सभी 11 जानते थे नहीं मना पाएंगे इस वर्ष दिवाली, बुराड़ी फांसीकांड में एक और खुलासा
बुराड़ी स्थित संत नगर में एक ही घर में भाटिया परिवार के 11 सदस्यों की मौत के मामले में 11 दिन बाद भी रहस्य बरकरार है। वहीं, रोजाना हो रहे नए-नए खुलासे रहस्य बढ़ाते जा रहे हैं। अब इस मामले में पुलिस को एक अहम नोट मिला है जिसमें लिखा है कि अगली दिवाली नहीं मना सकेंगे।
चार आत्माओं के नामों का नोट में जिक्र
इस नोट में यह भी लिखा है कि ललित के पिता के पिता की आत्मा के साथ अन्य चार आत्मा भी मोक्ष के लिए भटक रहीं हैं। इन्हें तभी मोक्ष मिलेगा जब तुम सब हरिद्वार जाकर इनका धार्मिक संस्कार करोगे। नोट में यह चार आत्माएं सज्जन सिंह, हीरा, गंगा देवी व दयानंद की बताई गई है। सज्जन सिंह ललित की पत्नी टीना के पिता हैं। हीरा ललित की बहन प्रतिभा के पति हैं। नोट 19 जुलाई 2015 को लिखा गया है।
11 दिन बाद भी रहस्य बरकरार, अधिकारियों ने फिर से जुटाए नमूने
जांच की कड़ी में मंगलवार को एसएफएल (फोरेंसिक साइंस लेबोरेट्री) की टीम भाटिया परिवार के उस घर में गई जहां हादसा हुआ है। अधिकारियों ने वहां से फिर से नमूने जुटाए। हादसे में मारे गए लोगों के पोस्टमार्टम करने वाले मेडिकल बोर्ड के सदस्य पहली बार घटना स्थल का मुआयना करने पहुंचे।
मेडिकल टीम तैयार करेगी अंतिम पोस्टमार्टम रिपोर्ट
माना जा रहा है कि घर के मुआयने के बाद मेडिकल टीम अब अंतिम पोस्टमार्टम रिपोर्ट तैयार करेगी। उधर इसकी जांच में क्राइम ब्रांच के अधिकारी भी जुटे रहे। सोमवार को पुलिस की टीम ने प्रियंका के मंगेतर से पूछताछ की थी। क्राइम ब्रांच की टीम ने रोहिणी स्थित कार्यालय में उनसे 50 सवाल पूछे थे। ज्यादातर सवाल प्रियंका और भाटिया परिवार से जुड़े थे। प्रियंका के मंगेतर ने भाटिया परिवार द्वारा किसी भी तरह की तांत्रिक क्रिया किए जाने की जानकारी से मना किया। उन्होंने प्रियंका के व्यवहार में कोई तब्दीली की बात से भी इन्कार किया।
परिवार के सदस्यों से दोबारा होगी पूछताछ
इस संबंध में पुलिस ने परिवार के 13 सदस्यों से दोबारा पूछताछ करने की योजना बनाई है। अब जिन प्रमुख लोगों से पूछताछ की जाएगी उनमें ललित की बड़ी बहन सुजाता व भाई दिनेश सहित घर की मरम्मत करने वाला राज मिश्री शामिल हैं। सुजाता और दिनेश दोनों अभी दिल्ली से बाहर हैं।
अनजान शख्स के खत ने फैलाई सनसनी
उधर, एक अज्ञात चिट्ठी के सामने आने पर भी चर्चा हो रही है। चिट्ठी भेजने वाले ने एक तांत्रिक का नाम लिखा है। पत्र लिखने वाले का दावा है कि भाटिया परिवार के लोग कराला गांव निवासी उस तांत्रिक के पास जाते थे। पुलिस ने इस प्रकार की कोई चिट्ठी मिलने से इन्कार किया है।