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मुख्यमंत्री ने राजर्षि दशरथ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, अयोध्या का निरीक्षण किया

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज राजर्षि दशरथ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, अयोध्या का निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान विभिन्न वॉर्डों में जाकर मरीजों से उनकी कुशलक्षेम पूछी तथा ब्लड बैंक में रक्तदान कर रहे लोगों का उत्साहवर्धन किया। इसके पूर्व, मेडिकल कॉलेज परिसर में उन्हांेने वृक्षारोपण भी किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मेडिकल कॉलेज केवल स्वास्थ्य सुविधा का केन्द्र ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य जागरूकता का केन्द्र भी होता है। स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता से लोगों को बीमारी की चपेट में आने से बचाया जा सकता है। कोरोना काल के दौरान देश मंे जन जागरूकता द्वारा लोगों को संक्रमण से बचाया गया। उन्होंने कहा कि  किसी भी बीमारी के उपचार से महत्वपूर्ण उसका बचाव होता है। मेडिकल कॉलेजों से बीमारी से बचाव के प्रति जागरूकता का एक बहुत बड़ा अभियान चल सकता है। विगत डेढ वर्षों से दुनिया सदी की सबसे बड़ी महामारी से जूझ रही है। प्रदेश में जनप्रतिनिधियों, शासन-प्रशासन तथा कोरोना वॉरियर्स ने मिलकर कोरोना नियंत्रण में सराहनीय कार्य किये हैं।
निरीक्षण के पश्चात मुख्यमंत्री जी ने मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत नवनिर्मित राजर्षि दशरथ स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में वर्ष 2019-20 में अयोध्या मेडिकल कॉलेज मंे 100 छात्रों का पहला बैच शुरू किया गया। आगामी अक्टूबर माह में 100 छात्रों के तीसरे बैच की काउंसिलिंग शुरू होगी। यहां मेडिकल पी0जी0 की पढ़ाई के प्रयास भी किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज अच्छी दिशा में आगे बढ़ रहा है। इस मेडिकल कॉलेज में 200 बेड का एक नया अस्पताल बनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए प्रदेश सरकार भारत सरकार के साथ मिलकर मजबूती से कार्य कर रही है। आजादी के बाद से वर्ष 2016 तक इन 69 वर्षों में केवल 12 राजकीय मेडिकल कॉलेज ही उत्तर प्रदेश में बने थे। वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान प्रदेश मंे 32 नये मेडिकल कॉलेज या तो बन चुके हैं या बन रहे हैं। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2019-20 में 08 नये मेडिकल कॉलेजों को प्रारम्भ किया था, जिसमें अयोध्या का यह मेडिकल कॉलेज भी था। इस सत्र मंे 09 नये मेडिकल कॉलेजों का नेशनल मेडिकल कमीशन से अनुमोदन के लिए आवेदन किया गया है। जिनका इस समय निरीक्षण किया जा रहा है। इस सत्र में 14 नये मेडिकल कॉलेज भारत सरकार के सहयोग से स्थापित किए जा रहे हैं। 16 जिले ऐसे हैं, जहां एक भी मेडिकल कॉलेज नहीं है। इन जनपदों में मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के लिए पी0पी0पी0 मॉडल पर पॉलिसी लायी जा रही है। दिसम्बर तक इनके लिए सहमति एवं स्वीकृति प्रदान कर दी जाएगी। इसके बाद देश में सर्वाधिक मेडिकल कॉलेज वाला राज्य उत्तर प्रदेश होगा। परिणामस्वरूप उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य सुविधाओं एवं सेवाओं के क्षेत्र में अग्रणी राज्य होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मार्च 2020 में जब कोरोना आया तो मेडिकल कॉलेज अयोध्या का डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रुप में प्रयोग किया गया। इस नये मेडिकल कॉलेज में 3 हजार आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट प्रतिदिन करने की क्षमता है। मार्च 2020 में जब कोरोना की आहट हुई थी तो प्रदेश में एक भी टेस्टिंग लैब नहीं थी। आज उत्तर प्रदेश की प्रतिदिन तीन लाख से अधिक कोविड टेस्ट करने की क्षमता है। विशेषज्ञांे ने थर्ड वेव की आशंका व्यक्त की है, इससे निपटने के लिए सरकार की तैयारियां चल रही हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अयोध्या आने वाले समय में वैश्विक मानचित्र में एक नया स्थान बनाने जा रहा है। हमारा उद्देश्य है कि अयोध्या विश्वस्तरीय पर्यटन केन्द्र के साथ-साथ शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं का भी एक बड़ा केन्द्र हो। अयोध्या में इन सुविधाओं के विकास के लिए यहां के जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर केन्द्र व प्रदेश सरकार कार्यक्रमों को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधि, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा सन्तगण उपस्थित थे।
तदुपरान्त मुख्यमंत्री जी ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर तथा हनुमानगढ़ी में दर्शन पूजन किया। उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर के निर्माण कार्यों की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री जी ने रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के अध्यक्ष महंत श्री नृत्यगोपाल दास तथा सुग्रीव किला पीठाधीश्वर जगतगुरू विश्वप्रपन्नाचार्य से भेंट की तथा उपस्थित संत समाज से उनकी कुशलक्षेम पूछी।

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