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सामने आई विवेक तिवारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट, गलत साबित हुई पुलिस की थ्योरी

 विवेक तिवारी हत्या के बाद आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पुलिस का झूठ एक बार फिर बेनकाब किया है. पुलिस ने विवेक तिवारी को घटना के बाद देर रात 2 बजकर 5 मिनट पर लोहिया अस्पताल में एडमिट किया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, 2 बजकर 25 मिनट पर विवेक की मौत हुई. लेकिन पुलिस ने विवेक की पत्नी को इसकी जानकारी रात करीब 3 बजे दी. पुलिस की तरफ से पहली एफआईआर 4 बजकर 57 मिनट पर दर्ज की गई. रिपोर्ट के मुताबिक, विवेक को लगी गोली किसी ऊंची जगह से चलाई गई थी. विवेक के साथ मौके पर मौजद सहकर्मी सना ने भी कहा था कि आरोपी सिपाही ने एक से डेढ़ फुट ऊंचे डिवाइडर पर खड़े होकर गोली मारी थी.

हैरानी इस बात की है कि जब एफआईआर लिखी गई तब तक विवेक की पत्नी वहां पहुंच गई थीं. ऐसे में सवाल इस बात का है कि एफआईआर को सना के नाम से क्यों दर्ज करवाई गई. सवाल इस बात का है कि क्या पुलिस आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ-साफ लिखा है कि विवेक की मौत गोली लगने से हुई. इसके बाद भी पुलिस ने एफआईआर में क्यों लिखा गया कि विवेक की कार टकराई और सर से खून निकलने लगा. पुलिस की तरफ से की गई एक के बाद एक लापरवाही अब धीरे-धीरे सामने आने लगी हैं.

आपको बता दें कि विवेक तिवारी की मौत शुक्रवार (29 सितंबर) देर रात पुलिस की गोली से हुई. घटना के समय विवेक के साथ मौजूद उनकी सहकर्मी के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी पुलिस कॉन्स्‍टेबल प्रशांत चौधरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. घटना के बाद से पुलिस प्रशासन कटघरे में है. मामला सामने आने के बाद पुलिस का दावा था कि विवेक तिवारी ने सिपाही को कुचलने की कोशिश की थी, जिसके बाद पुलिसकर्मी ने आत्मरक्षा में फायर किया और गोली विवेक को लग गई, जिससे उनकी मौत देर रात अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई.

विवके तिवारी की सहकर्मी और चश्मदीद सना के बयान को पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी पुष्ट कर रही है. सना ने सोमवार को दिए अपने बयान में कहा कि जिस सिपाही ने विवेक पर फायर किया था, वह डिवाइडर पर खड़ा था. उसने सामने से आती हुई कार पर गोली चलाई, जबकि उसकी जान को कोई खतरा नहीं था. वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट कहती है कि विवेक पर चली गोली ऊपर से नीचे की दिशा में है. यानी फायर करने वाला व्यक्ति ऊंचाई पर खड़ा था. उसने सीधे निशाना नहीं साधा, बल्कि फायर करते वक्त उसका हाथ नीचे की ओर झुका हुआ था. रिपोर्ट में कहा गया है कि गोली विवेक की ठोड़ी पर लगी और नीचे की तरफ जाकर गर्दन में फंस गई.

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