LIVE TVMain Slideदेशव्यापार

भारतीय शेयर बाजार में दिखी तेजी जाने सेंसेक्स 400 अंकों की बढ़त और निफ्टी के जाने हाल ?

भारतीय शेयर बाजार में बुल रन जारी है. सेंसेक्स और निफ्टी रिकॉर्ड हाई पर ट्रेड कर रहे हैं. लगातार पांचवे दिन बाजार में तेजी का रूख है. आज दिन के कारोबार में सेंसेक्स रिकॉर्ड हाई लगाते हुए 60,600 के ऊपर कारोबार कर रहा है. वहीं, निफ्टी 18,100 के ऊपर नजर आ रहा है.

आज बुधवार दिन के कारोबार में सेंसेक्स लगभग 400 अंकों की बढ़त के साथ 60,685 के आस-पास ट्रेड कर रहा है. वहीं निफ्टी लगभग 150 अंकों की बढ़त के साथ 18,140 के करीब ट्रेड कर रहा है. आज बुधवार को बाजार में उछाल की वजह से निवेशकों की दौलत 1.44 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई.

शेयर बाजारों में जोरदार उछाल के बीच पांच कारोबारी सत्रों में निवेशकों की पूंजी 7,54,057.31 करोड़ रुपये बढ़ी है. इन पांच कारोबारी सत्रों में बीएसई की लिस्टेड कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 7,54,057.31 करोड़ रुपये बढ़कर 2,69,74,604.36 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.

ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के मुताबिक, वैश्विक संकेतकों के अनुरूप शेयर बाजारों की शुरुआत कमजोर रुख के साथ हुई. लेकिन कारोबार के अंतिम घंटों में कुछ लिवाली का सिलसिला चलने से बाजार अंतत: सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए.

बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स मंगलवार को 148.53 अंक या 0.25 प्रतिशत की बढ़त के साथ 60,284.31 अंक के अपने ऑलटाइम हाई पर पहुंच गया. चार दिन में सेंसेक्स में 1,094.58 अंक का उछाल आया है.

एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (FPI) पूंजी बाजार में शुद्ध विक्रेता थे क्योंकि उन्होंने मंगलवार को 278.32 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की.

रिलायंस सिक्योरिटीज के हेड-स्ट्रेटेजी बिनोद मोदी ने कहा कि घरेलू शेयर अभी अच्छे दिख रहे हैं. सब्जियों और अन्य वस्तुओं की कीमतों में गिरावट के कारण खुदरा मुद्रास्फीति सितंबर में गिरकर पांच महीने के निचले स्तर 4.35 प्रतिशत पर आ गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 7.27 प्रतिशत थी.

अगस्त में औद्योगिक उत्पादन में 11.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो मुख्य रूप से कम-आधार प्रभाव और विनिर्माण, खनन और बिजली क्षेत्रों के अच्छे प्रदर्शन के कारण पूर्व-सीओवीआईडी ​​​​स्तर को पार कर गया.

IMF ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के ग्रोथ रेट के अनुमान को 9.5 फीसदी पर बरकरार रखा है. जबकि अगले साल 2022 के लिए अनुमान लगाया गया है कि यह दुनिया की सबसे तेज अर्थव्यवस्था रहेगी.

भारत में सबसे तेज आर्थिक वृद्धि दर होगी और यह 8.5 फीसदी तक पहुंच सकती है. जबकि अमेरिका से यह दर 5.2 फीसदी तक रह सकती है. रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2026-27 तक 6.1 फीसदी की दर से विकास करता रहेगा.

Related Articles

Back to top button