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शहर से मुकाबिल होंगे राजधानी के 10 गाव, 30.12 करोड़ से होगा विकास

राजधानी के दस गावों का चहुंमुखी विकास होगा। वहा स्कूल, अस्पताल, सड़क, शौचालय बनेंगे। ग्रामीणों को कौशल विकास की ट्रेनिंग देकर स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा। यूं कहें कि शहर जैसी सुविधाएं गाव में ही मिलेंगी। इसके लिए 30.12 करोड़ रुपये खर्च होंगे। नौ करोड़ रुपये जारी भी कर दिए गए हैं।

स्मार्ट सिटी के बाद स्मार्ट गाव विकसित करने की केंद्र सरकार की महत्वाकाक्षी श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन योजना का लाभ राजधानी के दस गावों के समूह को मिलेगा। चयनित गावों में कौशल विकास और आइटी व्यवस्था मजबूत करने पर विशेष जोर दिया जाएगा। साथ ही स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार प्रदान कर महानगरों की ओर पलायन रोका जाएगा। इसके इतर कृषि सेवा, भंडारण, मोबाइल हेल्थ यूनिट, विद्यालय, एलईडी प्रकाश व्यवस्था, संपर्क मार्ग, डिजिटल साक्षरता, ई-ग्राम के अलावा सर्विसेज सेंटर स्थापित किया जाएगा। पेयजल सुविधाओं के लिए वाटर एटीएम भी लगाए जाएंगे। गाव का समेकित विकास करने के साथ ही वहा की संपत्तियों का सदुपयोग किया जाएगा। जनता को उसके फायदे लेने के तरीके समझाए जाएंगे। इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक विकास की गति को बढ़ावा देना है।महेंद्र पाडेय ‘ लखनऊ1राजधानी के दस गावों का चहुंमुखी विकास होगा। वहा स्कूल, अस्पताल, सड़क, शौचालय बनेंगे। ग्रामीणों को कौशल विकास की ट्रेनिंग देकर स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा। यूं कहें कि शहर जैसी सुविधाएं गाव में ही मिलेंगी। इसके लिए 30.12 करोड़ रुपये खर्च होंगे। नौ करोड़ रुपये जारी भी कर दिए गए हैं।

स्मार्ट सिटी के बाद स्मार्ट गाव विकसित करने की केंद्र सरकार की महत्वाकाक्षी श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन योजना का लाभ राजधानी के दस गावों के समूह को मिलेगा। चयनित गावों में कौशल विकास और आइटी व्यवस्था मजबूत करने पर विशेष जोर दिया जाएगा। साथ ही स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार प्रदान कर महानगरों की ओर पलायन रोका जाएगा। इसके इतर कृषि सेवा, भंडारण, मोबाइल हेल्थ यूनिट, विद्यालय, एलईडी प्रकाश व्यवस्था, संपर्क मार्ग, डिजिटल साक्षरता, ई-ग्राम के अलावा सर्विसेज सेंटर स्थापित किया जाएगा।

पेयजल सुविधाओं के लिए वाटर एटीएम भी लगाए जाएंगे। गाव का समेकित विकास करने के साथ ही वहा की संपत्तियों का सदुपयोग किया जाएगा। जनता को उसके फायदे लेने के तरीके समझाए जाएंगे। इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक विकास की गति को बढ़ावा देना है। ये गाव होंगे विकसित:

चयनित गावों में जुग्गौर, गनेशपुर रहमानपुर, उत्तरधौना, पपनामऊ, सरायशेख, मेहौरा, अनौराकला, सिकंदरपुर खुर्द, नरेंदी व लौलाई शामिल हैं।

इस कार्यदायी संस्था को मिली इतनी रकम :

संस्था – धनराशि (करोड़ में)

ग्राम्य विकास अभिकरण : 5.02

बीडीओ चिनहट : 0.75

यूपी सिडको-2 : 1.21

यूपीपीसीएल : 1.08

यूपी नेडा : 0.96

क्या कहते हैं अधिकारी?

मुख्य विकास अधिकारी मनीष बंसल का कहना है कि रूर्बन मिशन योजना के तहत दस गावों के समूह को शहरी तर्ज पर विकसित कराया जा रहा है। पाच कार्यदायी संस्थाओं को विकास कार्यो के लिए धनराशि आवंटित की गई है।

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