पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की बढ़ेंगी मुश्किलें, लोकायुक्त ने जांच रिपोर्ट शासन को सौंपी…
जेल में बंद पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की मुश्किलें और बढऩे वाली हैं। उनके खिलाफ लोकायुक्त ने अपनी जांच रिपोर्ट शासन को भेज दी है। लोकायुक्त ने गायत्री के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने वाले रजनीश सिंह को यह जानकारी दी है। गायत्री के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति को लेकर लोकायुक्त के यहां कई परिवाद दर्ज कराए गए थे। इसमें फैजाबाद के डा. रजनीश सिंह ने सितंबर-2016 में प्रजापति के खिलाफ लोकायुक्त के यहां परिवाद दाखिल किया था जिसमें आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने, बेनामी संपत्ति अर्जित करने, काला धन खपाने और अवैध खनन कराने के आरोप लगाए थे।
गायत्री पर लगे आरोप सत्य होने का दावा
रजनीश ने गायत्री के बेटों, साथी पिंटू सिंह, विकास वर्मा की कंपनियों की डिटेल, मोहनलालगंज और अमेठी में खरीदी गई सैकड़ों बीघा जमीन का जिक्र करते हुए परिवाद दाखिल किया था। लोकायुक्त ने इस पर जांच शुरू करा दी थी। इसी बीच गायत्री को जेल भेज दिया गया। हाल ही में अपने परिवाद की वस्तुस्थिति जानने के लिए रजनीश ने लोकायुक्त को पत्र भेजा था। इसके जवाब में लोकायुक्त की ओर से बताया गया कि जांच पूरी करके शासन को भेज दिया गया है। रजनीश सिंह का दावा है कि जांच में गायत्री के खिलाफ लगे आरोप सत्य पाए गए हैं। लोकायुक्त के जवाब के बाद रजनीश गायत्री के खिलाफ कार्रवाई के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की तैयारी कर रहे हैं।
जेल से गायत्री प्रजापति ने ही दी थी धमकी
सपा नेता गायत्री प्रजापति ने ही वाराणसी के दशाश्वमेध क्षेत्र के जंगमबाड़ी निवासी बालू ठेकेदार अरविंद तिवारी को लखनऊ जिला जेल से धमकी भरा फोन किया था। इस मामले में जेल तक मोबाइल पहुंचाने वाले आरोपित लखनऊ के गोसाईंगंज थाना अंतर्गत बेलकुंभा निवासी मान सिंह रावत को शनिवार को पुलिस ने जेल भेज दिया। उधर, पुलिस ने गायत्री से जेल में पूछताछ के लिए कोर्ट में याचिका दाखिल कर दी गई है। पुलिस अफसरों ने बताया कि आरोपित मान सिंह रावत गायत्री का बेहद खास है। वह लखनऊ जिला जेल के पीछे स्थित बेलकुंभा में रहता है और पास में ही कोचिंग संस्थान भी चलाता है। वह लखनऊ व अमेठी स्थित गायत्री प्रजापति के घर पर ही अक्सर आता जाता रहता है। जेल में तीन जुलाई को वह मिला भी था। यही नहीं हर पैरवी में वह आगे रहता है।
आरोपित से पूछताछ में अहम सुराग हाथ
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उसने ही गायत्री को जेल में मोबाइल व सिम उपलब्ध कराया था। यहां बंदी रक्षक ने गायत्री को मोबाइल दिया था। बाद में फोन से धमकी देने के बाद सिम और सेट दोनों तोड़ दिया गया। सेट को जेल में ही कूड़े में डाल दिया गया था जबकि टूटी सिम डायरी में रखा था। पुलिस की जांच में डायरी में टूटी सिम मिली। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के मुताबिक, तीन चार दिन में गायत्री से जेल में पूछताछ की जाएगी। साथ ही डायरी में मिले कई संदिग्ध नंबर के रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं। उनमें दो संदिग्ध लोगों की भूमिका भी तलाशी जा रही है। ये दोनों वे लोग हैं जिनकी पुलिस को कई मामलों में तलाश है।
एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि आरोपित से पूछताछ में अहम सुराग हाथ लगे हैं। जल्द ही जेल में गायत्री से भी पूछताछ की जा सकती है।