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लखनऊ में मिले 23 विदेशी नागरिकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मिले 23 विदेशी नागरिकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है आरोपियों पर लॉक डाउन के निर्देर्शों के उल्‍लंघन समेत कई आरोप हैं। इनके खिलाफ कैसरबाग कोतवाली, मड़ियांव और काकोरी थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस आयुक्‍त सुजीत पांडेय के मुताबिक, विदेशी नागरिक राजधानी में आने से पहले दिल्‍ली के निजामुददीन मरकज में शामिल हुए थे। राजधानी में आने के बाद इन लोगों ने स्‍थानीय पुलिस को सूचना नहीं दी थी और अपना मेडिकल चेकअप भी नहीं कराया था। यही नहीं टूरिस्‍ट वीजा पर आकर आरोपित धर्म का प्रचार कर रहे थे, जो कि गैर कानूनी है। विदेशी नागरिकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर उनके पासपोर्ट जब्‍त कर लिए गए हैं पुलिस आयुक्‍त का कहना है कि तब्‍लीगी जमात में शामिल होने वाले लखनऊ के 18 लोगों की तलाश भी पूरी हो गई है।

सभी लोगों के परिवारजन से राजधानी पुलिस ने संपर्क कर लिया है। सभी दिल्‍ली में ही मौजूद हैं और वह जमात से लखनऊ लौटकर नहीं आए वही यह भी बतादे की राजधानी में मिले 23 विदेशियों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया है और सभी को बलरामपुर और लोकबंधु अस्‍पताल में क्‍वारंटाइन किया गया है। बताया जा रहा है कि क्‍वारंटाइन के बाद आरोि‍पियो से पूछताछ की जाएगी। इसके बाद ही उन्‍हें वापस उनके देश भेजने पर विचार अथवा आगे की कार्रवाई होगी। अमीनाबाद के मरकज वाली मस्जिद से कुछ दिन पहले निकले एक विदेशी नागरिक का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। पुलिस की टीमें लापता विदेशी नागरिक के बारे में जानकारी जुटा रही हैं। यही नहीं राजधानी में कुल कितने विदेशी नागरिक मौजूद हैं, इसके बारे में भी पता लगाया जा रहा है यही नहीं बल्कि पूछताछ में सामने आया है कि सभी आरोपित दिल्‍ली से राजधानी में ट्रेन से आए थे।

पुलिस ने आरोपितों के आवागमन के बारे में पड़ताल की है। यही नहीं आरोपित यहां किन किन मंदिरों में ठहरे और किन लोगों से मुलाकात की, इसके बारे में भी पता लगाया जा रहा है सूत्रों का कहना है कि जमात में शामिल होने वाले लोगों की संख्‍या में इजाफा हो सकता है। दिल्‍ली पुलिस से संपर्क कर स्‍थानीय पुलिस ने ब्‍यौरा लिया है। हालांकि, सूची में ऐसे कई लोग हैं, जिनके नाम के आगे उनका पता सिर्फ यूपी लिखा है। ऐसे में उनके बारे में पता लगाना पुलिस के लिए चुनौती से कम नहीं है। पूरे मामले की छानबीन के लिए इंटेलीजेंस ब्‍यूरो को लगाया गया है। दिल्‍ली के अस्‍पताल में भर्ती लोगों से पूछा जा रहा है कि जमात से वह लोग कहां गए और किन लोगों से मुलाकात की। उधर, पुलिस ने विदेशी नागरिकों को शरण देने के आरोपितों के खिलाफ भी एफआइआर दर्ज की है।

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