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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन देश की सर्वोच्च अदालत में पहली अश्वेत महिला न्यायाधीश की नियुक्ति करने के अपने चुनावी वादे पर अमल के लिए तैयार

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन देश की सर्वोच्च अदालत में पहली अश्वेत महिला न्यायाधीश की नियुक्ति करने के अपने चुनावी वादे पर अमल के लिए तैयार हैं। उच्चतम न्यायालय में संभावित एक रिक्ति को भरने के लिए वह कम से कम तीन अश्वेत महिला न्यायाधीशों के नामों पर विचार कर रहे हैं। बाइडन के करीबी सहयोगियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
व्हाइट हाउस के चार अधिकारियों ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, ‘न्यायमूर्ति स्टीफन ब्रेयर उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश पद से सेवानिवृत्त होने की तैयारी कर रहे हैं। उनके उत्तराधिकारी के चयन के लिए जारी शुरुआती चर्चा सर्किट जज केटंजी ब्राउन जैक्सन, डिस्ट्रिक्ट जज जे मिशेल चाइल्ड्स और कैलिफोर्निया के उच्चतम न्यायालय की न्यायमूर्ति लियोनंड्रा क्रूगर पर केंद्रित है। जैक्सन और क्रूगर को लंबे अरसे से संभावित दावेदार के रूप में देखा जाता रहा है।Ó
बाइडन जनवरी 2021 में राष्ट्रपति पद पर काबिज होने के बाद से ही संघीय पीठों के लिए अलग-अलग समुदायों के न्यायाधीशों को नामित करने की कवायद में जुटे हैं। वह संघीय अपीली अदालत में पांच अश्वेत महिला न्यायाधीशों की नियुक्ति कराने में सफल रहे हैं, जबकि तीन अतिरिक्त नामांकन सीनेट में लंबित हैं। ऐसे में शीर्ष अदालत में नियुक्ति के लिए किसी अश्वेत महिला को नामित करने की संभावना काफी अधिक है।
नागरिक अधिकार संगठन ‘द नेशनल एसोसिएशन फॉर द एडवांसमेंट ऑफ कलर्ड पीपुलÓ के अध्यक्ष डेरिक जॉनसन ने कहा, ‘बाइडन के पास उपयुक्त दावेदार के चयन के लिए पर्याप्त विकल्प हैं। यह नागरिक अधिकारों के मामले में मजबूत रिकॉर्ड रखने वाले किसी व्यक्ति को शीर्ष अदालत में नियुक्त करने का एक ऐतिहासिक अवसर है।Ó
व्हाइट हाउस के मुताबिक, राष्ट्रपति कार्यकाल का पहला साल पूरा होने तक बाइडन की ओर से नामित 40 न्यायाधीशों के नामों पर संसद की मुहर लग चुकी है। इनमें 80 फीसदी महिला और 53 प्रतिशत अश्वेत न्यायाधीश शामिल हैं।

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