर्ति अभी भी कई किसानों के लिए एक चुनौती थी और इसका भी समाधान बेहतर ढंग सुनिश्चित किया गया। रसद की समस्या को दूर करने के लिए एफपीओ और किसानों को घरेलू बाजार ही बल्कि पूरे भारत में संगठित आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन प्रणाली के माध्यम से अपने उत्पाद को बेचने की सुविधा प्रदान की गई। इसके लिए ख्याति प्राप्त आॅनलाइन मार्केटिंग कंपनी अमेजॅन और फ्लिपकार्ट से समझौता किया गया। साथ ही इन प्लेटाफर्म पर किसानों को कालानमक चावल की खूबियों के साथ आकर्षक रूप में प्रस्तुत करने के लिए हैंडहोल्डिंग दी गई। इसके अलावा एफपीओ को ई-कॉमर्स पोर्टल पर आधार/पैन/जीएसटी की ऑनबोर्डिंग के लिए अनिवार्य दस्तावेजों को पूरा करने में पूरा सहयोग किया।
      ओडीओपी मार्केटिंग टीम और कालानमक क्लस्टर के जिला समन्वयक ने फ्लिपकार्ट से सिद्धार्थनगर एफपीओ और किसानों को फ्लिपकार्ट समर्थ पर ऑनबोर्ड करने के लिए संपर्क किया। फ्लिपकार्ट ने चार एफपीओ के नमूनों का अपनी प्रयोगशाला परीक्षण कराया, जिसमें से एक एफपीओ गुणवत्ता परीक्षण पास करने में सफल रही। इसके पश्चात अनुमोदित एफपीओ कपिलवस्तु किसान निर्माता कंपनी लिमिटेड को फ्लिपकार्ट पर 250 किलोग्राम कालानमक चावल 175 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से खरीद का आर्डर भी मिला। शेष अन्य एफपीओ के नमूनो को फिर से टेस्ट के लिए प्रयोगशाला में भेजने की कार्यवाही की जा रही है। निश्चित ही इस उपलब्धि से एफपीओ के सभी 300 सदस्य देश भर में अपने उत्पाद को बेचने और अपनी आय को दोगुना करने सफल होंगे।

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