सपा कार्यालय के सामने होगा मुलायम का नया आशियाना, अखिलेश भी लौटेंगे
सरकारी बंगला छोडऩे के बाद अंसल टाउनशिप में रहने गए समाजवादी पार्टी के संरक्षक व पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव फिर विक्रमादित्य मार्ग पर लौटेंगे। अंसल टाउनशिप के नए आवास में मुलायम खुद को सहज नहीं महसूस कर रहे थे। इसीलिए उनके लिए विक्रमादित्य मार्ग पर ही नए घर की खोज की गई है। पार्टी सूत्रों के अनुसार सपा कार्यालय के सामने ही एक बंगला फाइनल भी हो गया है। फिलहाल इसे किराये पर लिये जाने की बात कही जा रही है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुलायम सिंह को अपना सरकारी आवास पांच विक्रमादित्य मार्ग छोडऩा पड़ा था, जिसमें वह लगभग 28 साल तक रहे थे। गत 15 जून को वह अंसल टाउनशिप एपीआइ में सेक्टर सी तीन के विला नंबर 12-ए में रहने चले गए थे। हमेशा कार्यकर्ताओं के बीच रहने वाले मुलायम को विक्रमादित्य मार्ग से इतनी दूरी रास नहीं आ रही थी।
उनकी इच्छा पर विक्रमादित्य मार्ग पर ही उनके लिए नए आवास का खोज शुरू हुई और सपा कार्यालय के सामने ही एक व्यवसायी का घर फाइनल हुआ। लगभग 79 साल के हो चुके बुजुर्ग समाजवादी नेता को यह घर रास भी आया, क्योंकि इससे कार्यकर्ता आसानी से उनके पास पहुंच सकते हैं। नजदीक ही उनके भाई और पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव का आवास भी है।
बातचीत फाइनल हो जाने के बाद मुलायम सिंह यादव ने शुक्रवार को उक्त आवास में जाकर उसका निरीक्षण भी किया। उनके साथ पार्टी के उनके कुछ नजदीकी लोग भी थे। पार्टी सूत्रों के अनुसार जल्द ही उक्त आवास के लिए आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएंगी। फिर मुलायम अंसल टाउन शिप से विक्रमादित्य मार्ग पर स्थायी रूप से स्थानांतरित हो जाएंगे।
अखिलेश भी विक्रमादित्य मार्ग पर ही बनवा रहे आवास
राजधानी के पॉश इलाकों में शामिल विक्रमादित्य मार्ग सपा की पहचान बन चुका है। इसलिए मुलायम परिवार इससे दूर नहीं रह सकता। शिवपाल इस मार्ग पर अपना आवास पहले ही बनवा चुके हैं। मुलायम अब बनाने जा रहे हैैं। उनके बेटे अखिलेश भी अंतत: विक्रमादित्य मार्ग पर ही रहेंगे। उन्होंने भूखंड संख्या 1-ए विक्रमादित्य मार्ग पर ‘हिबस्कस हेरिटेज नाम से होटल निर्माण के लिए एलडीए में मानचित्र आवेदन दे रखा है। लेकिन, उनके नजदीकी सूत्रों का कहना है कि अखिलेश इसका उपयोग आवासीय रूप में ही करेंगे और बनने के बाद पत्नी बच्चों के साथ रहने आ जाएंगे। 1-ए विक्रमादित्य मार्ग को अखिलेश ने अपने और पत्नी डिंपल यादव के नाम से वर्ष 2005 में खरीदा था।