बिहार

दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति ने कहा-बिहार से है मेरा खास लगाव

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सेना के विशेष विमान से पटना पहुंचे, वहां से वो सीधे समस्तीपुर के पूसा स्थित डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे । वहां उन्होंने विश्वविद्यालय स्थित देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उनके साथ बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहे।

राष्ट्रपति गुरुवार सुबह नौ बजकर 40 मिनट पर नई दिल्ली से सेना के विशेष विमान से पटना एयरपोर्ट पहुंचे। इसके बाद वे सीधा पूसा, समस्तीपुर के लिए रवाना हो गए। वहां 11 बजे से आयोजित  डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में उन्होंने शिरकत किया, फिर वो पटना लौट आए।

राष्ट्रपति ने कहा-बिहार से है मेरा खासा लगाव

दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि बिहार से मेरा खासा लगाव है। मुझे यहां आकर बहुत खुशी होती है। उन्होंने कहा कि छठ पूजा अभी कल ही समाप्त हुई है। आज छठ की पूजा दुनिया के हर कोने में हो रही है। छठ को ग्लोबल बनाने का श्रेय बिहार को जाता है। 

दीक्षांत भाषण में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि कविता से क्रांति तक और सामाजिक समरसता से कृषि के क्षेत्र तक समस्तीपुर ने अलग प्रतिमान स्थापित किया। बिहार के राज्यपाल के रूप में यहां के जनजीवन को बहुत नजदीक से देखने का सुअवसर मिला।

राष्ट्रपति ने कहा कि यहां के लोग अपने स्वभाव और अतिथि सत्कार के लिए जाने जाते हैं। होनहार विद्यार्थियों के बीच आकर गर्व महसूस कर रहा हूं। यहां पर बीस राज्यों के छात्र शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इसलिए सभी छात्रों को एक बार डॉ. राजेंद्र प्रसाद के जन्म स्थान का दर्शन कराया जाना चाहिए। मेरे हृदय में बिहार के लिए विशेष स्थान है। 

राष्ट्रपति दीक्षांत समारोह के लिए तैयार किए गए मंच पर पहुंचे और उन्होंने दीक्षांत समारोह में शामिल सभी छात्रों और अभिभावकों को बधाई दी। राष्ट्रपति के साथ मंच पर राज्यपाल लालजी टंडन और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई गणमान्य लोग मौजूद हैं। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान से की गई। उसके बाद राष्ट्रपति ने बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले छात्रों को गोल्ड मेडल प्रदान किया।

सीएम नीतीश ने कहा-देश का टॉप विश्वविद्यालय बनेगा पूसा विश्वविद्यालयमुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के पहले दीक्षा समारोह में राष्ट्रपति का आना बिहार के लिए गर्व की बात है। पूसा को केंद्रीय कृषि विवि बनाने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत थी। वर्ष 2016 में यह काम पूरा हुआ।

यह राज्य का पहला केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय बना, जो बिहारवासियों के लिए गौरव की बात है। राज्य की 70 फीसद आबादी अभी भी कृषि पर ही निर्भर है। कृषि रोड मैप के माध्यम से काफी सुधार होगा। कृषि के क्षेत्र में विस्तार हुआ है। यह कृषि विश्वविद्यालय देश के टॉप विश्वविद्यालय के रूप में सामने आएगा।

सीएम ने पूसा के नामकरण और अतीत के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह संभवत: देश का पहला कृषि रिसर्च सेंटर है। 1970 में नए सिरे से इसकी स्थापना की गई। सीएम ने कहा कि घर-घर बिजली पहुंचाने का वादा पूरा किया है। जलवायु परिवर्तन बड़ी चुनौती है।

राष्ट्रपति कुछ देर में लौट आएंगे पटना

कार्यक्रम को लेकर ईख अनुसंधान संस्थान केंद्र परिसर में भव्य पंडाल बनाया गया था। समारोह में राष्ट्रपति के अलावा राज्यपाल लालजी टंडन, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह एवं केंद्रीय कृषि विवि के कुलाधिपति डॉक्टर प्रफुल्ल चंद्र मिश्रा मौजूद थे। दो घंटे तक पूसा में रहने के बाद राष्ट्रपति पटना आ गए। 

पूसा को केंद्रीय कृषि विवि का दर्जा मिलने के बाद पहले दीक्षांत समारोह में बतौर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भाग लिया। राष्ट्रपति ने आज पूसा विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पांच सौ छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान किया। इसमें 33 को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया। 

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