उपेंद्र कुशवाहा: हम एनडीए में हैं, हमेशा रहेंगे
महागठबंधन का वो ऑफर जो केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को तेजस्वी यादव ने दिया था ठुकरा दिया गया है. केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने तेजस्वी यादव की ओर से महागठबंधन में शामिल होने के न्योते को अस्वीकार करते हुए कहा कि वह एनडीए में ही रहेंगे. उनकी महागठबंधन में जाने की कोई इच्छा नहीं है. कुशवाहा ने कहा- ‘तेजस्वी बोल रहे हैं. बोलने दीजिए. हम एनडीए में हैं और हमेशा रहेंगे.’
कुशवाहा नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार में केंद्रीय मंत्री है और उनका किरदार बड़ा महत्वपूर्ण है. राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के नेता ने फरवरी 2014 में बीजेपी का दामन थाम एनडीए में शामिल होना स्वीकार किया था होगी. आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने रविवार को उपेंद्र कुशवाहा को महागठबंधन में शामिल होने का ऑफर दिया था. उन्होंने अपने पहले ट्वीट में कहा कि हम उपेंद्र कुशवाहा को महागठबंधन में शामिल होने का न्योता देते हैं. उन्हें पिछले 4 साल से एनडीए में उपेक्षित किया जा रहा है. बीजेपी उनके साथ सौतेला और पराया व्यवहार कर रही है. इसी दौरान बीजेपी ने नीतीश के साथ मिलकर उनकी पार्टी को तोड़ने की कोशिश भी की.
केंद्रीय राज्यमंत्री श्री उपेन्द्र कुशवाहा को हम महागठबंधन में शामिल होने का न्यौता देते है. उन्हें विगत 4 साल से NDA में उपेक्षित किया जा रहा है. बीजेपी उनके साथ सौतेला और पराया व्यवहार कर रही है. इसी दौरान बीजेपी ने नीतीश जी के साथ मिलकर उनकी पार्टी को तोड़ने की साज़िश भी रची. उपेन्द्र कुशवाहा जी एक बड़े सामाजिक समूह का प्रतिनिधित्व करते है लेकिन उस वर्ग से किसी को भी कैबिनेट मंत्री नहीं बनाया गया वहीं दूसरी तरफ़ केंद्र सरकार मे एक जाति के एक दर्जन से ज़्यादा कैबिनेट मंत्री है. पिछड़े वर्ग से आने वाले कुशवाहा जी की क़ाबिलियत को BJP ने तवज्जों नहीं दी.