विदेशियों में भी होली का क्रेज, वाराणसी के दशाश्वमेध घाट में खेले रंग- राजनेताओं और BSF जवानों में भी उत्साह
होली के दिन दिल खिल जाते हैं वाला नजारा बुधवार (8 मार्च) को दिखाई दिया. रंगों के त्योहार में रंगों से सराबोर गुजिया और भांग के संग पूरे देश में सुबह- सवेरे होली की धूम मची.
विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने सभी को होली की बधाई दी. उन्होंने बताया कि उनके यहां अमेरिका के मंत्री आए हैं उनके साथ उन्होंने होली का त्योहार मनाया. वो बड़े उत्साह के साथ यहां होली मना रहे हैं.
विदेशियों ने वाराणसी में मनाई होली
भारतीय लोगों के साथ ही विदेशियों और स्थानीय लोगों में भी होली का खूब क्रेज देखा जाता है. वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर भी विदेशियों ने जमकर होली मनाई.
होलिका दहन की रात से ही होली के त्योहार का रंग चढ़ने लगा था. सुबह-सवेरे ही लोगों के घरों में होली मनाने की तैयारियां शुरू हो गई. पूरे देश में लोग एक-दूसरे को रंगों के त्योहार की बधाई देने के लिए बेताब नजर आए. सड़कों पर घरों से होली के तराने गूंजने लगे. कहीं से होली के दिन दिल खिल जाते हैं की धुन सुनाई पड़ रही थी. तो कहीं से आई रे आई रंगों की होली पर लोग झूमते-गाते एक-दूसरे को होली की बधाई देते नजर आ रहे थे.
बच्चों की टोली की मस्ती
होली के त्योहार के मौके पर बड़े बुजुर्ग घर के दरवाजों पर अबीर-गुलाल की थाल लिए हर आने वाले का अभिवादन करते और अबीर-गुलाल का तिलक लगाते नजर आए. वहीं मोहल्लों सोसायटियों में भी होली का रंग सुबह से ही जमने लगा था. महिलाएं ढोलक की थाप पर होली गीतों पर थिरकने लगी तो युवाओं की टोली डीजे पर आज न छोड़ेंगे बस हमजोली जैसे गीतों पर झूमते दिखे.
एक-दूसरे पर पानी और रंग की बाल्टियां उड़ेलते रहे. बच्चों ने भी जमकर होली का लुत्फ उठाया. छतों पर पिचकारियां और पानी के गुब्बारे लिए उनकी टोलियां हर आने-जाने वालों पर रंग डालती और फिर छिप जाती. मस्तानों की टोली ढोलक-मंजीरे लिए फाग के गीत गाती होली की खुमारी में रंग चढ़ाती गईं.
दिन चढ़ने के साथ बढ़ती रही होली की खुमारी
तड़के सुबह से लोगों में होली मनाने का जो उत्साह -जोश था. दिन के चढ़ने के साथ वो बढ़ता गया. एक -दूसरे से मिलते-जुलते गले लगाते लोग गुजिया और पकवानों का आनंद लेते रहे. इस होली में हर कोई रंगों में डूब जाने को बेताब था. मेट्रो सिटीज में अपने घरों से दूर रह रहे प्रवासी लोगों ने भी अपनी रीति-रिवाजों के साथ पार्कों में सोसायटी में होली को पूरे परंपरागत तरीके से मनाया. ऐसा लगता था हर सोसायटी में एक छोटा भारत होली मना रहा है.
गांवों और कस्बों में होली का अलग ही रंग देखने को मिल रहा था. परंपरागत होली गीतों के साथ स्वांग भी खेले गए. अपने कुलदेवता को रंग चढ़ाने के बाद गावों में लोगों ने होली का आगाज किया. लोगों के सफेद होली के कपड़ों में रंगों पड़ते ही उनके चेहरे खुशी से खिल रहे थे.